ETV Bharat / state

उप खनिज उठान पर लगी रोक, टारगेट पूरा नहीं कर पाया वन विकास निगम - वन विकास निगम

डोइवाला में सोंग और जाखन नदी में उप खनिज उठान पर 25 मई से रोक लगा दी गई है. डोइवाला के आठ घाटों पर अभी तक सिर्फ 80 फीसदी खनन निकासी ही हो पाई है.

उप खनिज उठान पर लगी रोक
author img

By

Published : May 26, 2019, 10:27 AM IST

Updated : May 26, 2019, 10:38 AM IST

डोइवाला: राज्य सरकार के अधीन वन विकास निगम द्वारा संचालित उप खनिज निकासी पर रोक लगा दी गई है. डोइवाला में सोंग और जाखन नदी में 8 स्थानों पर वन विकास निगम द्वारा उप खनिज घाट बनाये गए हैं. 25 मई की शाम को आदेश जारी कर उप खनिज की निकासी पर अगले आदेश तक के लिए रोक लगा दिया गया है. अब तक विभाग अपना टारगेट भी पूरा नहीं कर पाया था. बरसात तक उप खनिज उठान पर रोक लगने के कारण अब लोगों को महंगे दामों पर रेत, बजरी और पत्थर खरीदने पड़ सकते हैं.

वन विकास निगम के प्रभागीय प्रबंधक शेर सिंह ने बताया कि 25 मई की शाम से खनन का काम बंद कर दिया गया है. इस बार डोइवाला के सबसे बड़े घाट धर्मुचक में 4 लाख 83 हजार 424 टन खनन निकासी की गई, जिससे करीब 9 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई है. वहीं, दूसरे बड़े घाट रानीपोखरी में भी 4 करोड़ की राजस्व की प्राप्ति है.

पढ़ें- बदरी-विशाल के दर्शन कर बाबा केदार के दर पहुंचे मुकेश अंबानी

शेर सिंह ने बताया कि इस सत्र में बीच में कार्य बंद होने, हाई कोर्ट में मामला चलने व बाहर की गाड़ियां न आने की वजह से वन विकास निगम का टारगेट पूरा नहीं हो पाया है. उनके मुताबिक धर्मुचक खनन घाट पर 5 लाख 40 हजार टन उप खनिज निकासी का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 4 लाख 83 हजार 424 टन उपखनिज की निकासी ही हो पाई. वहीं, रानीपोखरी खनन निकासी गेट पर 4 लाख 9 हजार 500 तन के सापेक्ष, 2 लाख 36 हजार 121 टन की निकासी हो पाई.

उन्होंने बताया कि अभी तक सभी घाटों पर लक्ष्य के सापेक्ष 80 फीसदी खनन निकासी हो पाई है. खनन निकासी के लिए प्रस्ताव बनाकर भारत सरकार को भेज दिया गया है. जैसे ही खनन की अनुमति मिलेगी, खनन का काम शुरू किया जाएगा.

बता दें, डोइवाला की सोंग व जाखन नदी में उपखनिज उठान का कार्य किया जाता है और 8 घनन घाटों से उप खनिज की निकासी की जाती है. फिर इन उप खनिज की बिक्री बक्सर वाला, कालू वाला, रानीपोखरी, भोगपुर, माजरी, धर्मुचक, धनियाडी और गुलरघाटी में की जाती है. इन सभी स्थानों पर वन विकास निगम द्वारा तोल कांटे लगाए गए हैं.

डोइवाला: राज्य सरकार के अधीन वन विकास निगम द्वारा संचालित उप खनिज निकासी पर रोक लगा दी गई है. डोइवाला में सोंग और जाखन नदी में 8 स्थानों पर वन विकास निगम द्वारा उप खनिज घाट बनाये गए हैं. 25 मई की शाम को आदेश जारी कर उप खनिज की निकासी पर अगले आदेश तक के लिए रोक लगा दिया गया है. अब तक विभाग अपना टारगेट भी पूरा नहीं कर पाया था. बरसात तक उप खनिज उठान पर रोक लगने के कारण अब लोगों को महंगे दामों पर रेत, बजरी और पत्थर खरीदने पड़ सकते हैं.

वन विकास निगम के प्रभागीय प्रबंधक शेर सिंह ने बताया कि 25 मई की शाम से खनन का काम बंद कर दिया गया है. इस बार डोइवाला के सबसे बड़े घाट धर्मुचक में 4 लाख 83 हजार 424 टन खनन निकासी की गई, जिससे करीब 9 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई है. वहीं, दूसरे बड़े घाट रानीपोखरी में भी 4 करोड़ की राजस्व की प्राप्ति है.

