- शीतकाल के लिए बंद होंगे बाबा केदार के कपाट
चारधाम में शुमार प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट आज 6 नवंबर को विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. मंदिर के मुख्य कपाट सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर होंगे. जिसके बाद बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली केदारनाथ से रवाना होगी. जो विभिन्न पड़ावों से होते हुए रात्रि प्रवास के लिए रामपुर पहुंचेगी.
- यमुनोत्री धाम के कपाट आज होंगे बंद
प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट आज विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. अभिजीत मुहूर्त में यमुनोत्री धाम के कपाट विधि-विधान से दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर 6 माह के लिए बंद कर दिए जाएंगे. इसके बाद मां यमुना जी की भोगमूर्ति अपने भाई शनि महाराज की डोली के साथ शीतकालीन प्रवास खरसाली के लिए रवाना होगी. उसी दिन शाम को अपने शीतकालीन प्रवास पहुंचेगी. वहीं, अब श्रद्धालु मां यमुना के दर्शन खुशीमठ यानी खरसाली में कर सकेंगे.
- मुखबा पहुंचेगी मां गंगा की भोगमूर्ति उत्सव डोली
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा समापन की ओर है. इसकी शुरुआत गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने के साथ हो चुकी है. शुक्रवार को गंगोत्री धाम के कपाट विधि विधान के साथ अगले 6 माह के लिए बंद हो गए हैं. आज मां गंगा की भोगमूर्ति उत्सव डोली मार्कण्डेय स्थित भगवती के मंदिर से मुखबा गांव के लिए रवाना होगी और अपने शीतकालीन प्रवास स्थल पहुंचेगी. जहां मुखबा गांव में स्थानीय लोग मां गंगा की उत्सव डोली का भव्य स्वागत करेंगे. आगामी तीन दिन तक मां गंगा की भोगमूर्ति को ग्रामीणों के दर्शन के लिए रखा जाएगा.
- आज बंद होंगे मां गौरी के कपाट
केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव पर गौरीकुंड में स्थित मां गौरा माई के कपाट वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ आज शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. अब शीतकाल के 6 महीने तक मां की पूजा-अर्चना गौरी गांव के चंडिका मंदिर में होगी. हर साल गौरा माई के कपाट बैशाखी पर्व पर खुलते हैं, जबकि भैयादूज पर्व पर बंद होते हैं. यह परंपरा सदियों से चली आ रही है.
- भैयादूज का त्योहार आज
आज भैयादूज का त्योहार मनाया जाएगा. इस दिन भाई बहन के घर पहुंचकर तिलक लगवाकर उन्हें सदा सुहागन रहने और उसकी सदा रक्षा करने का वचन देता है. मान्यता के अनुसार इस दिन भाई यदि बहन के घर भोजन करता है तो उसे यमराज और उसके दूत का डर नहीं सताता है. कार्तिक शुक्ल द्वितीया को मनाया जाने वाला भैयादूज का पर्व यमराज और उनकी बहन यमुना से जुड़ा हुआ है. इस दिन यम और शनि की पूजा करने से भी शनि भारी नहीं रहता है, इसलिए इस बार यह पर्व शनिवार को पड़ने से विशेष होगा.
- छोटे वाहनों के लिए खुलेगा गौला पुल
बीते दिनों आई भारी आपदा और बरसात के चलते हल्द्वानी के गौला नदी पर बना पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत कई अधिकारियों और मंत्रियों के दौरे के बाद एनएचएआई ने कार्य में तत्परता दिखाते हुए पुल के टूटे हुए हिस्से का 18 दिन के भीतर निर्माण कर दिया है. ऐसे में एनएचएआई विभाग 6 नवंबर से पुल को छोटे वाहनों के लिए खोलने जा रहा है. पुल के चालू हो जाने से चंपावत, सितारगंज, खटीमा, गौलापार चोरगलिया, सहित पहाड़ों को जाने वाले लोगों को काफी राहत मिलेगा और गौलापार को जोड़ने वाले सड़क की दूरी 12 किलोमीटर कम हो जाएगी.
