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Doiwala Mass Murder महेश तिवारी को इस बीमारी ने बनाया वहशी, पूरे परिवार को चाकू से गोदकर किया खत्म - जिसके चलते परिवार को किया खत्म

उत्तराखंड के देहरादून जिले में सोमवार सुबह दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक घर में परिवार के पांच लोगों की बेहरमी से हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी. पांच लोगों की हत्या करने वाला कोई और नहीं, बल्कि घर का ही मुखिया था. हालांकि इन हत्या के पीछे की वजह से स्किट्सफ्रीनिया वजह बताई जा रही है. आइए समझते हैं कि कैसे स्किट्सफ्रीनिया से पीड़ित मानसिक रोगी इतना घातक हो जाता है कि वो अपनी परिवार की जान ले ले.

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Published : Aug 29, 2022, 7:37 PM IST

Updated : Aug 29, 2022, 8:16 PM IST

देहरादून: राजधानी देहरादून के दिल दहला देने वाली जिस घटना की हम बात कर रहे है, वो रानीपोखरी थाना क्षेत्र की है. यहां सोमवार 29 अगस्त सुबह घर के मुखिया महेश तिवारी ने अपनी तीन मासूम बेटियों, पत्नी और मां की बर्बरता से हत्या कर दी. आखिर महेश तिवारी ने इनती क्रूरता से क्यों अपने परिवार की हत्या की? पुलिस की प्राथमिक जांच में अभीतक ये ही सामने आया है कि महेश तिवारी Schizophrenia नाम की मानसिक रोगी से ग्रसित था, उसी वजह से उनसे इस तरह का घातक कदम उठाया (Mahesh Tiwari killer of five family members) और अपने पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया. Schizophrenia क्या है (what in schizophrenia), इस पर हमने देहरादून के जाने माने मनोचिकित्सक डॉ मुकुल शर्मा से बात (Psychiatrist Mukul Sharma) की.

मनोचिकित्सक डॉ मुकुल की माने तो 150 तरह के मेंटल डिसऑर्डर होते हैं, जिसमें सबसे खतरनाक स्किट्सफ्रीनिया होता है. चिंता की बात ये है कि देशभर में स्किट्सफ्रीनिया के मामले बढ़ते ही जा रहे है. सबसे बड़ी बात ये है कि स्किट्सफ्रीनिया का मरीज कई बार इस बीमारी को अपने बचाव के तौर पर भी इस्तेमाल करता है. इस तरह की वारदात को अंजाम देने के बाद वो खुद सरेंडर भी कर देते हैं. ताकि उनकी उनकी साइको जैसी मानसिकता को आसानी से लोग समझ सके.

Doiwala Mass Murder महेश तिवारी को इस बीमारी ने बनाया वहशी
पढ़ें-
देहरादून के रानीपोखरी में सामूहिक हत्याकांड, तीन बच्चों पत्नी और मां समेत 5 की हत्या, आरोपी गिरफ्तार

स्किट्सफ्रीनिया की बीमारी होती जा रही घातक: मनोचिकित्सक डॉ मुकुल वर्मा ने कुछ आंकड़ों का जिक्र करते हुए बताया कि इस साल एक अप्रैल से लेकर अभीतक देशभर में इस तरह के 22 मामले सामने चुके हैं. जो Schizophrenia से ग्रसित थे और उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को बड़ी क्रूरता के साथ खत्म कर दिया (killer of five family members in Dehradun). महेश तिवारी भी स्किट्सफ्रीनिया से ही ग्रसित लग रहा है.

इस तरह का कदम उठाने की वजह: मनोचिकित्सक डॉ मुकुल के अनुसार स्किट्सफ्रीनिया से ग्रसित व्यक्ति अपने आसपास रहने वाले लोगों से जान का खतरा महसूस करता है. इस तरह के लोगों को तरह-तरह की आवाजें सुनाई देती हैं, जिससे वो परेशान होते हैं. ऐसे में वो खुद को सुरक्षित करने के लिए अपने आसपास वालों की जान ले लेते हैं और इस तरह के जघन्य अपराध को अंजाम देते हैं. इस तरह के रोगियों को मनोचिकित्सक की आवश्यकता है.

डॉक्टर की सलाह: मनोचिकित्सक डॉ मुकुल शर्मा ने लोगों को सलाह दी है कि परिवार के सदस्यों को इस तरह के लोगों की हरकतों पर ध्यान रखना चाहिए. उनकी हर एक्टिविट पर ध्यान रखा है. थोड़ी भी लापरवाही आपकी जान ले सकती है.
पढ़ें- रुड़की में 16 साल की किशोरी ने प्रेम प्रसंग में खाया जहर, इलाज के दौरान तोड़ा दम

पुलिस भी मान रही मानसिक रोगी: देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि प्राथमिक जांच में ऐसा ही लग रहा है कि आरोपी महेश तिवारी मानसिक रोगी है. तभी उसने परिवार के पांचों सदस्यों की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की. मुखिया (killer Mahesh Tiwari) की मनोदशा ठीक न होने के साथ साइको प्रवृत्ति जैसा नजर आई हैं. मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद इस जघन्य घटना से जुड़े हर तथ्यों को विवेचना में शामिल किया जाएगा.

