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उत्तराखंड विधानसभा सत्रः पेंशन को लेकर अपनों ने ही सरकार को घेरा, मिला ये जवाब

सदन के भीतर कांग्रेस विधायक ममता राकेश के सवाल उठाने के बाद सत्ता पक्ष के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने भी पेंशन देने के मामले को लेकर सरकार को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि किसी घर में दो सदस्य पात्र हो तो उन्हें भी पेंशन मिलना चाहिए. पेंशन रिकवरी नहीं होनी चाहिए.

विधायक सुरेंद्र सिंह जीना
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Published : Jun 25, 2019, 5:18 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड विधानसभा सत्र के दूसरे दिन सदन में प्रश्नकाल के दौरान सत्तापक्ष के विधायकों ने अतारांकित प्रश्नों के तहत सत्ता पक्ष को जमकर घेरा. कांग्रेस विधायक ममता राकेश के सवाल उठाने के बाद सत्ता पक्ष के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने भी पेंशन देने के मामले को लेकर सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी.

पेंशन मामले पर बोलते बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह जीना.


सदन में कांग्रेस विधायक ममता राकेश ने तारांकित प्रश्न के तहत समाज कल्याण विभाग में विभिन्न पेंशन योजनाओं के लाभ को लेकर सवाल उठाए. इस दौरान उन्होंने कहा कि पेंशन योजनाओं के लाभ पाने वाले आवेदकों की अधिकतम मासिक आय के मानक 4 हजार रुपये प्रतिमाह है. बावजूद वास्तविक रूप से जरूरत मंदों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.


कांग्रेस विधायक ममता राकेश के इस सवाल उठाने के बाद सत्ता पक्ष के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने भी पेंशन देने के मामले को लेकर सरकार को घेरा. बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने कहा कि पहले किसी घर में दो लोग पैसा प्राप्त करने के पात्र हों तो दोनों लोगों को पेंशन दी जाती थी, लेकिन अब ऐसी जानकारी आ रही है कि पेंशन बंद कर दी गई है. घर में सिर्फ एक ही व्यक्ति को पेंशन दी जाएगी. साथ ही अन्य व्यक्ति की पेंशन रिकवरी की जाएगी.

ये भी पढ़ेंः विधानसभा सत्र: सरकार पर इंदिरा हृदयेश का हमला, कहा- जन समस्याओं के लिए दो दिन का समय कम


विधायक जीना ने कहा कि इस बारे में उन्होंने संबंधित मंत्री से निवेदन किया था कि जब पेंशन उनके ही द्वारा लगाई गई थी तो अब उसे रिकवरी करने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है. जिस पर मंत्री ने बताया कि रिकवरी के मामले को रुकवा दिया गया है और अब किसी की भी रिकवरी नहीं होगी. इस दौरान उन्होंने मंत्री से निवेदन किया था कि जब 2010 से परिवार के दो सदस्यों को पेंशन मिल रही थी तो उन्हें पेंशन मिलना चाहिए. इस पर सरकार की ओर से बीते 2016 से पेंशन बंद करने का जवाब आया, लेकिन इस मसले पर समाज कल्याण मंत्री ने आश्वासन दिया है कि सरकार इस पर विचार करेगी.

देहरादूनः उत्तराखंड विधानसभा सत्र के दूसरे दिन सदन में प्रश्नकाल के दौरान सत्तापक्ष के विधायकों ने अतारांकित प्रश्नों के तहत सत्ता पक्ष को जमकर घेरा. कांग्रेस विधायक ममता राकेश के सवाल उठाने के बाद सत्ता पक्ष के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने भी पेंशन देने के मामले को लेकर सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी.

पेंशन मामले पर बोलते बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह जीना.


सदन में कांग्रेस विधायक ममता राकेश ने तारांकित प्रश्न के तहत समाज कल्याण विभाग में विभिन्न पेंशन योजनाओं के लाभ को लेकर सवाल उठाए. इस दौरान उन्होंने कहा कि पेंशन योजनाओं के लाभ पाने वाले आवेदकों की अधिकतम मासिक आय के मानक 4 हजार रुपये प्रतिमाह है. बावजूद वास्तविक रूप से जरूरत मंदों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.


