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नालियों में गोबर बहाने वाले डेयरी संचालक सावधान, निगम ने ऐसा बनाया है प्लान

देहरादून शहर में कई डेयरी संचालक हैं. इनमें अधिकतर डेयरी संचालक गाय और भैंस के गोबर नालियों में बहा देते हैं. जिससे कारण नालियां चोक हो जाती है. सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के दौरान होती है. बारिश होने पर नालियां बंद हो जाती हैं. जिसके कारण गंदा पानी लोगों के घरों में घुस जाता है. ऐसे में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

नालियों में गोबर
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Published : Jun 5, 2019, 12:00 AM IST

देहरादूनः प्रदेश में कुछ दिनों में मानसून दस्तक देने जा रहा है. ऐसे में शहर में पानी की निकासी और नालियों में पानी भरने की समस्या बढ़ जाती है. अक्सर डेयरी संचालक अपने मवेशियों के गोबर को सीधे नाले में डाल देते हैं. जिससे नालियां चोक हो जाती हैं. इसे देखते हुए नगर निगम डेयरी संचालकों के खिलाफ सख्त हो गया है. निगम अब जल्द ही डेयरी संचालकों से गोबर लेगा और शुल्क भी वसूलेगा.

नालियों में गोबर की समस्या को लेकर जानकारी देते मेयर सुनील उनियाल गामा.


बता दें कि देहरादून शहर में कई डेयरी संचालक हैं. इनमें अधिकतर डेयरी संचालक गाय और भैंस के गोबर नालियों में बहा देते हैं. जिससे कारण नालियां चोक हो जाती है. सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के दौरान होती है. बारिश होने पर नालियां बंद हो जाती हैं. जिसके कारण गंदा पानी लोगों के घरों में घुस जाता है. ऐसे में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

ये भी पढ़ेंः चीन की तर्ज पर केदारनाथ में बनेगा कांच का पुल, देश-दुनिया में देवभूमि को मिलेगी नई पहचान


इस समस्या के निजात को लेकर कई बार विभिन्न वार्डों के लोग मेयर को ज्ञापन भी सौंप चुके हैं. इसे देखते हुए नगर निगम डेयरी संचालकों पर लगाम लगाने के लिए अलग से व्यवस्था बनाने जा रहा है. लोगों की समस्या को देखते हुए नगर निगम गोबर के साथ ही शुल्क लेने की कवायद में है. ऐसे में नगर निगम को उम्मीद है कि इस योजना के बाद शहर की काफी नालियां साफ हो जाएंगी.


मेयर सुनील उनियाल गामा ने जानकारी देते हुए बताया कि देहरादून में गोबर की बड़ी समस्या है. डेयरी संचालक गोबर को नाली में बहा देते हैं, जिससे शहर की सभी नालियां चोक हो जाती हैं. अब इसके लिए अलग से व्यवस्था बनाई जा रही है. इसके तहत गोबर को नगर निगम उठाएगा और उसके बदले उनसे शुल्क लिया जाएगा. इसके बावजूद भी डेयरी संचालक गोबर को नालियों में डालते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि इस योजना से शहर की करीब 50 प्रतिशत नालियां साफ हो जाएगी. गोबर को एक जगह इकट्ठा करने के लिए जगह भी चिन्हित कर ली गई है.

देहरादूनः प्रदेश में कुछ दिनों में मानसून दस्तक देने जा रहा है. ऐसे में शहर में पानी की निकासी और नालियों में पानी भरने की समस्या बढ़ जाती है. अक्सर डेयरी संचालक अपने मवेशियों के गोबर को सीधे नाले में डाल देते हैं. जिससे नालियां चोक हो जाती हैं. इसे देखते हुए नगर निगम डेयरी संचालकों के खिलाफ सख्त हो गया है. निगम अब जल्द ही डेयरी संचालकों से गोबर लेगा और शुल्क भी वसूलेगा.

नालियों में गोबर की समस्या को लेकर जानकारी देते मेयर सुनील उनियाल गामा.


