देहरादून: लगातार मिल रही शिकायतों और स्थानीय लोगों के विरोध के चलते उत्तरकाशी के सांकरी रेंज में स्थित गोविंद वन्य जीव पशु विहार के उपनिदेशक कोमल सिंह को हटा दिया गया है. उत्तराखंड वन विभाग ने कोमल सिंह को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटाकर मुख्यालय अटैच कर दिया है.
बता दें कि सहायक वन संरक्षक कोमल सिंह वन विभाग के वही अधिकारी हैं, जिन्होंने देहरादून के तराई इलाकों से पलायन कर रहे गुर्जर परिवारों को पुरोला में रोक दिया था. इस वजह से दर्जनों गुर्जर परिवार और उनके करीब 200 मवेशी अपने जीवन के लिए संघर्ष करने को मजबूर थे. इस दौरान गुर्जरों के कुछ मवेशियों ने भूख से दम तोड़ दिया था.
![forest department](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12298468_forest_action.jpg)
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आपको बता दें कि कोमल सिंह द्वारा गुर्जर परिवारों को उत्तरकाशी के सांकरी वन क्षेत्र में रोके जाने का खबर ETV BHART ने प्रमुखता से प्रकाशित-प्रसारित की थी. जिसके बाद स्थानीय लोगों और स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा इस विषय को लेकर शिकायत की गई. इस पर वन विभाग को मजबूरन कार्रवाई करनी पड़ी. उत्तराखंड वन विभाग ने सहायक वन संरक्षक कोमल सिंह को गोविंद वन्य एवं पशु विहार के उप निदेशक पद से हटाकर उत्तराखंड जैव विविधता बोर्ड में अटैच कर दिया है. कोमल सिंह के स्थान पर देवी प्रसाद बलूनी को गोविंद वन्य पशु विहार रिजर्व सेंचुरी का नया उपनिदेशक बनाया गया है.
![CM permission letter](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12298468_cm-anumati-patra.jpg)
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दरअसल, घुमंतू जीवन यापन करने वाले खानाबदोश वन गुर्जर परिवार हर साल स्थान परिवर्तन करते हैं. स्थान परिवर्तन से पहले वन गुर्जर प्रतिनिधि हर साल मुख्यमंत्री से पलायन के लिए अनुमति पत्र लेते हैं. जिसके बाद पूरा समुदाय एक साथ स्थान परिवर्तन करता है.