क्या है मामला: बता दें कि देहरादून जिले के रानीपोखरी थाना क्षेत्र में महेश तिवारी का परिवार रहता था. महेश तिवारी वैसे तो मूल रूप से यूपी के रहने वाले हैं. महेश तिवारी ने सोमवार सुबह अपनी 9 साल की बेटी अन्नपूर्णा, 11 साल की सुवर्णा, 15 साल की अपर्णा, पत्नी 38 साल नीतू और 70 साल की मां बीतल देवी की हत्या कर दी थी.

देहरादून: राजधानी देहरादून के दिल दहला देने वाली जिस घटना की हम बात कर रहे है, वो रानीपोखरी थाना क्षेत्र की है. यहां सोमवार 29 अगस्त सुबह घर के मुखिया महेश तिवारी ने अपनी तीन मासूम बेटियों, पत्नी और मां की बर्बरता से हत्या कर दी. आखिर महेश तिवारी ने इनती क्रूरता से क्यों अपने परिवार की हत्या की? पुलिस की प्राथमिक जांच में अभीतक ये ही सामने आया है कि महेश तिवारी Schizophrenia नाम की मानसिक रोगी से ग्रसित था, उसी वजह से उनसे इस तरह का घातक कदम उठाया (Mahesh Tiwari killer of five family members) और अपने पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया. Schizophrenia क्या है (what in schizophrenia), इस पर हमने देहरादून के जाने माने मनोचिकित्सक डॉ मुकुल शर्मा से बात (Psychiatrist Mukul Sharma) की.

मनोचिकित्सक डॉ मुकुल की माने तो 150 तरह के मेंटल डिसऑर्डर होते हैं, जिसमें सबसे खतरनाक स्किट्सफ्रीनिया होता है. चिंता की बात ये है कि देशभर में स्किट्सफ्रीनिया के मामले बढ़ते ही जा रहे है. सबसे बड़ी बात ये है कि स्किट्सफ्रीनिया का मरीज कई बार इस बीमारी को अपने बचाव के तौर पर भी इस्तेमाल करता है. इस तरह की वारदात को अंजाम देने के बाद वो खुद सरेंडर भी कर देते हैं. ताकि उनकी उनकी साइको जैसी मानसिकता को आसानी से लोग समझ सके.

Doiwala Mass Murder महेश तिवारी को इस बीमारी ने बनाया वहशी
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स्किट्सफ्रीनिया की बीमारी होती जा रही घातक: मनोचिकित्सक डॉ मुकुल वर्मा ने कुछ आंकड़ों का जिक्र करते हुए बताया कि इस साल एक अप्रैल से लेकर अभीतक देशभर में इस तरह के 22 मामले सामने चुके हैं. जो Schizophrenia से ग्रसित थे और उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को बड़ी क्रूरता के साथ खत्म कर दिया (killer of five family members in Dehradun). महेश तिवारी भी स्किट्सफ्रीनिया से ही ग्रसित लग रहा है.

इस तरह का कदम उठाने की वजह: मनोचिकित्सक डॉ मुकुल के अनुसार स्किट्सफ्रीनिया से ग्रसित व्यक्ति अपने आसपास रहने वाले लोगों से जान का खतरा महसूस करता है. इस तरह के लोगों को तरह-तरह की आवाजें सुनाई देती हैं, जिससे वो परेशान होते हैं. ऐसे में वो खुद को सुरक्षित करने के लिए अपने आसपास वालों की जान ले लेते हैं और इस तरह के जघन्य अपराध को अंजाम देते हैं. इस तरह के रोगियों को मनोचिकित्सक की आवश्यकता है.

डॉक्टर की सलाह: मनोचिकित्सक डॉ मुकुल शर्मा ने लोगों को सलाह दी है कि परिवार के सदस्यों को इस तरह के लोगों की हरकतों पर ध्यान रखना चाहिए. उनकी हर एक्टिविट पर ध्यान रखा है. थोड़ी भी लापरवाही आपकी जान ले सकती है.
पढ़ें- रुड़की में 16 साल की किशोरी ने प्रेम प्रसंग में खाया जहर, इलाज के दौरान तोड़ा दम

पुलिस भी मान रही मानसिक रोगी: देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि प्राथमिक जांच में ऐसा ही लग रहा है कि आरोपी महेश तिवारी मानसिक रोगी है. तभी उसने परिवार के पांचों सदस्यों की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की. मुखिया (killer Mahesh Tiwari) की मनोदशा ठीक न होने के साथ साइको प्रवृत्ति जैसा नजर आई हैं. मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद इस जघन्य घटना से जुड़े हर तथ्यों को विवेचना में शामिल किया जाएगा.

क्या है मामला: बता दें कि देहरादून जिले के रानीपोखरी थाना क्षेत्र में महेश तिवारी का परिवार रहता था. महेश तिवारी वैसे तो मूल रूप से यूपी के रहने वाले हैं. महेश तिवारी ने सोमवार सुबह अपनी 9 साल की बेटी अन्नपूर्णा, 11 साल की सुवर्णा, 15 साल की अपर्णा, पत्नी 38 साल नीतू और 70 साल की मां बीतल देवी की हत्या कर दी थी.

Last Updated : Aug 29, 2022, 8:16 PM IST
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