देहरादूनः एक अप्रैल को पूरे विश्व में अप्रैल फूल डे के रूप में मनाया जाता है. इसी के तहत एनएसयूआई ने इस दिन को मोदी फूल डे के नाम से मनाने की मांग की है. इसी को लेकर एनएसयूआई के राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर छात्र संघ और महासंघ के पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा. इस दौरान उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने इन पांच सालों में युवाओं को गुमराह कर उनको फूल बनाया है. जिसे लेकर युवाओं में रोष है.
चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेस पार्टी के सहयोगी संगठन भी अपनी पार्टी के हाथ मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. सोमवार को राजधानी देहरादून में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने एक अप्रैल को मोदी फूल डे के नाम से घोषित करने की मांग करते हुए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा. इस दौरान एनएसयूआई की महासचिव अंजली चमोली ने कहा कि पीएम मोदी ने युवाओं के लिए हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन पीएम ने अपना वादा पूरा नहीं किया, जो पूरी तरह से जुमला साबित हुआ है. साथ ही कहा कि पीएम मोदी ने इन 5 सालों में युवाओं को गुमराह कर उन्हें फूल बनाया है. जिससे देश के युवा अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं.
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एनएसयूआई के पदाधिकारियों का कहना है कि पूरे विश्व में एक अप्रैल को अप्रैल फूल के नाम से जाना जाता है. अब देश के युवाओं की भावनाओं को देखते हुए भारत के राष्ट्रपति इस दिवस को मोदी फूल डे के नाम से घोषित करना चाहिए.