देहरादून: सरकारी योजनाओं को नाम पर किस तरह उत्तराखंड में पैसे के बंदरबांट इसका एक और मामला सामना आ सकता है. हाल ही में केंद्र सरकार की पोषण योजना के तहत महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को हाल ही में स्मार्ट फोन दिए हैं, लेकिन इसमें बड़े घोटाले की आशंका जताई जा रही है. क्योंकि ये स्मार्ट फोन बाजार से दोगुने रेट पर खरीदे गए हैं.
महिला एवं बाल विकास की ओर से उत्तराखंड में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं लावा जेड-612GB फोन दिया गया था. इस फोन की बाजार में कीमत 4980- 5394 रुपये के बीच है, लेकिन आप को जानकार हैरानी होगी कि विभाग ने ये मोबाइल 10000 रुपए में खरीदा है. ऐसे में विभाग पर सवाल उठाना लाजिमी है.
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मोबाइन खरीद में घोटाले की आशंका जताते हुए एक गुमनाम शिकायत पत्र मुख्यमंत्री को भी भेजा गया है. जिसमें कहा गया है कि विभाग ने यह मोबाइल बाजारी मूल्य से लगभग 3500 रुपए अधिक दाम पर खरीदा है.
जब इस बारे में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की निदेशक झरना कामठान ने बात की गई तो उन्होंने भी इस बात को स्वीकार किया है. उन्होंने मानना है कि मोबाइल बाजार से ज्यादा दाम पर खरीदे गए है. लेकिन इस पर उन्होंने सफाई भी दी है. उनका कहना है कि विभाग में अपने सॉफ्टवेयर के हिसाब से डायरेक्ट कंपनी से मोबाइल फोन बनवाया है. इसीलिए इसके दाम अधिक है.