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उत्तराखंड में मौसम विभाग ने जारी किया 'आसमानी आफत' का रेड अलर्ट, देहरादून समेत इन जिलों में बंद रहेंगे स्कूल

उत्तराखंड में बारिश लगातार जारी है. पहाड़ी इलाकों में बारिश ने लोगों की मुश्किलों को दोगुना कर दिया है. मलबा आने के कारण बार-बार हाईवे और मोटर मार्ग बंद हो रहे हैं. दूसरी तरफ नदियों का जलस्तर बढ़ने से लोगों का डर और भी मजबूत हो गया है. मौसम को देखते हुए देहरादून, चमोली और नैनीताल में स्कूल बंद रखने के आदेश जारी हुए हैं.

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Published : Jul 10, 2023, 7:36 PM IST

Updated : Jul 10, 2023, 8:02 PM IST

उत्तराखंड में मौसम विभाग ने जारी किया 'आसमानी आफत' का रेड अलर्ट

देहरादूनः उत्तराखंड में बारिश के साथ ही पहाड़ों में दुश्वारियां बढ़ गई हैं. मौसम को लेकर मौसम विभाग लगातार अलर्ट जारी कर रहा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सभी अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. प्रदेश में पिछले 1 हफ्ते से लगातार बारिश का कहर जारी है. मैदाने से लेकर पहाड़ों तक स्थिति विकट हो चुकी है. एक तरफ मैदानी क्षेत्रों में जल भराव की समस्या से लोगों की परेशानी बढ़ रही है. दूसरी तरफ पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश के कारण लैंडस्लाइड की घटनाओं ने जन जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. उधर मौसम विभाग की चेतावनी के बाद देहरादून, चमोली और नैनीताल डीएम ने जिले में कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों, मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने के निर्देश दिए हैं.

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देहरादून में मंगलवार को स्कूल बंद रहेंगे.

मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. एहतियातन प्रशासन की सभी टीमों को भी अलर्ट कर दिया गया है. जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौसम की पल-पल की जानकारी ले रहे हैं. इसके साथ ही अगले दो दिनों तक प्रदेश में सभी प्रशासनिक टीमों को अलर्ट कर दिया गया है. मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. इसको देखते हुए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अपनी सभी टीमों को अलर्ट किया है, जबकि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आइटीबीपी और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं.

पहाड़ों पर बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें: प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण मैदान से लेकर पहाड़ों तक लोग परेशान हैं. चार धाम यात्रा मार्ग पर बार-बार पहाड़ी से सड़कों पर मलबा आने से यात्रा भी अवरुद्ध हो रही है. प्रदेश में नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे समेत 200 ज्यादा सड़कें बंद पड़ी हुई है.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में बारिश ने रफ्तार पर लगाई 'ब्रेक', प्रदेश में कुल 160 सड़कें बंद, जन जीवन अस्त व्यस्त

सीएम धामी ले रहे पल-पल की अपडेट: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रदेश में बारिश के दौरान पल-पल की खबर पर खुद नजर बनाए हुए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण आपदा नियंत्रण विभाग और जिला प्रशासन की सभी टीमों को अलर्ट कर दिया गया है. जबकि किसी भी तरह की आपदा की स्थिति में तत्काल मदद भेजने और आपदा में लगाई गई सभी टीमों में आपसी समन्वय स्थापित करने के निर्देश सभी अधिकारियों को जारी कर दिए गए हैं.

  • Uttarakhand | A culvert built on the Jalandhari river near Harshil in Uttarkashi has been washed away due to the flood in the river. This bridge connects the trek route between Harshil and Chitkul in Himachal. pic.twitter.com/i8UtELcHqL

    — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मौसम विभाग का अलर्ट: देहरादून मौसम विभाग के निर्देशक बिक्रम सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि लगातार हो रही बारिश से लैंडस्लाइड और नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. इससे नदी किनारे रहने वालों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि 11 जुलाई को ज्यादा बारिश और लैंडस्लाइड की घटनाएं हो सकती हैं. जो लोग संवेदनशील इलाकों में रह रहे हैं, वे सावधान रहें और उसके साथ ही 11 जुलाई को पहाड़ की यात्रा करने से बचें. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए बताया कि प्रशासन के निर्देशों का जरूर पालन करें.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में बारिश से बेहाल जिंदगी, रौद्र रूप में बह रही सुपिन नदी, 10 गांवों का कटा संपर्क

