देहरादून: उत्तराखंड के सबसे बड़े दून मेडिकल कॉलेज में आकर्षक वेतन नहीं मिलने से डाक्टरों का मोहभंग हो रहा है. अब तक सर्जरी डिपार्टमेंट के चार असिस्टेंट प्रोफेसरों सहित सात चिकित्सकों ने इस्तीफा दे दिया है. इसके अलावा दो डॉक्टर फिजियोलॉजी विभाग से जबकि एक गायनी विभाग, दो चिकित्सक नियमित और पांच संविदा वाले हैं. बीते कुछ माह में अब तक 8 से 10 डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज की नौकरी छोड़ने की अपनी इच्छा व्यक्त की है.
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर आशुतोष सयाना ने बताया कुछ डॉक्टर ने व्यक्तिगत कारणों की वजह से इस्तीफा दिया है. कुछ डॉक्टरों ने इससे भी अच्छे अवसरों को देखते हुए अपने इस्तीफा की पेशकश की है. उन्होंने कहा दून मेडिकल कॉलेज बड़ा संस्थान है, इसलिए यहां पर अपनी सेवाएं देने के लिए कई डॉक्टर आते हैं. कुछ डॉक्टर अपनी सेवाएं देने के कुछ समय बाद रिजाइन देकर चले जाते हैं. उन्होंने बताया बीते कुछ माह में करीब 8 से 10 डॉक्टरों ने रिजाइन किए हैं. कुछ चिकित्सकों ने अपने इस्तीफे के लिए आवेदन किया हुआ है.
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डॉ सयना के मुताबिक कुछ डॉक्टरों ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए रिजाइन किए हैं, जबकि कुछ डॉक्टर अपना अस्पताल शुरू कर रहे हैं. कुछ निजी मेडिकल कॉलेज अस्पताल ज्वाइन कर रहे हैं. उन्होंने कहा अभी इस पर विचार किया जा रहा है लेकिन रिजाइन स्वीकार नहीं किए गए हैं.
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बता दें दून मेडिकल कॉलेज में कम वेतन की वजह से चिकित्सकों का मोहभंग हो रहा है, अस्पताल के कुछ डॉक्टरों ने व्यक्तिगत कारणों की वजह से रिजाइन किए हैं. कुछ डॉक्टर निजी मेडिकल कॉलेज का रूख कर रहे हैं. ऐसे में वेतन बढ़ोतरी को लेकर कॉलेज, चिकित्सा शिक्षा निदेशालय और शासन स्तर पर लगातार प्रयास जारी है.