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केरल व्यापारी हत्याकांड: 485 करोड़ रुपये की बिटक्वाइन करेंसी के चक्कर में हुई हत्या, 5 आरोपी गिरफ्तार

28 अगस्त की देर रात को मैक्स हॉस्पिटल से सूचना मिली कि एक व्यक्ति को कुछ लोग छोड़कर भाग गये हैं. अस्पताल प्रबंधन ने व्यक्ति का जांच की तो उसे मृत पाया गया. मृतक की पहचान केरल निवासी अब्दुल शकूर के रूप में हुई है. अब्दुल की हत्या बिटक्वाइन में 485 करोड़ रुपये के लेनदेन को लेकर की गई है.

केरल व्यापारी हत्याकांड में पांच आरोपी गिरफ्तार.
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Published : Aug 30, 2019, 1:32 PM IST

Updated : Aug 30, 2019, 7:16 PM IST


देहरादून: केरल के बिटक्वाइन व्यापारी अब्दुल शकूर की निर्मम हत्या का खुलासा दून पुलिस ने घटना के कुछ ही घंटों के अंदर कर दिखाया है. इस हत्याकांड में पुलिस ने मृतक अब्दुल शकूर के साथ कारोबार करने वाले पांच हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि इस मामले में चार लोग पुलिस के पकड़ से अभी फरार हैं. सभी लोग केरल राज्य के रहने वाले हैं. हत्या के आरोपी सभी युवक 20 से 25 उम्र के बताए जा रहे हैं. हत्या का मकसद मृतक से बिटक्वाइन का पासवर्ड हासिल करना था, जिसके चलते करोड़ो रुपए हासिल करने की मंशा थी.

485 करोड़ के लेनदेन को लेकर की गई हत्या
पुलिस खुलासे के मुताबिक, बिटक्वाइन कारोबारी अब्दुल शकूर की हत्या उसके ही साथी कारोबारियों ने 485 करोड़ के लेनदेन को लेकर की है. आरोपी मृतक शकूर से बिटक्वाइन का पासवर्ड हासिल करना चाहते थे, जिसके चलते उन्होंने अब्दुल को प्रताड़ित कर बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया.

पुलिस जांच पड़ताल में सामने आया है कि बिटक्वाइन कारोबारी अब्दुल शकूर और उसके 9 साथी निवेशकों का करोड़ों रुपया न लौटाने के मकसद से केरल से फरार होकर देहरादून पहुंचे थे.

485 करोड़ रुपये की बिटक्वाइन करेंसी के चक्कर में हुई हत्या.

बिटक्वाइन कारोबार के नाम पर धोखेबाजी
बिटक्वाइन व्यापारी अब्दुल शकूर की हत्या मामले में पुलिस को गिरफ्तार युवकों से पूछताछ में जानकारी मिली कि, मृतक अब्दुल शकूर ने बिटकॉइन इन्वेस्टमेंट के नाम पर लगभग 485 करोड़ रुपए हड़पने का खेल खेला था. केरल के कई क्षेत्रों के लोगों से लिए बिटक्वाइन में निवेश कराया गया है.

इस काम के लिये अब्दुल शकूर ने पहले एक कोर ग्रुप बनाया, जिसमें रिहाब, आसिफ, अरशद और मुनीफ थे. इस कोर ग्रुप ने भी अलग-अलग टीमें बनाई थीं, जिसमें आशिक ने भी अपने करीबी साथियों आफताब, आसिफ, फरासी, सोहेल और अरविंद के साथ एक टीम बनाई जिन्होंने केरल के कई लोगों से बिटकॉइन में इन्वेस्टमेंट करा कर करोड़ों की धनराशि गबन करने की साजिश रची.

इतना ही नहीं, सभी कोर ग्रुप के सदस्यों द्वारा पैसा इकट्ठा कर इस साजिश के मास्टरमाइंड अब्दुल शकूर के पास आता था. जब शकूर को बिटक्वाइन में घाटा हो गया तो वह अपनी कंपनी के चार साथियों- आशिक, अरशद, मुनि और रिहाब के साथ केरल से फरार होकर देहरादून पहुंच गया.

