ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में शल्य चिकित्सा विभाग और क्लीनिकल रोबोटिक सर्जरी एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में रोबो लैपकॉन-2020 का शुभारंभ हो गया है. संस्थान में आयोजित इस कार्यशाला का एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने शुभारंभ किया.
इस अवसर पर निदेशक एम्स ने कहा कि एम्स ऋषिकेश मरीजों के हित में टर्सरी केयर और रिसर्च पर अपना 70 फीसदी ध्यान केंद्रित करेगा. जबकि, सेकेंड्री केयर और प्राइमरी केयर पर 30 प्रतिशत कार्य किया जाएगा.
एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने बताया कि ऋषिकेश एम्स का रोबोटिक प्रोग्राम भारत के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों से सबसे सफल कार्यक्रम है. इस अवसर पर एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत ने संस्थान की ओर से प्रो. पिलानी बेलू को लाइफ टाइम एचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया.
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कार्यशाला में प्रो. पिलानी बेलू और डॉ. विवेक बिंदल ने लैप्रोस्कोपी और रोबोटिक सर्जरी के विभिन्न पहलुओं पर व्याख्यान भी दिया. इस दौरान हांगकांग से वरिष्ठ रोबोटिक सर्जन चुंग नगई टांग ने वीडियो प्रसारण के जरिए लीवर और पैंक्रियाज में रोबोटिक सर्जरी के उपयोग से संबंधित जानकारियां दी. साथ ही रोबोटिक सर्जरी से उत्पन्न समस्याओं पर भी प्रकाश डाला गया.