पढ़ें- बदरी-विशाल के दर्शन कर बाबा केदार के दर पहुंचे मुकेश अंबानी

शेर सिंह ने बताया कि इस सत्र में बीच में कार्य बंद होने, हाई कोर्ट में मामला चलने व बाहर की गाड़ियां न आने की वजह से वन विकास निगम का टारगेट पूरा नहीं हो पाया है. उनके मुताबिक धर्मुचक खनन घाट पर 5 लाख 40 हजार टन उप खनिज निकासी का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 4 लाख 83 हजार 424 टन उपखनिज की निकासी ही हो पाई. वहीं, रानीपोखरी खनन निकासी गेट पर 4 लाख 9 हजार 500 तन के सापेक्ष, 2 लाख 36 हजार 121 टन की निकासी हो पाई.

उन्होंने बताया कि अभी तक सभी घाटों पर लक्ष्य के सापेक्ष 80 फीसदी खनन निकासी हो पाई है. खनन निकासी के लिए प्रस्ताव बनाकर भारत सरकार को भेज दिया गया है. जैसे ही खनन की अनुमति मिलेगी, खनन का काम शुरू किया जाएगा.

बता दें, डोइवाला की सोंग व जाखन नदी में उपखनिज उठान का कार्य किया जाता है और 8 घनन घाटों से उप खनिज की निकासी की जाती है. फिर इन उप खनिज की बिक्री बक्सर वाला, कालू वाला, रानीपोखरी, भोगपुर, माजरी, धर्मुचक, धनियाडी और गुलरघाटी में की जाती है. इन सभी स्थानों पर वन विकास निगम द्वारा तोल कांटे लगाए गए हैं.

Intro:डोईवाला
वन विकास निगम द्वारा संचालित उप खनिज उठान कार्य बंद
बरसात के बाद खुलेंगे खनन घाट
उप खनिज उठान से सरकार को करोड़ो राजस्व की प्रप्ति
डोईवाला के दो बड़े खनन घाटों से 13 करोड़ की राजस्व की प्राप्ति ।
राज्य सरकार के अधीन वन विकास निगम द्वारा संचालित उपखनिज की निकासी पर बरसात तक रोक लगा दी गई है बरसात तक उप खनिज उठान पर रोक लगने के कारण लोगों को महंगे दामों पर रेत बजरी पत्थर लेने को मजबूर होना पड़ेगा डोईवाला में सोंग और जाखन नदी में 8 स्थानों पर वन विकास निगम द्वारा उप खनिज घाट बनाए गए हैं जो 25 मई की शाम से अगले आदेश तक उप खनिज की बिक्री के लिए बंद कर दिए गए हैं उप खनिज की बिक्री से सरकार को करोड़ों रुपए की राजस्व की प्राप्ति हुई है और अगले आदेश तक भारत सरकार से अनुमति मिलने के बाद खनन कार्य शुरू होगा ।


Body:बता दें कि डोईवाला की सोंग व जाखन नदी में उप खनिज उठान का कार्य किया जाता है और 8 घनन घाटों से उप खनिज की निकासी की जाती है जिसमें बक्सर वाला ,कालू वाला ,रानीपोखरी, भोगपुर, माजरी ,धर्मुचक, धनियाडी, गुलरघाटी स्थानों पर उप खनिज की बिक्री की जाती है और इन स्थानों पर वन विकास निगम द्वारा तोल कांटे लगाए गए हैं ।

वन विकास निगम के प्रभागीय लोगिग प्रबंधक शेर सिंह ने बताया कि विगत साल अक्टूबर में नदियां खुल गई थी और लगभग आठ माह खनन निकासी कार्य के बाद 15 मई सायं से नदियों में खनन निकासी का कार्य बंद कर दिया गया है और इस बार डोईवाला के सबसे बड़े घाट धर्मुचक में 4 लाख 83 हजार 424 टन खनन निकासी की गई और 9 करोड रुपए की राजस्व की प्राप्ति हुई वही दूसरे बड़े घाट रानीपोखरी में भी 4 करोड की राजस्व की प्राप्ति हुई ।


Conclusion:डी एल एम शेर सिंह ने बताया कि इस सत्र में बीच में कार्य बंद होने और हाई कोर्ट में मामला चले जाने व बाहर की गाड़ियां ना आने की वजह के चलते इस बार वन विकास निगम अपना टारगेट पूरा नहीं कर पाया धर्मुचक खनन घाट पर 5 लाख 40 हजार टन उप खनिज निकासी का लक्ष्य रखा गया था लेकिन 4 लाख 83 हजार 424 टन उप खनिज की निकासी हो पाई वही रानीपोखरी खनन निकासी गेट पर चार लाख नौ हजार 500 तन के सापेक्ष दो लाख 36 हजार 121 टन की निकासी हो पाई इसी प्रकार अन्य घाटों पर भी 80 प्रतिशत खनन निकासी का कार्य हो पाया वही डी एल एम शेर सिंह ने बताया कि नदियों का प्रस्ताव बना कर भारत सरकार को भेज दिया गया है और भारत सरकार से अनुमति मिलने के बाद खनन कार्य शुरू कर दिया जाएगा ।

बाईट शेर सिंह प्रभागीय लॉगिंग प्रबंधक वन विकास निगम
Last Updated : May 26, 2019, 10:38 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.