देहरादून: कोरोना वायरस से बचाव को लेकर उत्तराखंड सरकार इसे महामारी घोषित कर चुकी है. तो वहीं इसके बचाव को लेकर देहरादून कलेक्ट्रेट बेपरवाह दिखाई दिया. यहां काम करने वाले कर्मचारी और अधिकारी पब्लिक डीलिंग के समय कोई भी सुरक्षा नहीं अपना रहे हैं. यहां कोई भी कर्मचारी ने मास्क पहने नजर नहीं आया. साथ ही कचहरी परिसर और परेड ग्राउंड पर धरना देने वाले कर्मचारी भी इसके प्रभाव से अनजान बने हुए हैं. ईटीवी भारत के कैमरें में कैद तस्वीरें इस बात का प्रमाण हैं.
दरअसल, डीएम व एडीएम ऑफिस में कार्यरत कर्मियों के अलावा दस्तावेजों के आवेदन वाले ई डिस्ट्रिक्ट काउंटर पर बैठे कर्मचारी कोरोना वायरस से खुद का कोई बचाव नहीं कर रहे हैं. इस मामले में देहरादून जिला अधिकारी का कहना है कि वायरस के बचाव से संबंधित विशेषज्ञों की जानकारी संबंधित अधिकारियों को दी जा रही है, ताकि वह अपने इलाके व कार्यालय को सैनिटाइज कर सकें.
कचहरी परिसर में भी जागरुकता की कमी
देहरादून कचहरी परिसर और बार एसोसिएशन हॉल में कोरोना वायरस के खतरे को लेकर कोई सतर्कता नहीं बरती जा रही है. यहां पहुंचने वाले वकील भी वायरस के ख़तरे को दरकिनार कर बिना किसी भी सुरक्षा कवच के झुंड बनाकर मनोरंजन कक्ष में बैठे नजर आए. उधर, इस नजारे को वीडियो में कैद करते समय एक-दो वकीलों ने नाराजगी भी जताई.
हड़ताली राज्यकर्मचारी भी कोरोना वायरस से अनजान
प्रमोशन में आरक्षण पर रोक की मांग को लेकर राज्य कर्मचारी भी कोरोना वायरस के खतरे से अनजान हैं. अनिश्चितकाल हड़ताल पर चल रहे राज्यकर्मी परेड मैदान के एक हिस्से में धरना-प्रदर्शन करते नजर आये लेकिन इस दौरान किसी भी कर्मचारी मास्क पहने नजर नहीं आया.