जानिए देश और प्रदेश में आज क्या कुछ रहेगा खास - यमुनोत्री धाम कपाट बंद
शीतकाल के लिए बंद होंगे बाबा केदार के कपाट. यमुनोत्री धाम के कपाट आज होंगे बंद. मुखबा पहुंचेगी मां गंगा की भोगमूर्ति उत्सव डोली. भैयादूज का त्योहार आज. जानिए इसके अलावा क्या कुछ रहेगा खास...
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- शीतकाल के लिए बंद होंगे बाबा केदार के कपाट
चारधाम में शुमार प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट आज 6 नवंबर को विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. मंदिर के मुख्य कपाट सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर होंगे. जिसके बाद बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली केदारनाथ से रवाना होगी. जो विभिन्न पड़ावों से होते हुए रात्रि प्रवास के लिए रामपुर पहुंचेगी.
- यमुनोत्री धाम के कपाट आज होंगे बंद
प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट आज विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. अभिजीत मुहूर्त में यमुनोत्री धाम के कपाट विधि-विधान से दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर 6 माह के लिए बंद कर दिए जाएंगे. इसके बाद मां यमुना जी की भोगमूर्ति अपने भाई शनि महाराज की डोली के साथ शीतकालीन प्रवास खरसाली के लिए रवाना होगी. उसी दिन शाम को अपने शीतकालीन प्रवास पहुंचेगी. वहीं, अब श्रद्धालु मां यमुना के दर्शन खुशीमठ यानी खरसाली में कर सकेंगे.
- मुखबा पहुंचेगी मां गंगा की भोगमूर्ति उत्सव डोली
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा समापन की ओर है. इसकी शुरुआत गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने के साथ हो चुकी है. शुक्रवार को गंगोत्री धाम के कपाट विधि विधान के साथ अगले 6 माह के लिए बंद हो गए हैं. आज मां गंगा की भोगमूर्ति उत्सव डोली मार्कण्डेय स्थित भगवती के मंदिर से मुखबा गांव के लिए रवाना होगी और अपने शीतकालीन प्रवास स्थल पहुंचेगी. जहां मुखबा गांव में स्थानीय लोग मां गंगा की उत्सव डोली का भव्य स्वागत करेंगे. आगामी तीन दिन तक मां गंगा की भोगमूर्ति को ग्रामीणों के दर्शन के लिए रखा जाएगा.
- आज बंद होंगे मां गौरी के कपाट
केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव पर गौरीकुंड में स्थित मां गौरा माई के कपाट वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ आज शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. अब शीतकाल के 6 महीने तक मां की पूजा-अर्चना गौरी गांव के चंडिका मंदिर में होगी. हर साल गौरा माई के कपाट बैशाखी पर्व पर खुलते हैं, जबकि भैयादूज पर्व पर बंद होते हैं. यह परंपरा सदियों से चली आ रही है.
- भैयादूज का त्योहार आज
आज भैयादूज का त्योहार मनाया जाएगा. इस दिन भाई बहन के घर पहुंचकर तिलक लगवाकर उन्हें सदा सुहागन रहने और उसकी सदा रक्षा करने का वचन देता है. मान्यता के अनुसार इस दिन भाई यदि बहन के घर भोजन करता है तो उसे यमराज और उसके दूत का डर नहीं सताता है. कार्तिक शुक्ल द्वितीया को मनाया जाने वाला भैयादूज का पर्व यमराज और उनकी बहन यमुना से जुड़ा हुआ है. इस दिन यम और शनि की पूजा करने से भी शनि भारी नहीं रहता है, इसलिए इस बार यह पर्व शनिवार को पड़ने से विशेष होगा.
- छोटे वाहनों के लिए खुलेगा गौला पुल
बीते दिनों आई भारी आपदा और बरसात के चलते हल्द्वानी के गौला नदी पर बना पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत कई अधिकारियों और मंत्रियों के दौरे के बाद एनएचएआई ने कार्य में तत्परता दिखाते हुए पुल के टूटे हुए हिस्से का 18 दिन के भीतर निर्माण कर दिया है. ऐसे में एनएचएआई विभाग 6 नवंबर से पुल को छोटे वाहनों के लिए खोलने जा रहा है. पुल के चालू हो जाने से चंपावत, सितारगंज, खटीमा, गौलापार चोरगलिया, सहित पहाड़ों को जाने वाले लोगों को काफी राहत मिलेगा और गौलापार को जोड़ने वाले सड़क की दूरी 12 किलोमीटर कम हो जाएगी.