मसूरी: सदी के सबसे बड़े सूर्य ग्रहण का मसूरी वासियों ने हल्के बादलों के बीच से दीदार किया है. मसूरी के विख्यात आचार्य परशुराम भट्ट ने बताया कि ग्रहण आषाढ़ कृष्ण पक्ष की अमावस्या को लगा है. जिसका पूरे देश पर प्रभाव पड़ा है. उन्होने कहा कि ग्रहण का सीधा असर राशियों पर भी देखा जाता है. इस सूर्य ग्रहण का मिथुन, मकर एवं वृश्चिक राशि के लिए बहुत अच्छा रहेगा और बाकी राशियों पर इसका मध्यम प्रभाव रहेगा.
उन्होंने बताया कि इस बार के सूर्य ग्रहण से प्राकृतिक आपदा, अनावृष्टि और बीमारी आदि का प्रकोप रहने वाला है, जिसका असर अक्टूबर माह के अंत तक देखने को मिलेगा. मसूरी में ग्रहण सुबह 10 बजकर 24 मिनट से शुरू हुआ और दोपहर 1 बजकर 59 मिनट पर खत्म हुआ. इस दौरान सभी मंदिरों के कपाट बंद रहें.
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मसूरी के स्थानीय लोग सुबह से ही सूर्य ग्रहण देखने की कोशिक कर रहे थे. लेकिन बादलों की लुका-छिपी में लोग सूर्य ग्रहण को ठीक तरीके से नहीं देख पाए. दोपहर में मौसम साफ होने के बाद लोगों ने सूर्य ग्रहण का दीदार किया. वहीं, ग्रहण समाप्त होने पर उन्होंने स्नान कर पूजा पाठ और दान भी किया.