देहरादून: नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड की हर 3 महीने में होने वाली बैठक अब प्रत्येक महीने आयोजित की जाएगी. बोर्ड में बढ़ते मामलों के चलते केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस बैठक को हर महीने करने के निर्देश दिए हैं. उत्तराखंड के लिए अच्छी बात यह है कि अब देहरादून दिल्ली राजमार्ग में मोहन से गणेशपुर तक निर्माण के लिए मंजूरी दे दी गई है. दिल्ली में राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक के दौरान वन्यजीवों की सुरक्षा से जुड़े कई मसलों पर बातचीत हुई, जिसमें विकास कार्यों पर भी चिंतन किया गया.
देहरादून से दिल्ली राजमार्ग पर मोहन से गणेशपुर तक के सड़क निर्माण पर फंसा पेच अब राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की मंजूरी के बाद खत्म हो गया है. एक लंबे समय से देहरादून से दिल्ली के सफर को आसान करने के लिए इस मार्ग को बेहतर करने के प्रयास किए जा रहे थे. लेकिन वन क्षेत्र होने के चलते वन्यजीवों की सुरक्षा पर इसका असर न पड़े इसको लेकर चिंतन किया जा रहा था. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण इस मार्ग के चौड़ीकरण के पक्ष में था और वन महकमा इससे वन्यजीवों पर असर पड़ने की आशंका जता रहा था. जिसके बाद से ही इस मार्ग को बेहतर नहीं किया जा रहा था, लेकिन अब राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड में इस मार्ग को लेकर मंजूरी दे दी गई है.
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नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड में बड़ी संख्या में लंबित मामलों के चलते केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने निर्देश दिए हैं, कि 3 महीने में होने वाली इस बैठक को अब हर माह किया जाए. ताकि लंबित मामलों पर जल्द चिंतन होने के बाद अंतिम फैसला लिया जा सकें. बैठक के दौरान गढ़वाल मंडल विकास निगम के दो स्टोन क्रशर को मंजूरी दी गई है. उधर नमामि गंगे को भी इसकी रिपोर्ट भेज जाने का निर्णय लिया गया है. साथ ही एनटीसीए को भी अगले हफ्ते तक इसकी रिपोर्ट दी जाएगी. इसके अलावा नंद और इको सेंसिटिव जोन से बाहर होने के चलते लालकुआं स्टोन क्रशर को भी मंजूरी मिल गई है. चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन जीएस सुहाग ने कहा कि देहरादून से दिल्ली राजमार्ग को एलिवेटेड रोड बनाए जाने के लिए काफी लंबे समय से प्रस्ताव भी भेजा गया था, लेकिन अब इस पर मंजूरी मिल गई है.