बता दें कि देहरादून शहर में कई डेयरी संचालक हैं. इनमें अधिकतर डेयरी संचालक गाय और भैंस के गोबर नालियों में बहा देते हैं. जिससे कारण नालियां चोक हो जाती है. सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के दौरान होती है. बारिश होने पर नालियां बंद हो जाती हैं. जिसके कारण गंदा पानी लोगों के घरों में घुस जाता है. ऐसे में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

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इस समस्या के निजात को लेकर कई बार विभिन्न वार्डों के लोग मेयर को ज्ञापन भी सौंप चुके हैं. इसे देखते हुए नगर निगम डेयरी संचालकों पर लगाम लगाने के लिए अलग से व्यवस्था बनाने जा रहा है. लोगों की समस्या को देखते हुए नगर निगम गोबर के साथ ही शुल्क लेने की कवायद में है. ऐसे में नगर निगम को उम्मीद है कि इस योजना के बाद शहर की काफी नालियां साफ हो जाएंगी.


मेयर सुनील उनियाल गामा ने जानकारी देते हुए बताया कि देहरादून में गोबर की बड़ी समस्या है. डेयरी संचालक गोबर को नाली में बहा देते हैं, जिससे शहर की सभी नालियां चोक हो जाती हैं. अब इसके लिए अलग से व्यवस्था बनाई जा रही है. इसके तहत गोबर को नगर निगम उठाएगा और उसके बदले उनसे शुल्क लिया जाएगा. इसके बावजूद भी डेयरी संचालक गोबर को नालियों में डालते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि इस योजना से शहर की करीब 50 प्रतिशत नालियां साफ हो जाएगी. गोबर को एक जगह इकट्ठा करने के लिए जगह भी चिन्हित कर ली गई है.

Intro: शहर की दूध डेरियों द्वारा फैलाये गए गोबर जो नालियों में बहा देते है जिसके कारण नालियां बन्द हो जाती है।ओर बरसात आने पर नालियों में पानी भरने के कारण घरो में घुस जाता है।इस समस्या का निजात दिलाने के लिए अब नगर निगम दूध डेरियों से गोबर लेगी ओर ओर उसका शुल्क डेरी संचालक को देना होगा।ओर उसके बाद भी अगर कोई डेरी संचालक नालियों में गोबर बहेगा तो उस पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।नगर निगम गोबर इकट्ठा करने के लिए जगह भी देख ली है।और जल्द ही नगर निगम यह योजना शुरू कर देगा।


Body:शहर की अधिकतर नालियां गंदगी के कारण या फिर डेरी संचालको के यहा गाय और भैंस के गोबर के कारण चोक होती है।क्योंकि डेरी संचालको द्वारा गोबर नालियों में बहा देते है।जिस कारण नालियां चोक हो जाती है।नालियां चोक होने के कारण बरसात के दिनों में नालियां का गंदा पानी लोगो के घरों में घुस जाता है।जिसके लिए कई बार वार्डो के लोग नालियों की सफाई को लेकर मेयर को ज्ञापन सौंपा है।लेकिन अब तक इस ऐसी कोई योजना नही बनाई गई थी कि डेरी संचालको पर लगाम लगाया जा सके।लेकिन इस बार वार्डो के लोगों की समस्याओं को देखते हुए नगर निगम गोबर के बदले शुल्क लेगा।और नगर निगम को उम्मीद है कि इस योजना के बाद शहर की काफी नालियां साफ हो जाएगी।


Conclusion:देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा ने जानकारी देते हुए बताया कि देहरादून में गोबर की बहुत बड़ी समस्या है जो डेरी संचालक गोबर को नाली में बहाते है उस कारण सभी नालियां चोक हो जाती है।अब नगर निगम इनके लिए व्यवस्था बनाई जा रही कि इनका गोबर नगर निगम उठाएगा ओर उसके बदले हम इसका शुल्क लेगे।ओर उसके बाद भी अगर डरी संचालक गोबर को नालियों में छोड़ते है तो उन पर दण्डत्मक कार्यवाही की जायेगी।इस योजना से शहर की 50 प्रतिशत नालियां साफ हो जाएगी।साथ गोबर को एक जगह इकट्ठा करने के लिए जगह भी चिन्हित कर ली गई।

बाइट मेल की है मेल से उठाने की कृपा करें।

धन्यवाद।
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