देहरादूनः सूबे के स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत (Dhan Singh Rawat on Gujarat tour) अपने 3 दिवसीय गुजरात दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने दौरे के तीसरे दिन राज्य सहकारी बैंक और नाबार्ड की संयुक्त बैठक (joint meeting of nabard) में हिस्सा लिया. वहीं, बीते दिन उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण परिषद के 14वें सम्मेलन में शिरकत की और उत्तराखंड का पक्ष रखा था.
गुजरात दौरे के तीसरे दिन गुजरात नाबार्ड के सीजीएम ज्ञानेंद्र मणि (Gujarat NABARD CGM Gyanendra Mani) द्वारा उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत का शॉल एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया. इससे पूर्व ज्ञानेंद्र मणि 1 साल तक उत्तराखंड नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक भी रहे हैं. बैठक में बीके सिंघल महाप्रबंधक नाबार्ड, श्वेता पटेल सहायक निबंधक, प्रदीप बोहरा सीईओ राज्य सहकारी बैंक गुजरात सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
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गुजरात स्थित नाबार्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में आज सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने गुजरात राज्य सहकारी बैंक एवं नाबार्ड द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी ली. उन्होंने गुजरात राज्य सहकारी बैंकों के प्रॉफिट मॉडल एवं बैंकों के एनपीए कम करने की रणनीति को भी जाना. साथ ही नाबार्ड एवं गुजरात राज्य सहकारी बैंक द्वारा संचालित 'मॉडल कॉपरेटिव विलेज' पायलट प्रोजेक्ट के बारे में भी जानकारी हासिल की. राज्य में सहकारी बैंकों में एनपीए कम करने के लिए गुजरात मॉडल को लागू किया जाएगा. उन्होंने सहकारी क्षेत्र की बेहतरी के लिए दोनों राज्यों के मध्य भविष्य में जानकारी साझा करने का सुझाव बैठक में रखा.
सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि गुजरात राज्य सहकारी बैंकों की भांति उत्तराखंड के सहकारी बैंकों को भी प्रॉफिट में लाया जाएगा. इसके लिए राज्य में भी गुजरात मॉडल पर काम किया जाएगा. उन्होंने बताया कि गुजरात प्रवास के दौरान एक बैठक में नाबार्ड एवं गुजरात राज्य सहकारी बैंक द्वारा सहकारिता के क्षेत्र में संचालित विभिन्न योजनाओं का प्रस्तुतिकरण दिया गया, जिसमें बताया गया कि गुजरात राज्य सहकारी बैंकों में नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) को कम करने एवं बैंकिंग प्रणाली में व्यापक सुधार के लिए ठोस प्रयास किए गए जिसके उपरांत विगत 10 सालों से गुजरात के सहकारी बैंक मुनाफे में हैं.
सहकारिता मंत्री ने बताया कि उत्तराखंड में भी पिछले 5 वर्षों में कई सहकारी बैंकों ने बेहत्तर प्रदर्शन कर शुद्ध लाभ अर्जित किया, जो बैंक घाटे में रहे उनकी स्थिति में सुधार कर एवं एनपीए स्तर को कम करके उन्हें प्रॉफिट में लाया जाएगा. उन्होंने बताया कि नाबार्ड एवं गुजरात राज्य सहकारी बैंक द्वारा गुजरात में ‘मॉडल कॉपरेटिव विलेज’ पायलट प्रोजेक्ट संचालित किया जा रहा है. जिसे केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह द्वारा 10 अप्रैल 2022 को लॉन्च किया गया. इस महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट के अंतर्गत 6 गांव एवं 6 पैक्स को गोद लेकर उनका विकास किया जा रहा और गांव के प्रत्येक परिवार को आय के साधन उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की योजना राज्य में भी संचालित की जाएगी.
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इस दौरान राज्य सहकारी बैंक गुजरात के चेयरमैन अजय पटेल द्वारा उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत जी के साथ मुलाकात कर सहकारिता के संदर्भ में विस्तार से चर्चा की गई. इस मौके पर अजय पटेल द्वारा माननीय सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत जी को सरदार वल्लभभाई पटेल स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की प्रतिमा भेंट की गई. बता दें कि नाबार्ड से उत्तराखंड में कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट संचालित हैं. वहीं, हर साल नाबार्ड की होने वाली यह बैठक नाबार्ड के एनुअल प्लान के लिए महत्वपूर्ण होती है और उम्मीद लगाई जा रही है कि गुजरात में हो रही इस बैठक के बाद उत्तराखंड के लिए कई प्रोजेक्ट स्वीकृत होंगे.