देहरादून: रजिस्ट्री कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों के साथ मिलीभगत कर सरकारी, गैर सरकारी जमीनों को कब्जाने का सिलसिला भू माफिया द्वारा लगातार जारी है. ताजा उदाहरण थाना क्लेमेंट टाउन अंतर्गत सोसायटी एरिया में एक प्रॉपर्टी को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कब्जाने का प्रयास किया गया. पुलिस ने इस मामले में एसआईटी के निर्देश पर रजिस्ट्री कार्यालय के कर्मचारियों सहित सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
इससे पहले इस फर्जीवाड़े मामले में शिकायतकर्ता मल्लिका विर्दी पत्नी ई. थियोफिलस ने शिकायत की थी. शिकायतकर्ता के पति पूर्व सैन्य अधिकारी हैं. क्लेमेंट टाउन छावनी परिषद एरिया में सोसायटी की 5 बीघा जमीन भू माफिया और रजिस्ट्री कार्यालय में कर्मचारियों के साथ सांठ-गांठ कर कब्जाने का प्रार्थना पत्र एसआईटी गढ़वाल को दिया था.
शिकायत के आधार पर एसआईटी ने प्रारंभिक जांच में सभी आरोप सही पाए हैं. जिसके बाद गढ़वाल आईजी अजय रौतेला द्वारा देहरादून पुलिस को मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे.
रजिस्ट्री कार्यालय में फर्जीवाड़े का खेल
जानकारी के मुताबिक, शिकायतकर्ता मल्लिका अपने पति के साथ पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी इलाके में रहती है. ऐसे में उन्होंने अपनी प्रॉपर्टी की देखभाल के लिए क्लेमेंट टाउन कैंट क्षेत्र के एक रिश्तेदार को जिम्मेदारी दी, लेकिन आरोप है कि कुछ समय पहले जयवीर सिंह निवासी कटवा शाहपुर मुजफ्फरनगर, अमित राठौर निवासी सायला बेगमपुर सहारनपुर, मुस्कान निवासी ईश्वर विहार सहस्त्रधारा रोड, सुरेंद्र सिंह और हरमिंदर सिंह के अलावा सुनीता कौर द्वारा रजिस्ट्री कार्यालय के कर्मचारियों की मिलीभगत से बलपूर्वक जमीन कब्जाने का प्रयास किया था.
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उधर, इस मामले में SIT की जांच पड़ताल में सबसे हैरानी वाली जानकारी यह आई कि रजिस्ट्री कार्यालय कर्मचारियों की मिलीभगत से असली मालिक के दस्तावेजों को सरकारी रिकॉर्ड से गायब कर यह फर्जीवाड़े का खेल किया गया है.
ऐसे में यह साफ तौर पर देखा जा रहा है कि देहरादून रजिस्ट्री कार्यालय में कई तरह की प्रॉपर्टी को लेकर घपलेबाजी चल रही है. उधर, एसआईटी की प्रारंभिक जांच में सभी आरोप सही पाए जाने के बाद क्लेमेंट टाउन पुलिस ने रजिस्ट्री कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों सहित सात लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.