देहरादून: थाना राजपुर पुलिस (Rajpur Police) और नगर कोतवाली पुलिस ने 2 महीने पहले निवेदिता नाम की युवती की हत्या कर शव को किमाड़ी के जंगलों में छुपाने वाले आरोपी को सहारनपुर (Saharanpur) से गिरफ्तार किया है. आरोपी की निशानदेही पर युवती का सड़ा-गला शव बरामद कर लिया गया है. पुलिस ने आरोपी को रिमांड में लेकर न्यायालय में पेश किया. पुलिस के अनुसार आरोपी और मृतिका का पिछले 8 महीने से प्रेम प्रसंग (love affair) चल रहा था. दोनों कई महीनों से साथ साथ रह रहे थे.
25 जून को पश्चिम बंगाल के रहने वाले हलधर मुखर्जी ने शिकायत दर्ज कराई. जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी लड़की निवेदिता मुखर्जी पहले दिल्ली में नौकरी करती थी. बाद में वह जाखन देहरादून आ गयी. निवेदिता मुखर्जी अक्टूबर 2020 में अंकित कुमार के सम्पर्क में आयी. वह देहरादून में चुक्खू मोहल्ला नैशविला रोड में पेइंग गेस्ट हाउस में रहती थी. अंकित चौधरी देहरादून में मैटेरियल सप्लाई व ऑनलाइन का काम करता था. अंकित के साथ निवेदिता का प्रेम प्रसंग चल रहा था. निवेदिता उससे शादी करना चाहती थी. अंकित लगातार निवेदिता के सम्पर्क में था. निवेदिता की उसकी मां से 28 मार्च को आखिरी बार बात हुई. उसके बाद से उससे कोई सम्पर्क नहीं हुआ.
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लंबे समय तक परिजनों ने निवेदिता से सम्पर्क करने की कोशिश नहीं की, मगर उससे संपर्क नहीं हो पाया. काफी प्रयास करने के बाद प्रेमी अंकित कुमार से फेसबुक पर सम्पर्क हुआ. जब उससे निवेदिता के सम्बन्ध में जानकारी मांगी तो उसने बताया कि उसकी मौत हो गई है. यह सुनकर परिजनों के होश उड़ गये. अंकित ने बताया कि निवेदिता को सिर में दर्द रहता था. वह तनाव में थी. एक दिन अचानक वह फ्लैट से गिर गई. जिससे उसकी मौत हो गई. उसके बाद अंकित से पूछा कि इस घटना के बाद परिजनों और पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी? पोस्टमार्टम क्यों नहीं करवाया?, जिस पर अंकित ने बताया कि निवेदिता की मौत के बाद वह बहुत डर गया था. वह गहरे सदमे में था. इसलिए पुलिस और परिवार को सूचना नहीं दी. अंकित ने बताया उसने निवेदिता की मौत के बाद उसका अन्तिम संस्कार कर दिया है.
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एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया पुलिस ने अंकित कुमार चौधरी को थाना कोतवाली नगर लाया गया. जिसके बाद अंकित से घटना की जानकारी मांगी गई. अंकित ने बताया वह और निवेदिता लगभग 8 महीने से एक दूसरे को जानते थे. वे शादी करना चाहते थे. पहले निवेदिता मुखर्जी चुक्खूवाला में रहती थी. जिसके बाद 24 अप्रैल 2021 को वह उसके साथ रॉयल होम स्टे IMS कॉलेज के पास राजपुर रोड देहरादून में रहने लगी. 28 मार्च की रात निवेदिता बालकनी की ग्रिल पर बैठी थी, जहां से वह अचानक नीचे गिर गयी. अंकित ने नीचे देखा तो निवेदिता का एक हाथ टूट गया था. उसके सिर पर चोट लगी थी, नाक से खून बह रहा था. जिसके कुछ देर बाद निवेदिता की सांसें बंद हो गई. जिससे वह घबरा गया.
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जिसके बाद वह निवेदिता (nivedita) के शव को गाड़ी की डिग्गी में रखकर फ्लैट के नीचे चल रहे निर्माण कार्य वाले स्थल पर ले गया. जहां से कुछ लकड़ियां अपनी गाड़ी की डिग्गी में भरी. जिसके बाद वह शव को मसूरी की तरफ काफी दूर ले गया. मसूरी रोड पर एक सुनसान जगह पर गाड़ी से पेट्रोल निकाल कर निवेदिता के शव को जला दिया और शव खाई में फेंक दिया. उसके बाद अंकित वापस देहरादून से आकर अपने गांव में ही रहने लगा. पुलिस ने अंकित से निवेदिता के मोबाइल, आईडी भी बरामद किये हैं. अंकित ने बताया कि उसने निवेदिता के शव को मसूरी किमाड़ी मार्ग पर सुनसान जंगल में पेट्रोल छिड़कर आग लगाई. जिसके बाद पुलिस टीम ने अंकित कुमार की निशानदेही पर निवेदिता मुखर्जी के शव को भी बरामद कर लिया.