पढ़ें- देहरादून में दंपति पर ताबड़तोड़ फायरिंग, पत्नी की मौत

बिटक्वाइन पासवर्ड हासिल करने के चलते हत्या
हत्या के खुलासे के दौरान पुलिस के गिरफ्त में आए युवकों से पूछताछ के दौरान पता चला कि बिटक्वाइन कारोबार का मास्टरमाइंड अब्दुल शकूर अपने निकट साथी आशिक को यह कहकर गुमराह कर रहा था कि उसका बिटक्वाइन अकाउंट हैक हो गया है और वो अपनी ही क्रिप्टो करेंसी लांच कर रहा है, जिसमें फायदा होने पर वह केरल निवेशकों का पैसा वापस कर देगा.

हालांकि, आशिक को शकूर की बातों पर भरोसा नहीं हुआ. उसे पता था कि भले ही शकूर को बिटक्वाइन के कारोबार में घाटा हुआ है पर उसके पास अभी भी कई सौ करोड़ के बिटक्वाइन्स हैं. ऐसे में आशिक ने अपने एजेंटों- आफताब, आसिफ, फरासी, सुहेल और अरविंद को साथ मिलाकर बिटक्वाइन पासवर्ड हासिल करने की योजना बनाई.

इसी योजना को पूरा करने के लिये सभी ने फैसला किया कि शकूर को किसी ऐसे एकांत क्षेत्र में ले जाया जाए जहां उसे आसानी से प्रताड़ना देकर बिटक्वाइन का पासवर्ड हासिल किया जा सके.

सुनसान भवन में बिटक्वाइन मास्टरमांइड को दी गई यातनाएं
प्लान के मुताबिक, 12 अगस्त 2019 को योजना बनाई गई. 20 अगस्त को आशिक द्वारा अपने अन्य साथियों संग अब्दुल शकूर को प्रेम नगर क्षेत्र के अंतर्गत सुद्दोवाला स्थित पंकज उनियाल के भवन में लाया गया. योजना के मुताबिक, सभी ने शकूर पर बिटक्वाइन से संबंधित पासवर्ड देने के लिए उसे तरह-तरह की शारीरिक यातनाएं देना शुरू किया. अत्यधिक शारीरिक यातनाओं से शकूर की मौत हो गई लेकिन मामला कई सौ करोड़ रुपए का था लिहाजा शकूर की मौत होते ही सबके होश फाख्ता हो गए.

आरोपियों ने किसी चमत्कार की अपेक्षा करते हुए शकूर को क्रेटा कार के जरिये पहले देहरादून के सिनर्जी अस्पताल पहुंचाया. वहां बात न बनने पर उसको राजपुर रोड स्थित मैक्स अस्पताल में उपचार के पहुंचाया गया. मैक्स अस्पताल में डॉक्टरों की जांच पड़ताल में शकूर को मृत घोषित कर दिया गया, ऐसे में सभी लोग शकूर का शव छोड़कर वहां से भाग निकले.

पढ़ें- फिर शर्मसार हुई देवभूमि, 10 साल की मासूम से दुष्कर्म, आरोपी फरार

5 को किया गिरफ्तार चार की तलाश जारी

देहरादून एसएसपी के मुताबिक, अभियुक्तों से पूछताछ में पता चला कि गुरुवार की रात मैक्स हॉस्पिटल में शकूर का शव छोड़ जाने के बाद सभी लोग डर के मारे शहर छोड़ने की फिराक में रेलवे स्टेशन के पास पहुंचे, जहां से वो किसी तरह से अंधेरा खत्म होने से पहले सहारनपुर के रास्ते दिल्ली भागने की फिराक में थे.

घटना की जानकारी सभी थाना चौकी में पास होने के बाद घेराबंदी की गई, जिसके बाद आईएसबीटी बस अड्डे के पास से सभी को गिरफ्तार किया गया. फिलहाल, बिटक्वाइन मास्टरमाइंड मृतक अब्दुल शकूर के हत्या के आरोप में पांच युवक गिरफ्तार किए गए हैं जबकि 4 लोग फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.

गिरफ्तार सभी आरोपी केरल के रहने वाले हैं, जिनकी उम्र 20 से 25 वर्ष की है. इनमें से एक युवक प्रेम नगर क्षेत्र के एक शिक्षण संस्थान में एडमिशन लेकर पढ़ाई करने जा रहा था.

