देहरादूनः उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की दिशा में सरकार लगातार काम कर रही है. इसमें विभिन्न निजी संस्थाओं को भी हाईटेक और बेहतर करने के लिए सरकार अपना योगदान दे रही है. इसी कड़ी में बुधवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एवं केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे की उपस्थिति में ऑनलाइन आयोजित कार्यक्रम में स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय, ग्लोबल हेल्थ एलायंस और यूनाइटेड किंगडम के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर हुए. ग्लोबल हेल्थ एलायंस विभिन्न कोर्सेज के माध्यम से मेडिकल स्टाफ के तौर पर पैरामेडिकल स्टाफ और नर्सिंग स्टाफ को क्वालिटी प्रशिक्षण देगा. इसी प्रकार मोटर बाइक पैरामेडिक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि दोनों संस्थाओं के मध्य इस समझौते से स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्तराखंड को काफी लाभ होगा. मोटर बाइक पैरामेडिक से पर्वतीय क्षेत्रों में मौके पर जाकर मरीजों को त्वरित चिकित्सा दी जा सकेगी. विश्व स्तरीय संस्था ग्लोबल हेल्थ एलायंस द्वारा डिजाइन किये गये पाठ्यक्रमों से यहां के मेडिकल और पैरामेडिकल छात्रों का कौशल विकास होगा. रोजगार की दृष्टि से भी युवाओं को लाभ मिल सकेगा.
पढ़ेंः पेयजल के पूर्व एमडी भजन सिंह के खिलाफ विजिलेंस जांच शुरू
मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि देहरादून मेडिकल हब के रूप में उभर रहा है. हृदय रोग और डायबिटीज के इलाज की सुविधा पर विशेष ध्यान देना होगा. स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ विजय धस्माना ने स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के कार्यो की जानकारी देते हुए कहा कि उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाना उनकी पहली प्राथमिकता है. इस एमओयू से पैरामेडिकल स्टाफ की गुणवत्ता बढ़ेगी.