देहरादून: कोरोना महामारी के खिलाफ जंग लड़ रहे सफाई कर्मचारी शहर की हर गली और मोहल्ले को सैनिटाइज और साफ करने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. लेकिन संकट की इस घड़ी में समाज को अपनी सर्वोत्तम सेवाएं दे रहे सफाई कर्मियों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है. इसी कड़ी में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के कार्यकर्ताओं ने सफाई कर्मियों के कुछ मुद्दों को लेकर जिला प्रशासन के माध्यम से सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को ज्ञापन भेजा.
सफाई कर्मचारियों की मुख्य मांगे
- कोरोना संक्रमण के रोकथाम में लगे हुए सफाई कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाए.
- प्रत्येक क्षेत्र में सफाई कर्मचारियों की कमी को देखते हुए स्थायी रूप से भर्ती किया जाए.
- कोरोना महामारी से लगातार लड़ रहे सफाई कर्मियों और सफाई सुपरवाइजरों के मेडिकल टेस्ट समय-समय पर किए जाए.
- हरिद्वार जिले में कोरोना महामारी में दवा का छिड़काव करते हुए सफाई कर्मी ऋषि पाल की मृत्यु पर मुआवजा तथा परिवार के सदस्य को नौकरी दी जाए.
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ज्ञापन सौंपने के दौरान उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के पूर्व प्रदेश संयोजक मोहन कुमार काला ने कहा कि पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. वहीं कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे सफाई कर्मी अपने और अपने परिवार की जान जोखिम में डालकर अपने दायित्व का निर्वाह कर रहे हैं, लेकिन सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा के प्रति शासन और प्रशासन गंभीर नहीं दिखाई दे रहा है. यही कारण है कि कोरोना संक्रमण के खिलाफ अपने दायित्वों को निभाते हुए कई सफाई कर्मचारियों की मौत हो चुकी है. हरिद्वार जिले में सफाई कर्मचारी ऋषि पाल की सैनिटाइज कार्य करते समय मौत हो गई. लेकिन सरकार ने उनके परिवार की कोई मदद नहीं की है, जो बेहद दुखद है. मोहन कुमार काला ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से आग्रह करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के रोकथाम के लिए कार्य कर रहे सफाई कर्मचारियों को समुचित सुरक्षा प्रदान की जाए.