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यूक्रेन में फंसे उत्तराखंडियों के घर जाएंगे नोडल अधिकारी, परिजनों के जरिए पहुंचाएंगे हर जरूरी अपडेट - 250 students are trapped in Ukraine

यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए केंद्र सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है. इसके मुताबिक, अब जिले में नियुक्त नोडल अधिकारी यूक्रेन में फंसे छात्र-छात्राओं के घर जाकर परिजनों के जरिए छात्र-छात्राओं तक भारत सरकार द्वारा की जा रही मदद की जानकारी पहुंचाई जाएगी.

Indians stranded in Ukraine
यूक्रेन में फंसे भारतीय
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Published : Mar 1, 2022, 10:00 PM IST

Updated : Mar 1, 2022, 10:06 PM IST

देहरादूनः यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड मूल के छात्र-छात्राओं की वतन वापसी के लिए भारत सरकार ने राज्य सरकारों को नई गाइडलाइन जारी की है. केंद्र सरकार के निर्देश के मुताबिक, अब डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट द्वारा नियुक्त एक नोडल अधिकारी या नोडल अधिकारी के नेतृत्व में बनाई गई टीम का सदस्य यूक्रेन में फंसे प्रत्येक छात्र-छात्रा के घर विजिट करेगा.

इस दौरान सदस्य परिवार वालों की रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसे विदेश मंत्रालय को भेजा जाएगा. इसके बाद रिपोर्ट यूक्रेन से वतन वापसी के लिए चलाए जा रहे भारत सरकार के 'ऑपरेशन गंगा' में शामिल की जाएगी. ताकि ऑपरेशन गंगा को योजनाबद्ध तरीके से सफल बनाया जा सके.

ये भी पढ़ेंः यूक्रेन से उत्तराखंड पहुंचे 6 और छात्र, अब तक प्रदेश के 25 छात्र-छात्राओं का हुआ रेस्क्यू

इस कार्रवाई में नियुक्त नोडल अधिकारी यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के लोगों से जुड़ी हर बात की रिपोर्ट तैयार करेगा और भारत सरकार को भेजेगा. ताकि वहां स्थानीय प्रशासन से राहत पहुंचाने का प्रयास किया जा सके.

ऑपरेशन गंगा की जानकारी का अभावः उत्तराखंड गृह विभाग अपर सचिव रिद्धिम अग्रवाल के मुताबिक, केंद्र सरकार के नए निर्देशानुसार मंगलवार को सभी 13 जिलों के जिलाधिकारी को निर्देश दिया गया कि छात्र-छात्राओं के घरों में जाकर बताया जाए कि कैसे ऑपरेशन गंगा के तहत उनकी वतन वापसी का प्रयास किया जा रहा है. उत्तराखंड गृह विभाग के मुताबिक, यूक्रेन से जिन उत्तराखंड और भारतीय लोगों की वतन वापसी के लिए विदेश मंत्रालय द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं, उनमें से कई व्यवस्थाओं से संबंधित बातें उन तक नहीं पहुंच रही हैं.

स्थानीय प्रशासन से मददः यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में फंसे भारतीय उत्तराखंड मूल के लोगों को यूक्रेन के ईस्टर्न और वेस्टर्न जोन इलाकों में स्थानीय प्रशासन की मदद से एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए विशेष वाहनों की व्यवस्था से लेकर रहने और खाने के इंतजाम भारत सरकार विदेश मंत्रालय द्वारा किए गए हैं. हालांकि, संबंधित व्यक्ति तक जानकारी का अभाव होने के कारण समस्याएं आ रही हैं. यही कारण है कि उत्तराखंड में जिलेवार नोडल अधिकारी यूक्रेन में फंसे छात्र छात्राओं या अन्य लोगों के परिवार जन से बातचीत कर वतन वापसी के लिए किए गए भारत सरकार की व्यवस्थाओं के बारे में अवगत कराएंगे.

