देहरादून: बिंदाल और रिस्पना नदियों को पुनर्जीवित करने का त्रिवेंद्र सरकार ने वादा किया है. इसी क्रम में मेयर सुनील उनियाल गामा की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया. इस दौरान देहरादून डीएम एस ए मुरुगेशन की मौजूदगी में एमडीडीए, नगर निगम, जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ मेयर ने नदियों को साफ करने की प्लानिंग पर चर्चा की.
बीते बुधवार को हुई इस बैठक में फैसला लिया गया कि सिंचाई विभाग के अधिकारी नदियों में फंसे कचरे और उसकी गहराई का अनुमान लगाएंगे. सर्वे के साथ ही इस बात का भी आंकलन किया जाएगा कि नदी की सफाई करने के लिए कितना खर्च आएगा. इस दौरान फैसला लिया गया कि नगर निगम की ओर से नदियों की सफाई के लिए 50 लाख रुपये का बजट मुहैया कराया जाएगा. इसके अलावा एमडीडीए और जिला प्रशासन आपदा प्रबंधन विभाग के बजट से नदियों की सफाई के लिए पैसा देगा.
पढ़ें- गुलदार की दस्तक से दहशत में ग्रामीण, वन विभाग सो रहा चैन की नींद
नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि मेयर सुनील उनियाल गामा की अध्यक्षता में निर्णय लिया गया है कि बरसात से पहले रिस्पना और बिंदाल नदी की सफाई होनी चाहिए. बारिश के दौरान नदियों का पानी आसपास के घरों में न पहुंचे इसके लिए एक योजना तैयार की जा रही है. डीएम देहरादून को 2 दिन के अंदर सिचाई विभाग के अधिकारियों के साथ नदियों में जमा कचरे का अनुमान लगाकर रिपोर्ट देने को कहा गया है.
उन्होंने बताया कि इसके लिए वित्त संसाधन जुटाने के लिए नगर निगम, जिला प्रशासन और आपदा विभाग के साथ ही जिन 4 विधायकों (उमेश शर्मा काऊ, हरबंस कपूर, विनोद चमोली और गणेश जोशी) के क्षेत्रों में दोनों नदियां पड़ती हैं वो भी धनराशि मुहैया कराएंगे.
पढ़ें- पत्नी को ससुराल लेने की गए युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, परिवारवालों ने कही ये बात
बता दें कि देहरादून में बहने वाली रिस्पना और बिंदाल नदी अपना वजूद खोने के कगार पर हैं. दोनों नदियों में काफी भारी मात्रा में गंदगी और मलबा जमा हुआ है. नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए सरकार, शासन, नगर निगम की तरफ से कई बार योजनाएं बनाई गईं, लेकिन नदियों को बदहाली से उबारा नहीं जा सका.