विकासनगर: जौनसार बावर के आराध्य देव महासू चालदा देवता डेढ़ वर्ष के प्रवास पर समाल्टा गांव के नवनिर्मित मंदिर में विराजित हैं. फटेऊ गांव के ग्रामीणों ने चांदी से निर्मित शेर का चिन्ह देवता को भेंट किया गया. वही पानवा गांव की लड़कियों ने चांदी का छत्र चालदा महासू मंदिर में भेंट किया. इस दौरान सभी ने देवता से प्रदेश और गांव की खुशहाली की कामना की.
इन दिनों महासू चालदा देवता समाल्टा के मंदिर में विराजित हैं. गांव के सभी लोग और श्रद्धालु देवता की सेवा में लगे हुए हैं. श्रद्धालुओं के लिए दिन रात भंडारे का आयोजन किया जा रहा है. ग्रामीण महिलाएं अपने इष्ट देवता के जयकारे लगाते हुए देव दर्शन कर रही हैं और अपने परिवार के लिए सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांग रही है. बता दें कि जौनसार बावर के लोगों में चालदा महासू महाराज के प्रति अपार आस्था और श्रद्धा है. इतना ही नहीं चालदा महासू देवता के दर्शन के लिए प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में हिमाचल, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा,पंजाब सहित अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं.
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फटेऊ गांव निवासी कलम सिंह चौहान वर्तमान में संयुक्त निदेशक सूचना विभाग में तैनात हैं. उन्होंने कहा देश, गांव और समाज की खुशहाली के लिए ग्रामीणों ने प्रतीक चिन्ह के रूप में चांदी का शेर चालदा महासू मंदिर में भेंट किया है.
ग्राम पानवा की डॉ पूजा राठौर ने कहा चालदा महासू महाराज इन दिनों समाल्टा मंदिर में विराजित हैं. जिसके चलते पानवा की लड़कियों ने चांदी का छत्र मंदिर में भेंट किया है. लड़कियों ने क्षेत्रवासियों की खुशहाली की कामना की. वही मंजू राठौर ने बताया कि सभी क्षेत्र वासियों की खुशहाली के लिए चांदी का छत्र देवता को अर्पित किया है.
वहीं पानवा गांव की नीतू ने बताया कि सभी लड़कियों ने देवता को चांदी का छत्र चढ़ाने की मन्नत रखी थी. गांव की लड़कियों ने देवता के मंदिर में चांदी का छत्र चढ़ाया है और सबकी खुशहाली, सुख समृद्धि की कामना की है. ताकि क्षेत्र और समाज खुशहाल रहे.