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हिलटॉपः खंडूड़ी की बेटी भी विरोध में, कहा- सरकार हो सकती है मजबूर, पर नहीं करेंगी समर्थन

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Published : Jul 23, 2019, 5:49 PM IST

Updated : Jul 23, 2019, 6:09 PM IST

पूर्व सीएम बीसी खंडूड़ी की बेटी और यमकेश्वर विधानसभा से बीजेपी विधायक ऋतु खंडूड़ी ने भी पहाड़ों पर शराब को बढ़ावा देने वाले कदम का विरोध किया है. ऋतु का कहना है कि वो सरकार की विधायक बाद में हैं, इससे पहले एक महिला हैं. ऐसे में वो हिलटॉप शराब का सर्मथन नहीं करेगी.

ritu khanduri

देहरादूनः उत्तराखंड में चर्चा का विषय बनी 'हिलटॉप' शराब पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पूर्व सीएम भुवन चंद्र खंडूड़ी के बाद अब उनकी बेटी ऋतु खंडूड़ी ने भी शराब फैक्ट्री का विरोध किया है. ऋतु का कहना है कि सरकार की रेवेन्यू को लेकर मजबूरी हो सकती है, लेकिन एक महिला होने के नाते वो इसका कभी समर्थन नहीं करेंगी.

हिलटॉप पर प्रतिक्रिया देतीं यमकेश्वर बीजेपी विधायक ऋतु खंडूड़ी.

बता दें कि देवप्रयाग विधानसभा में हिलटॉप शराब की फैक्ट्री को लेकर सूबे में बहस छिड़ी हुई है. एक ओर बीजेपी इसे प्रदेश की आर्थिकी के लिए फायदेमंद बता रही है, तो दूसरी ओर प्रदेश की जनता इसे देवभूमि की संस्कृति के खिलाफ बताकर सरकार के सामने मुश्किलें खड़ी कर रही है. इससे पहले भी मामले को लेकर पूर्व सीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेता भुवन चंद खंडूड़ी ने भी टिहरी जनपद में शराब बाटलिंग प्लांट पर विरोध जताया था. इस बयान के बाद सरकार की परेशानी बढ़ गई थी.

ये भी पढ़ेंः चाय बागान के जमीनों को कब्जे में लेगी सरकार, HC के आदेश के बाद लिया फैसला

वहीं, बीसी खंडूड़ी की बेटी और यमकेश्वर विधानसभा से बीजेपी विधायक ऋतु खंडूड़ी ने भी पहाड़ों पर शराब को बढ़ावा देने वाले इस कदम का विरोध किया है. विधायक ऋतु का कहना है कि वो सरकार की विधायक बाद में है, पहले एक महिला हैं. हमेशा महिलाओं ने शराब और नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ी है, ऐसे में एक महिला होने के नाते वो हिलटॉप शराब का सर्मथन कैसे कर सकती हैं. ऋतु खंडूड़ी का कहना है कि सरकार की रेवन्यू को लेकर मजबूरी हो सकती है, लेकिन वो किसी भी तरह से इस फैसले के समर्थन में नहीं है.

क्या है विवाद?

इनदिनों उत्तराखंड की सियासत में हिलटॉप की बड़ी चर्चा है. दरअसल, हिलटॉप एक शराब ब्रांड का नाम है जिसका बॉटलिंग प्लांट देवप्रयाग के नजदीक बन रहा है. इस प्लांट पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आमने-सामने हैं. हिलटॉप मामले के उछलने के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत इस प्रकरण के केंद्र में आ गए हैं. दरअसल, उनकी सरकार ने ही देवप्रयाग क्षेत्र के ग्राम डाडवा में बाटलिंग प्लांट की स्थापना के लिए एफएलएम-2 की अनुमति दी थी. हालांकि, हरीश रावत का कहना है कि उनकी सरकार ने फ्रूट वाइन के लिए लाइसेंस मंजूर किया था, जिसे मौजूदा सरकार ने बदल दिया है.