रात 8 बजे से सुबह 5 बजे तक आवाजाही पर रोक: मॉनूसन सीजन में बदरीनाथ और केदारनाथ हाईवे पर रात आठ बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक कोई भी यात्री या स्थानीय वाहन नहीं चलेंगे. इस दौरान सिर्फ सैन्य या फिर आकस्मिक वाहनों को ही आवाजाही में छूट दी जाएगी. रुद्रप्रयाग में प्रशासन ने यह नियम लागू कर दिये हैं. हाईवे पर जगह-जगह पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन के बाद बढ़ रही दुर्घटनाओं के कारण यह फैसला लिया गया है. रुद्रप्रयाग में बदरीनाथ, केदारनाथ हाईवे के अलावा कुंड-चोपता-बदरीनाथ हाईवे पर भी यह नियम लागू होंगे. रुद्रप्रयाग में शाम के समय जवाड़ी बाईपास पर वाहनों को रोका जा रहा है.

बारिश में भी नहीं रुक रहे कांवड़ियों के कदम: उधर धर्मनगरी हरिद्वार में हो रही लगातार बारिश के बावजूद भी कांवड़ियों का उत्साह ठंडा नहीं हो रहा है. लाखों की संख्या में कांवड़िये हरकी पैड़ी से गंगाजल लेकर अपने-अपने गंतव्य की ओर लौट रहे हैं. आस्था का सैलाब ऐसा है कि भारी बारिश भी कावड़ियों के कदमों को रोक नहीं पा रही है. बारिश के चलते उत्तराखंड पुलिस ने भी कांवड़ियों से मौसम की जानकारी लेने के बाद ही कांवड़ यात्रा करने की अपील की है.

बारिश के कारण हरिद्वार में कई जगह जलभराव की स्थिति बनी हुई है. जबकि नेशनल हाईवे भी जगह-जगह से क्षतिग्रस्त है. एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह के मुताबिक, जिन राज्यों से यह कांवड़िये हरिद्वार की ओर आ रहे हैं, उनसे लगातार सामंजस्य बिठाया जा रहा है. इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. कावड़ियों की संख्या रिकॉर्ड तोड़ आने की संभावना है.
ये भी पढ़ेंः Weather Update: पहाड़ से मैदान तक भारी बारिश से तबाही, इन राज्यों में 'रेड अलर्ट'

उत्तराखंड में मौसम विभाग ने जारी किया 'आसमानी आफत' का रेड अलर्ट

देहरादूनः उत्तराखंड में बारिश के साथ ही पहाड़ों में दुश्वारियां बढ़ गई हैं. मौसम को लेकर मौसम विभाग लगातार अलर्ट जारी कर रहा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सभी अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. प्रदेश में पिछले 1 हफ्ते से लगातार बारिश का कहर जारी है. मैदाने से लेकर पहाड़ों तक स्थिति विकट हो चुकी है. एक तरफ मैदानी क्षेत्रों में जल भराव की समस्या से लोगों की परेशानी बढ़ रही है. दूसरी तरफ पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश के कारण लैंडस्लाइड की घटनाओं ने जन जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. उधर मौसम विभाग की चेतावनी के बाद देहरादून, चमोली और नैनीताल डीएम ने जिले में कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों, मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने के निर्देश दिए हैं.

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देहरादून में मंगलवार को स्कूल बंद रहेंगे.

मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. एहतियातन प्रशासन की सभी टीमों को भी अलर्ट कर दिया गया है. जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौसम की पल-पल की जानकारी ले रहे हैं. इसके साथ ही अगले दो दिनों तक प्रदेश में सभी प्रशासनिक टीमों को अलर्ट कर दिया गया है. मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. इसको देखते हुए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अपनी सभी टीमों को अलर्ट किया है, जबकि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आइटीबीपी और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं.

