देहरादून: सदी के सबसे बड़े कुंभ मेले का आज विधिवत शुभारंभ हो गया है. एक महीने तक चलने वाले कुंभ मेले में पुलिस-प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती क्राउड मैनेजमेंट के साथ ही कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकना होगा. इसके लिए कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को सोशल-डिस्टेंसिंग का पालन, मास्क का अनिवार्यता और कोविड की निगेटिव रिपोर्ट को जरूरी किया गया है. ऐसे में किसी भी हाल में लापरवाही बरतने वालों पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी. इसके लिए हरिद्वार में पुलिस प्रशासन ने हाईटेक कंट्रोल रूम बनाया है. जहां हर तरह की सुविधाएं मौजूद हैं. इस हाईटेक तकनीक के जरिए कुंभ में ऐसे कैमरे लगाये गये हैं जो बिना मास्क पहनने वालों की पहचान कर कंट्रोल रूम में बैठे पुलिसकर्मियों और अधिकारियों तक सूचना पहुंचा देगा.
उत्तर प्रदेश उत्तराखंड की सीमा से लेकर दूसरे जनपदों की सीमा तक पुलिस प्रशासन ने ऐसे कैमरों से सीमाओं को कैद किया है, जो ना केवल गाड़ी में बैठे लोगों की संख्या बताएंगे बल्कि आपने मास्क पहना है या नहीं इसकी जानकारी भी तुरंत कंट्रोल तक पहुंचा देगा. कुंभ मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या और कोरोना संक्रमण को देखते हुए कुंभ पुलिस इन हाईटेक कैमरों का इस्तेमाल कर रही है.
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ये हाईटेक कैमरे कुंभ में कोरोना की गाइडलाइन का पालन करवाने के साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से काफी महत्वूपूर्ण हैं. इस कैमरों से कंट्रोल रूम में बैठकर आसानी से पूरे कुंभ क्षेत्र पर नजर रखी जा सकती है.
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हरिद्वार की मेला कंट्रोल रूम से पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी की जा रही है. मेला क्षेत्र में तीन शिफ्ट में पुलिसकर्मी कंट्रोल रूम में नजर बनाए हुए हैं. खास बात यह है कि इस बार कंट्रोल रूम में ऐसे कैमरों से निगरानी की जा रही है जो यह बताएंगे कि कोरोना काल में कितनी भीड़ किस नियम से घाटों पर स्नान कर रही है, यानी अगर आप रेलवे, बस अड्डे या अन्य जगहों पर भी मास्क का प्रयोग नहीं करते तो भी आपका चालान होना निश्चित है.
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आईजी कुंभ मेला संजय गुंज्याल बताते हैं कि कुंभ मेले में पुलिस प्रशासन हर बार ट्रैफिक मैनेजमेंट और भीड़ कंट्रोल को लेकर रणनीति बनाती है. मगर इस बार वायरस के कारण पुलिस हाईटेक तरीके से कुंभ में निगरानी कर रही है. लिहाजा इस बार अलग-अलग पैमाने पर कंट्रोल रूम में काम किया जा रहा है.
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संजय गुंज्याल ने बताया कि कुंभ मेला क्षेत्र में लगाये गये ये कैमरे सुरक्षा की दृष्टि से इतने कारगर हैं कि अगर कोई वस्तु एक जगह पर 10 से 15 मिनट तक पड़ी रहती है तो ये तुरंत कंट्रोल रूम को सिग्नल दे देंगे. जिससे किसी भी अनहोनी के होने से पहले ही निपटा जा सकेगा.