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि उन्होंने उत्तराखंडी फलों, सब्जियों आदि की खपत को बढ़ाने के लिए आबकारी नीति में परिवर्तन किया था. तब लोगों ने एक शराब का नाम लेकर आसमान सिर पर उठा लिया था. उसमें 10 प्रतिशत फलों का रस ब्लेंड होता था, स्वाद उसका कुछ बदला-बदला सा था. फिर कुमाऊं व गढ़वाल में वाइनरी प्लांट लगाने को लाइसेंस दिए, तो लोग सड़कों पर उतर आए. वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री का कोई लाइसेंस नहीं दिया गया है. यह गलत प्रचारित किया जा रहा है. उन्होंने साफ किया कि यह स्थान देवप्रयाग से 40 किमी दूर और राष्ट्रीय राजमार्ग से 10 किमी अंदर है.

उधर, शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती और अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया भी पहाड़ में शराब फैक्ट्री खोले जाने का विरोध कर चुके हैं. इसके बाद पूर्व सीेम खंडूड़ी ने भी इस फैक्ट्री का विरोध किया है.

देहरादूनः उत्तराखंड में चर्चा का विषय बनी 'हिलटॉप' शराब पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पूर्व सीएम भुवन चंद्र खंडूड़ी के बाद अब उनकी बेटी ऋतु खंडूड़ी ने भी शराब फैक्ट्री का विरोध किया है. ऋतु का कहना है कि सरकार की रेवेन्यू को लेकर मजबूरी हो सकती है, लेकिन एक महिला होने के नाते वो इसका कभी समर्थन नहीं करेंगी.

हिलटॉप पर प्रतिक्रिया देतीं यमकेश्वर बीजेपी विधायक ऋतु खंडूड़ी.

बता दें कि देवप्रयाग विधानसभा में हिलटॉप शराब की फैक्ट्री को लेकर सूबे में बहस छिड़ी हुई है. एक ओर बीजेपी इसे प्रदेश की आर्थिकी के लिए फायदेमंद बता रही है, तो दूसरी ओर प्रदेश की जनता इसे देवभूमि की संस्कृति के खिलाफ बताकर सरकार के सामने मुश्किलें खड़ी कर रही है. इससे पहले भी मामले को लेकर पूर्व सीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेता भुवन चंद खंडूड़ी ने भी टिहरी जनपद में शराब बाटलिंग प्लांट पर विरोध जताया था. इस बयान के बाद सरकार की परेशानी बढ़ गई थी.

ये भी पढ़ेंः चाय बागान के जमीनों को कब्जे में लेगी सरकार, HC के आदेश के बाद लिया फैसला

वहीं, बीसी खंडूड़ी की बेटी और यमकेश्वर विधानसभा से बीजेपी विधायक ऋतु खंडूड़ी ने भी पहाड़ों पर शराब को बढ़ावा देने वाले इस कदम का विरोध किया है. विधायक ऋतु का कहना है कि वो सरकार की विधायक बाद में है, पहले एक महिला हैं. हमेशा महिलाओं ने शराब और नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ी है, ऐसे में एक महिला होने के नाते वो हिलटॉप शराब का सर्मथन कैसे कर सकती हैं. ऋतु खंडूड़ी का कहना है कि सरकार की रेवन्यू को लेकर मजबूरी हो सकती है, लेकिन वो किसी भी तरह से इस फैसले के समर्थन में नहीं है.

क्या है विवाद?

इनदिनों उत्तराखंड की सियासत में हिलटॉप की बड़ी चर्चा है. दरअसल, हिलटॉप एक शराब ब्रांड का नाम है जिसका बॉटलिंग प्लांट देवप्रयाग के नजदीक बन रहा है. इस प्लांट पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आमने-सामने हैं. हिलटॉप मामले के उछलने के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत इस प्रकरण के केंद्र में आ गए हैं. दरअसल, उनकी सरकार ने ही देवप्रयाग क्षेत्र के ग्राम डाडवा में बाटलिंग प्लांट की स्थापना के लिए एफएलएम-2 की अनुमति दी थी. हालांकि, हरीश रावत का कहना है कि उनकी सरकार ने फ्रूट वाइन के लिए लाइसेंस मंजूर किया था, जिसे मौजूदा सरकार ने बदल दिया है.

