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प्रदेशभर में लॉकडाउन उल्लंघन मामले में 3724 मुकदमे दर्ज, 29487 गिरफ्तार - lockdown violation

प्रदेश में लॉकडाउन उल्लंघन के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. पुलिस के लाख प्रयासों के बावजूद अनावश्यक रूप से सड़कों पर आवाजाही करने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के नियम पालन न करने के मामले प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं.

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लॉकडाउन उल्लंघन
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Published : Jun 7, 2020, 6:05 PM IST

देहरादून: प्रदेश में लॉकडाउन उल्लंघन के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. पुलिस के लाख प्रयासों के बावजूद अनावश्यक रूप से सड़कों पर आवाजाही करने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के नियम पालन न करने के मामले प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं. रविवार को प्रदेशभर में लॉकडाउन उल्लंघन के मामले में 48 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. जिसके तहत 1050 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. ऐसे में प्रदेश में अभी तक जारी लॉकडाउन के दौरान 3724 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं. जबकि, 29487 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

लॉकडाउन के दौरान अभी तक अनावश्यक रूप से बेवजह सड़कों पर आवाजाही करने वाले कुल 59017 वाहनों का मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चालान किया गया है. साथ ही 7953 वाहनों को सीज किया गया है. जिसमें 3.34 करोड़ रुपए संयोजन शुल्क के रूप में वसूला भी गया है.


पढ़ें: प्रशासन की एक गलती ग्रामीणों पर पड़ सकती है भारी, ये है वजह

ऐसे में लॉकडाउन जनहित के मद्देनजर नियमों का पालन न करने वालों लोगों की तादाद लगातार राज्य में बढ़ती जा रही है. वहीं लॉकडाउन के दौरान राजस्व का आंकड़ा धीरे-धीरे साढ़े तीन करोड़ पहुंच गया है.

देहरादून: प्रदेश में लॉकडाउन उल्लंघन के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. पुलिस के लाख प्रयासों के बावजूद अनावश्यक रूप से सड़कों पर आवाजाही करने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के नियम पालन न करने के मामले प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं. रविवार को प्रदेशभर में लॉकडाउन उल्लंघन के मामले में 48 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. जिसके तहत 1050 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. ऐसे में प्रदेश में अभी तक जारी लॉकडाउन के दौरान 3724 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं. जबकि, 29487 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

लॉकडाउन के दौरान अभी तक अनावश्यक रूप से बेवजह सड़कों पर आवाजाही करने वाले कुल 59017 वाहनों का मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चालान किया गया है. साथ ही 7953 वाहनों को सीज किया गया है. जिसमें 3.34 करोड़ रुपए संयोजन शुल्क के रूप में वसूला भी गया है.


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ऐसे में लॉकडाउन जनहित के मद्देनजर नियमों का पालन न करने वालों लोगों की तादाद लगातार राज्य में बढ़ती जा रही है. वहीं लॉकडाउन के दौरान राजस्व का आंकड़ा धीरे-धीरे साढ़े तीन करोड़ पहुंच गया है.

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