कांग्रेस विधायक ममता राकेश के इस सवाल उठाने के बाद सत्ता पक्ष के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने भी पेंशन देने के मामले को लेकर सरकार को घेरा. बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने कहा कि पहले किसी घर में दो लोग पैसा प्राप्त करने के पात्र हों तो दोनों लोगों को पेंशन दी जाती थी, लेकिन अब ऐसी जानकारी आ रही है कि पेंशन बंद कर दी गई है. घर में सिर्फ एक ही व्यक्ति को पेंशन दी जाएगी. साथ ही अन्य व्यक्ति की पेंशन रिकवरी की जाएगी.

ये भी पढ़ेंः विधानसभा सत्र: सरकार पर इंदिरा हृदयेश का हमला, कहा- जन समस्याओं के लिए दो दिन का समय कम


विधायक जीना ने कहा कि इस बारे में उन्होंने संबंधित मंत्री से निवेदन किया था कि जब पेंशन उनके ही द्वारा लगाई गई थी तो अब उसे रिकवरी करने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है. जिस पर मंत्री ने बताया कि रिकवरी के मामले को रुकवा दिया गया है और अब किसी की भी रिकवरी नहीं होगी. इस दौरान उन्होंने मंत्री से निवेदन किया था कि जब 2010 से परिवार के दो सदस्यों को पेंशन मिल रही थी तो उन्हें पेंशन मिलना चाहिए. इस पर सरकार की ओर से बीते 2016 से पेंशन बंद करने का जवाब आया, लेकिन इस मसले पर समाज कल्याण मंत्री ने आश्वासन दिया है कि सरकार इस पर विचार करेगी.

Intro:summary - सदन के भीतर कांग्रेस विधायक ममता राकेश के सवाल उठाने के बाद सत्ता पक्ष के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने भी पेंशन देने के मामले को लेकर सरकार को जमकर घेरा।


Intro - विधानसभा सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल के दौरान जहां एक ओर विपक्ष के विधायकों ने तारांकित प्रश्नों को उठाकर सत्तापक्ष को घेरने की कोशिश की तो वहीं सत्तापक्ष के विधायकों ने अतारांकित प्रश्नों के तहत सत्ता पक्ष को जमकर घेरा। सदन के भीतर कांग्रेस विधायक ममता राकेश ने तारांकित प्रश्न के तहत सदन के भीतर समाज कल्याण विभाग ने विभिन्न पेंशन योजनाओं का लाभ पाने वाले आवेदकों की अधिकतम मासिक आय के मानक 4000 रुपये प्रतिमाह होने के बावजूद वास्तविक रूप से जरूरत मंदो को योजना का लाभ नही मिल पा रहा हैं।


Body:सदन के भीतर कांग्रेस विधायक ममता राकेश के सवाल उठाने के बाद सत्ता पक्ष के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने भी पेंशन देने के मामले को लेकर सरकार को जमकर घेरा। वही भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने बताया कि पहले टेंशन में यह था कि अगर घर में दो लोग पैसे प्राप्त करने के पात्र हैं तो पहले यह था कि दोनों लोगों को पेंशन दी जाएगी और मिल भी रही थी। लेकिन अब ऐसी जानकारी आ रही है कि पेंशन बंद कर घर में सिर्फ एक ही व्यक्ति को पेंशन दी जाएगी और उसके साथ ही एक व्यक्ति की पेंशन रिकवरी की जाएगी।


जिस वजह से मंत्री से निवेदन किया कि जब पेंशन मंत्री द्वारा ही लगाई गई थी तो अब उसे रिकवरी करने की कोई सवाल ही पैदा होते हैं, इस मसले में मंत्री ने बताया कि रिकवरी के मामले को रुकवा दिया गया है और किसी की भी रिकवरी नहीं होगी। और मंत्री से निवेदन किया कि जब 2010 से परिवार के दो सदस्यों की पेंशन लगी हुई थी तो उनको पेंशन मिलना चाहिए इस पर सरकार की तरफ से जवाब आया कि यह पेंशन 2016 में पिछली सरकार ने बंद कर दी थी। लेकिन इस मसले पर समाज कल्याण मंत्री ने आश्वासन दिया है की सरकार इस पर विचार करेगी।

बाइट - सुरेंद्र सिंह जीना, भाजपा विधायक





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