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि उन्होंने उत्तराखंडी फलों, सब्जियों आदि की खपत को बढ़ाने के लिए आबकारी नीति में परिवर्तन किया था. तब लोगों ने एक शराब का नाम लेकर आसमान सिर पर उठा लिया था. उसमें 10 प्रतिशत फलों का रस ब्लेंड होता था, स्वाद उसका कुछ बदला-बदला सा था. फिर कुमाऊं व गढ़वाल में वाइनरी प्लांट लगाने को लाइसेंस दिए, तो लोग सड़कों पर उतर आए. वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री का कोई लाइसेंस नहीं दिया गया है. यह गलत प्रचारित किया जा रहा है. उन्होंने साफ किया कि यह स्थान देवप्रयाग से 40 किमी दूर और राष्ट्रीय राजमार्ग से 10 किमी अंदर है.

उधर, शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती और अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया भी पहाड़ में शराब फैक्ट्री खोले जाने का विरोध कर चुके हैं. इसके बाद पूर्व सीेम खंडूड़ी ने भी इस फैक्ट्री का विरोध किया है.

Intro:summary- हिलटॉप शराब पर पूर्व सीएम और भाजपा के दिग्गज नेता भुवनचंद खण्डूरी के बाद उनकी विधायिका बेटी का भी विरोध।


एंकर- उत्तराखंड के चर्चा का विषय बनी हिलटॉप शराब पर विवाद थमने का नाम नही ले रहा है। उत्तराखंड के पूर्व सीएम भुवनचंद खण्डूरी के बाद अब उनकी बेटी यमकेश्वर से विधायक ऋतु खण्डूरी ने भी एक महिला होने के नाते शराब की फक्ट्री का विरोध किया है। ऋतु खण्डूरी का कहना है कि सरकार की रेवन्यू को लेकर मजबूरी हो सकती है लेकिन एक महिला होने के नाते इसका समर्थन कभी नही कर सकती है।


Body:वीओ- देवप्रयाग विधानसभा में हिलटॉप शराब की फैक्ट्री पर सूबे में बहस छिड़ी हुई है। एक तरफ भाजपा सरकार इसे प्रदेश की आर्थिकी के लिए फायदेमंद बताने में लगा हुआ है तो वहीं एक तबका इसे देवभूमि की संस्कृति के खिलाफ बता कर सरकार की मुश्किलें खड़े करने में लगा हुआ है। ऐसे में इस विषय पर तमाम लोगों को व्यक्तिगत राय भी सामने आई है जिसमे पूर्व सीएम और भजपा के बड़े नेता भुवनचंद खण्डूरी ने भी हिलटॉप शराब पर अपना विरोध दर्ज करवाया था जिस बयान ने सरकार को भी परेशान किया था तो वहीं अब पूर्व सीएम भुवन खण्डूरी की पुत्री यमकेश्वर विधानसभा से भाजपा विधायिका ऋतु खण्डूरी ने भी पहाड़ों पर शराब को बढ़ावा देने वाले इस कदम से अपनी राय जुदा रखी है।

यमकेश्वर विधायक ऋतु खण्डूरी का कहना है कि वो सरकार की विधायक बाद में है और एक महिला पहले हैं। ऋतु खण्डूरी ने कहा कि पहाड़ों की संस्कृति रही है, यंहा पर महिलाओं ने हमेशा शराब और नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ी है ऐसे में वो एक महिला होने के नाते हिलटॉप शराब का सर्मथन कैसे कर सकती हैं। ऋतु खण्डूरी का कहना है कि जरूर सरकार की रेवन्यू को लेकर मजबूरी रही हो लेकिन वो किसी भी तरह से इस फैसले के समर्थन में नही है।

बाइट- ऋतु खण्डूरी, यमकेश्वर भाजपा विधायक

यमकेश्वर से विधायक ऋतु खण्डूरी ने


Conclusion:
Last Updated : Jul 23, 2019, 6:09 PM IST
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