पहाड़ों पर बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें: प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण मैदान से लेकर पहाड़ों तक लोग परेशान हैं. चार धाम यात्रा मार्ग पर बार-बार पहाड़ी से सड़कों पर मलबा आने से यात्रा भी अवरुद्ध हो रही है. प्रदेश में नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे समेत 200 ज्यादा सड़कें बंद पड़ी हुई है.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में बारिश ने रफ्तार पर लगाई 'ब्रेक', प्रदेश में कुल 160 सड़कें बंद, जन जीवन अस्त व्यस्त

सीएम धामी ले रहे पल-पल की अपडेट: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रदेश में बारिश के दौरान पल-पल की खबर पर खुद नजर बनाए हुए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण आपदा नियंत्रण विभाग और जिला प्रशासन की सभी टीमों को अलर्ट कर दिया गया है. जबकि किसी भी तरह की आपदा की स्थिति में तत्काल मदद भेजने और आपदा में लगाई गई सभी टीमों में आपसी समन्वय स्थापित करने के निर्देश सभी अधिकारियों को जारी कर दिए गए हैं.

  • Uttarakhand | A culvert built on the Jalandhari river near Harshil in Uttarkashi has been washed away due to the flood in the river. This bridge connects the trek route between Harshil and Chitkul in Himachal. pic.twitter.com/i8UtELcHqL

    — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मौसम विभाग का अलर्ट: देहरादून मौसम विभाग के निर्देशक बिक्रम सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि लगातार हो रही बारिश से लैंडस्लाइड और नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. इससे नदी किनारे रहने वालों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि 11 जुलाई को ज्यादा बारिश और लैंडस्लाइड की घटनाएं हो सकती हैं. जो लोग संवेदनशील इलाकों में रह रहे हैं, वे सावधान रहें और उसके साथ ही 11 जुलाई को पहाड़ की यात्रा करने से बचें. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए बताया कि प्रशासन के निर्देशों का जरूर पालन करें.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में बारिश से बेहाल जिंदगी, रौद्र रूप में बह रही सुपिन नदी, 10 गांवों का कटा संपर्क

रात 8 बजे से सुबह 5 बजे तक आवाजाही पर रोक: मॉनूसन सीजन में बदरीनाथ और केदारनाथ हाईवे पर रात आठ बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक कोई भी यात्री या स्थानीय वाहन नहीं चलेंगे. इस दौरान सिर्फ सैन्य या फिर आकस्मिक वाहनों को ही आवाजाही में छूट दी जाएगी. रुद्रप्रयाग में प्रशासन ने यह नियम लागू कर दिये हैं. हाईवे पर जगह-जगह पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन के बाद बढ़ रही दुर्घटनाओं के कारण यह फैसला लिया गया है. रुद्रप्रयाग में बदरीनाथ, केदारनाथ हाईवे के अलावा कुंड-चोपता-बदरीनाथ हाईवे पर भी यह नियम लागू होंगे. रुद्रप्रयाग में शाम के समय जवाड़ी बाईपास पर वाहनों को रोका जा रहा है.

बारिश में भी नहीं रुक रहे कांवड़ियों के कदम: उधर धर्मनगरी हरिद्वार में हो रही लगातार बारिश के बावजूद भी कांवड़ियों का उत्साह ठंडा नहीं हो रहा है. लाखों की संख्या में कांवड़िये हरकी पैड़ी से गंगाजल लेकर अपने-अपने गंतव्य की ओर लौट रहे हैं. आस्था का सैलाब ऐसा है कि भारी बारिश भी कावड़ियों के कदमों को रोक नहीं पा रही है. बारिश के चलते उत्तराखंड पुलिस ने भी कांवड़ियों से मौसम की जानकारी लेने के बाद ही कांवड़ यात्रा करने की अपील की है.

बारिश के कारण हरिद्वार में कई जगह जलभराव की स्थिति बनी हुई है. जबकि नेशनल हाईवे भी जगह-जगह से क्षतिग्रस्त है. एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह के मुताबिक, जिन राज्यों से यह कांवड़िये हरिद्वार की ओर आ रहे हैं, उनसे लगातार सामंजस्य बिठाया जा रहा है. इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. कावड़ियों की संख्या रिकॉर्ड तोड़ आने की संभावना है.
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Last Updated : Jul 10, 2023, 8:02 PM IST
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