नई दिल्ली/देहरादून: टिहरी गढ़वाल सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह (MP Mala Rajya Laxmi Shah) ने सदन में मुरादाबाद रेल मंडल में देहरादून से कालसी तक रेल लाइन बिछाने को लेकर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि देहरादून से कालसी तक रेल लाइन बिछाने के लिए दो बार सर्वे हो चुका है, जिसमें कोई भी तकनीकि खामी नहीं है. लेकिन अभी तक देहरादून से कालसी तक रेल लाइन बिछाने के लिए वित्तीय स्वीकृति नहीं मिली है.
उन्होंने सवाल कहा कि ये क्षेत्र पछवादून, जौनसार बावर क्षेत्र में आता है और इस क्षेत्र के बहुत सारे लोग सेना में अपनी सेवा देते हैं. ऐसे उनके घर आने जाने में मुश्किलों को सामना करना पड़ता है. इसके साथ ही कालसी शिलालेख पर्यटन की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है. साथ ही व्यापारिक दृष्टि से भी ये क्षेत्र महत्वपूर्ण है. ऐसे में रेल लाइन ना होने के कारण यहां से व्यापारियों और यहां से आने जाने वाले पर्यटकों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ती है.
सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह ने सदन में बताया कि देहरादून से कालसी तक मार्ग भी बहुत पुराना है और समय समय पर देहरादून से कालसी तक रेल लाइन बिछाने की मांग होती आई है. उन्होंने सदन के माध्यम से रेल मंत्री से अनुरोध किया है कि देहरादून से कालसी तक रेल लाइन बिछाने के लिए बजट स्वीकृति प्रदान करने की मांग की है.
बच्चों की सुरक्षा पर सवाल: वहीं, गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत (Garhwal MP Tirath Singh Rawat) ने आज लोकसभा में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवाल पूछा. तीरथ सिंह रावत ने बच्चों पर अपराध केस पर लापरवाही और बाल सुरक्षा के लिए पूरे देश में एक अलग पुलिस सेल और फास्ट ट्रैक चाइल्ड रेस्क्यू सेल (FTCRC) की जरूरत पर सदन और सरकार का ध्यान आकर्षित किया है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में बच्चों की सुरक्षा के लिए फास्ट ट्रैक चाइल्ड रेस्क्यू सेल का होना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में 472 मिलियन बच्चों की सुरक्षा के लिए कुछ ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
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गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) ने कहा कि आज हर एक बच्चा देश के लिए बेशकीमती है. वह ना सिर्फ अपने परिवार के लिए बल्कि पूरे देश का स्वर्णिम भविष्य भी है. दिन प्रति दिन बच्चों पर अपराध बढ़ते चले जा रहे हैं, जो कि एक विकट समस्या है और विडंबना है कि उनकी सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हैं. एनसीआरबी के अनुसार हर आठ मिनट में एक बच्चा पूरे भारत में गायब और हर दिन 108 बच्चों का यौन शोषण हो रहा है. ऐसे में बच्चों की सुरक्षा के लिए सरकार को जल्द से जल्द फास्ट ट्रैक चाइल्ड रेस्क्यू सेल (Fast Track Child Rescue Cell) का गठन करना चाहिए.