ऋषिकेशः नगर निगम ऋषिकेश इन दिनों खूब चर्चाओं में है. आए दिन किसी न किसी मामले को लेकर नगर निगम के अधिकारियों पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं. लगभग 8 महीने पूर्व सौंदर्यीकरण के समय कई क्विंटल लोहे का स्क्रैप ठेकेदार के कब्जे में था. नगर निगम ने गुरुवार को जिसका हैंडओवर लिया.
ऋषिकेश आईएसबीटी के पास सौंदर्यीकरण का कार्य लगभग 8 महीने पहले किया गया था, जहां सड़क के बीच लोहे के डिवाइडर लगाए गए थे. उन डिवाइडर को हटाकर सौंदर्यीकरण का कार्य करते हुए गमले में पौधे लगाए गए थे लेकिन उस समय डिवाइडर पर लगे कई कुंटल लोहे के स्क्रैप को कार्य कर रहे ठेकेदार ने कब्जे में लेकर किसी अन्य स्थान पर डंप किया हुआ था.
स्क्रैप डंप की सूचना मिलने के बाद ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंचकर स्क्रैप की जानकारी ली. जिसके बाद नगर निगम के अधिकारियों में खलबली मच गई और आनन-फानन में नगर निगम के कर्मचारी डंप लोहे के स्क्रैप को उठाकर नगर निगम ले आए, हालांकि अभी भी पूरा स्क्रैप बरामद नहीं हुआ है .
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मुख्य नगर आयुक्त चतर सिंह चौहान से इस बारे में जब बात की गई तो उनका कहना था कि सौंदर्यीकरण के समय लोहे के कुछ स्क्रैप रखवाया गए थे, जिसको वापस मंगवा लिया गया है.
अभी यह पता लगाया जा रहा है कि पूरा स्क्रैप वापस आया है या नहीं. जितना भी स्क्रैप कम होगा उसकी वसूली ठेकेदार से की जाएगी. उनसे जब पूछा गया कि नगर निगम का स्क्रैप किसी अन्य स्थान पर डंप किया जा सकता है तो उनका कहना था कि उस समय की परिस्थितियों के आधार पर डंप किया गया होगा.