यूक्रेन में फंसे हैं 250 छात्र-छात्राएंः उत्तराखंड सूचना विभाग के मुताबिक, अभी तक यूक्रेन में 250 उत्तराखंड मूल के छात्र-छात्राएं फंसे हैं. हालांकि इनके अलावा 25 छात्र-छात्राओं को ऑपरेशन गंगा के तहत वतन वापसी कराई गई है. मंगलवार को एक छात्रा सहित 6 छात्रों को यूक्रेन से उत्तराखंड पहुंचाया गया.

देहरादूनः यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड मूल के छात्र-छात्राओं की वतन वापसी के लिए भारत सरकार ने राज्य सरकारों को नई गाइडलाइन जारी की है. केंद्र सरकार के निर्देश के मुताबिक, अब डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट द्वारा नियुक्त एक नोडल अधिकारी या नोडल अधिकारी के नेतृत्व में बनाई गई टीम का सदस्य यूक्रेन में फंसे प्रत्येक छात्र-छात्रा के घर विजिट करेगा.

इस दौरान सदस्य परिवार वालों की रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसे विदेश मंत्रालय को भेजा जाएगा. इसके बाद रिपोर्ट यूक्रेन से वतन वापसी के लिए चलाए जा रहे भारत सरकार के 'ऑपरेशन गंगा' में शामिल की जाएगी. ताकि ऑपरेशन गंगा को योजनाबद्ध तरीके से सफल बनाया जा सके.

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इस कार्रवाई में नियुक्त नोडल अधिकारी यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के लोगों से जुड़ी हर बात की रिपोर्ट तैयार करेगा और भारत सरकार को भेजेगा. ताकि वहां स्थानीय प्रशासन से राहत पहुंचाने का प्रयास किया जा सके.

ऑपरेशन गंगा की जानकारी का अभावः उत्तराखंड गृह विभाग अपर सचिव रिद्धिम अग्रवाल के मुताबिक, केंद्र सरकार के नए निर्देशानुसार मंगलवार को सभी 13 जिलों के जिलाधिकारी को निर्देश दिया गया कि छात्र-छात्राओं के घरों में जाकर बताया जाए कि कैसे ऑपरेशन गंगा के तहत उनकी वतन वापसी का प्रयास किया जा रहा है. उत्तराखंड गृह विभाग के मुताबिक, यूक्रेन से जिन उत्तराखंड और भारतीय लोगों की वतन वापसी के लिए विदेश मंत्रालय द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं, उनमें से कई व्यवस्थाओं से संबंधित बातें उन तक नहीं पहुंच रही हैं.

स्थानीय प्रशासन से मददः यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में फंसे भारतीय उत्तराखंड मूल के लोगों को यूक्रेन के ईस्टर्न और वेस्टर्न जोन इलाकों में स्थानीय प्रशासन की मदद से एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए विशेष वाहनों की व्यवस्था से लेकर रहने और खाने के इंतजाम भारत सरकार विदेश मंत्रालय द्वारा किए गए हैं. हालांकि, संबंधित व्यक्ति तक जानकारी का अभाव होने के कारण समस्याएं आ रही हैं. यही कारण है कि उत्तराखंड में जिलेवार नोडल अधिकारी यूक्रेन में फंसे छात्र छात्राओं या अन्य लोगों के परिवार जन से बातचीत कर वतन वापसी के लिए किए गए भारत सरकार की व्यवस्थाओं के बारे में अवगत कराएंगे.

यूक्रेन में फंसे हैं 250 छात्र-छात्राएंः उत्तराखंड सूचना विभाग के मुताबिक, अभी तक यूक्रेन में 250 उत्तराखंड मूल के छात्र-छात्राएं फंसे हैं. हालांकि इनके अलावा 25 छात्र-छात्राओं को ऑपरेशन गंगा के तहत वतन वापसी कराई गई है. मंगलवार को एक छात्रा सहित 6 छात्रों को यूक्रेन से उत्तराखंड पहुंचाया गया.

Last Updated : Mar 1, 2022, 10:06 PM IST
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