देहरादून: उत्तराखंड में पांचवें धाम के रूप में शामिल किया गया है. सैन्यधाम निर्माण की तैयारियों को अमली जामा पहनाने की पहल शुरू हो गयी है. इसी क्रम में सैन्यधाम निर्माण को लेकर राज्य के शहीदों के आंगन की पवित्र धूल लाने के लिए रोड मैप तैयार करने के काम सैनिक कल्याण निदेशालय को पहले ही निर्देशित किया जा चुका है. अब इसकी भव्यता में चार चांद लगाने के लिए हैवी आर्मड वैपन की व्यवस्था करने के लिए सैनिक कल्याण मंत्री ने चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ विपिन रावत से मुलाकात की है.
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि 'सैन्य धाम' को ना केवल 'शहीद स्मारक' की तरह बल्कि एक आकर्षक पर्यटक स्थल के रूप में भी विकसित करने की योजना है, ताकि प्रदेश के युवाओं एवं देशभर से आने वाले पर्यटकों को भारतीय सेनाओं के त्याग, बलिदान एवं वीरता की सच्ची झलक मिल सके और वह देश सेवा के लिए प्रेरित हो सकें. सैन्य धाम में स्मारक के साथ-साथ म्यूजियम, बहादुरी पदक गैलरी, विभिन्न महत्वपूर्ण लड़ाइयों का विवरण और अन्य भारतीय सेनाओं से जुड़े युद्धक सामान को भी प्रदर्शित किये जाने की योजना है.
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि सैन्य धाम परिसर को और अधिक आकर्षक बनाने हेतु सीडीएस के माध्यम से निश्प्रयोजित सैनिक उपकरणों की मांग की गई है. जिसमें 2 सेना के टैंक, 1 वायुसेना का लड़ाकू विमान एवं एक नौसेना का एक छोटा वैसल, सेना की आर्टिलरी तोपें सहित 2 एयर डिफेंस गन सम्मलित हैं. देहरादून में उत्तराखंड राज्य का एक भव्य शहीद स्मारक का निर्माण 'सैन्य धाम' के रूप में किया जा रहा है, जिसके लिए भूमि पूजन दिनांक 23 जनवरी 2021 को किया जा चुका है.
पढ़ें- गणेश जोशी ने CDS बिपिन रावत से उत्तराखंड के लिए मांगे सेना के डॉक्टर
वहीं, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने मुलाकात के दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत ने राज्य के सैन्यधाम के निर्माण में हर संभव मदद का भरोसा दिलाया गया है. उन्होंने कहा कि सैन्यधाम का निर्माण कार्य प्रारम्भ होते ही सेना पूर्ण सहयोग करेगी.