देहरादून: हर साल मई माह के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य अपनी मां को याद कर उन्हें उनके प्रेम और हर तरह के सहयोग के लिए धन्यवाद देना है. हर साल मदर्स डे के मौके पर कई तरह के विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते देश के साथ ही प्रदेश में लॉकडाउन किया गया है. ऐसे में इस बार लॉकडाउन में लोग अपने घरों में ही अलग-अलग तरह से अपनी मां को स्पेशल फील कराने का प्रयास कर रहे हैं.
उत्तराखंड महिला एसोसिएशन (UMA) की ओर से हर साल मदर्स डे के मौके पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. लेकिन इस बार लॉकडाउन है और लोगों के लिए अनिवार्य रूप से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी जरूरी है. ऐसे में इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए इस बार मदर्स डे के मौके पर उमा ने एक पत्र लेखन की प्रतियोगिता शुरू कराई और इस पत्र लेखन प्रतियोगिता को नाम दिया 'लॉकडाउन में काम आई मां की दी सीख'.
उत्तराखंड महिला एसोसिएशन के अध्यक्ष साधना शर्मा ने बताया की इस बार मदर्स डे पर उन्होंने लॉकडाउन में काम आई मां की दी सीख नामक पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन कराया है. जिसमें 85 लोगों ने अपने मां के नाम पत्र लिखकर भेजें. इसमें लोगों ने इस बात का जिक्र किया की लॉकडाउन के बीच उनकी मां की दी हुई कई सीख किस तरह के काम आ रही है.
पढ़ें: ये कश्मीर नहीं मुनस्यारी है...स्वागत को तैयार है उत्तराखंड का पहला ट्यूलिप गार्डन
उमा संस्था की अध्यक्ष साधना शर्मा ने बताया कि लोगों ने पत्र ने माध्यम से बताया कि उनकी मां के द्वारा सिखाई गई सिलाई की वजह से इस लॉकडाउन में कई लोगों ने अपने घरों में मास्क तैयार किए हैं.