देहरादून: आए दिन ग्राहकों के साथ किसी न किसी रूप में ठगी व फर्जीवाड़े के मामले सामने आते रहते हैं. लेकिन, जिला उपभोक्ता फोरम (Consumer Court) में वाद दर्ज कराने को लेकर ग्राहकों में जागरूकता की काफी कमी देखी जा रही हैं. बीते 30 सालों में देहरादून जिला उपभोक्ता कोर्ट में मात्र 11,485 मामले ही दर्ज हुए हैं.
1989 से अस्तित्व में आने के बाद कंज्यूमर कोर्ट में महज 11 हजार मामले दर्ज होने से साफ है कि लोगों में जिला उपभोक्ता फोरम को लेकर जागरुकता की कितनी कमी है, जबकि जिला उपभोक्ता फोरम में दर्ज हुए अधिकतर मुकदमों का फैसला ग्राहकों के पक्ष में ही आता है. बावजूद इसके जिला उपभोक्ता फोरम में पीड़ित ग्राहक वाद दायर करने में काफी पीछे हैं.
देहरादून जिला उपभोक्ता फोरम द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा इंश्योरेंस व बैकिंग क्षेत्रों में ग्राहकों से हुए फर्जीवाड़े के मामले दर्ज हुए हैं. आइये एक नजर डालते हैं 1988-89 से 31 मार्च 2019 तक देहरादून जिला उपभोक्ता फोरम में दर्ज केसों पर-
सेक्टर | संख्या | निस्तारण | लंबित वाद |
इंश्योरेंस | 1617 | 1337 | 280 |
बैंकिंग | 588 | 120 | 32 |
मेडिकल | 135 | 120 | 15 |
टेलीफोन | 736 | 736 | - |
हाउसिंग | 479 | 470 | 09 |
इलेक्ट्रिसिटी | 320 | 320 | |
एयरलाइंस | 26 | 24 | 02 |
रेलवेज | 69 | 69 | - |
अन्य मामले | 7515 | 7060 | 455 |
कुल दर्ज मामले | 11485 | 10692 | 793 |
(देहरादून उपभोक्ता फोरम के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार)
लोगों के साथ ठगी करने का सबसे आसान तरीका होता है ऑनलाइन शॉपिंग. आये दिन ग्राहकों के साथ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म में धोखाधड़ी हो जाती है. लेकिन, इसकी शिकायत उपभोक्ता केंद्र में लोग नहीं करते हैं. अब इसे समय की कमी कहें या जागरूकता की, लेकिन कंज्यूमर कोर्ट तक लोगों का न पहंचना चिंता का विषय है.
पढ़ें- पिरूल से बदलेगी उत्तराखंड की तकदीर, रोजगार के साथ लगेगी दावानल पर रोक
एक नजर साल डालते 2005 से लेकर 31 मार्च 2019 तक साल-दर-साल के आंकड़ों पर.
साल | दायर वाद | निस्तारण | वर्ष के अंत में लंबित मामले |
2005 | 176 | 187 | 765 |
2006 | 190 | 106 | 849 |
2007 | 196 | 636 | 409 |
2008 | 232 | 345 | 298 |
2009 | 225 | 291 | 293 |
2010 | 284 | 261 | 317 |
2011 | 317 | 224 | 311 |
2012 | 432 | 305 | 539 |
2013 | 504 | 157 | 886 |
2014 | 357 | 243 | 1000 |
2015 | 283 | 352 | 931 |
2016 | 304 | 341 | 894 |
2017 | 252 | 156 | 990 |
2018 | 218 | 277 | 831 |
1 जनवरी से 31 मार्च 2019 तक | 38 | 76 | 793 |
(देहरादून उपभोक्ता फोरम के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार)
जानकारों के अनुसार उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज कराने को लेकर जनता को जागरूक करने के लिए कई अहम सुधार करने की आवश्यकता है. शिकायतें दर्ज न होना फोरम के अस्तित्व के लिए चिंता का विषय है. वहीं, जिला उपभोक्ता फोरम की मानें तो ग्राहकों के साथ ठगी व फर्जीवाड़ा के केस दर्ज करवाने और ग्राहकों के अधिकार के संबंध में समय-समय पर प्रचार-प्रसार किया जाता है. बावजूद इसके कंज्यूमर कोर्ट पर ग्राहक अपनी शिकायत दर्ज नहीं करवाते हैं.