गिरफ्तार हत्यारोपी

  1. फारिस ममनून पुत्र अब्दुला ,निवासी- सबना मंजिल, करूवबरन,जिला मंजिरी ,केरल
  2. अरविंद सी पुत्र रविंद्र सिंह निवासी, मल्लापुरम केरल
  3. आसिफ पुत्र शौकत अली पी,निवासी-पलाई, मंजिरी करुवबरम,केरल
  4. सुहेल मुख्तार, पुत्र मोहम्मद अली,निवासी -पुथईकलम,पलपत्ता, केरल
  5. आफताब मोहम्मद, पुत्र सादिक पी,निवासी-मंजिरी करूवनबरम,केरल

फरार अभियुक्त

  1. आशिक निवासी दिल्ली पुरम मंजूरी मलप्पुरम केरल
  2. यासीन निवासी मल्लापुरम मंजिरी केरल
  3. रिहाब निवासी रंगारा मलप्पुरम केरल
  4. अरशद,निवासी,वेंगरा मलप्पुरम केरल


क्या है बिटक्वाइन का कारोबार जानिए-
दरअसल, बिटक्वाइन एक तरह की वर्चुअल करेंसी है जो पूर्ण रूप से डिजिटल मनी है. इसका चलन फरवरी 2009 से शुरू किया गया था. भारतीय रुपए की बात की जाए तो वर्तमान में एक बिटक्वाइन की कीमत 6 लाख 84 हजार से ज्यादा होती है. यह रकम बदलती रहती है. इस तरह की करेंसी का कोई अस्तित्व नहीं है लेकिन इस लोग इसे आम तौर पर उपयोग होने वाले पैसे की तरह ही उपयोग कर सकते हैं.

यह करेंसी पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत में भी लोकप्रिय हो रही है और लोग बिटक्वाइन को खरीद कर ज्यादा कीमत पर बेचने का कारोबार में लगे हैं. साथ ही शॉर्ट तरीके से अमीर बनने वाले लोग भी इसी कारोबार से जुड़ते जा रहे हैं.


देहरादून: केरल के बिटक्वाइन व्यापारी अब्दुल शकूर की निर्मम हत्या का खुलासा दून पुलिस ने घटना के कुछ ही घंटों के अंदर कर दिखाया है. इस हत्याकांड में पुलिस ने मृतक अब्दुल शकूर के साथ कारोबार करने वाले पांच हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि इस मामले में चार लोग पुलिस के पकड़ से अभी फरार हैं. सभी लोग केरल राज्य के रहने वाले हैं. हत्या के आरोपी सभी युवक 20 से 25 उम्र के बताए जा रहे हैं. हत्या का मकसद मृतक से बिटक्वाइन का पासवर्ड हासिल करना था, जिसके चलते करोड़ो रुपए हासिल करने की मंशा थी.

485 करोड़ के लेनदेन को लेकर की गई हत्या
पुलिस खुलासे के मुताबिक, बिटक्वाइन कारोबारी अब्दुल शकूर की हत्या उसके ही साथी कारोबारियों ने 485 करोड़ के लेनदेन को लेकर की है. आरोपी मृतक शकूर से बिटक्वाइन का पासवर्ड हासिल करना चाहते थे, जिसके चलते उन्होंने अब्दुल को प्रताड़ित कर बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया.

पुलिस जांच पड़ताल में सामने आया है कि बिटक्वाइन कारोबारी अब्दुल शकूर और उसके 9 साथी निवेशकों का करोड़ों रुपया न लौटाने के मकसद से केरल से फरार होकर देहरादून पहुंचे थे.

485 करोड़ रुपये की बिटक्वाइन करेंसी के चक्कर में हुई हत्या.

बिटक्वाइन कारोबार के नाम पर धोखेबाजी
बिटक्वाइन व्यापारी अब्दुल शकूर की हत्या मामले में पुलिस को गिरफ्तार युवकों से पूछताछ में जानकारी मिली कि, मृतक अब्दुल शकूर ने बिटकॉइन इन्वेस्टमेंट के नाम पर लगभग 485 करोड़ रुपए हड़पने का खेल खेला था. केरल के कई क्षेत्रों के लोगों से लिए बिटक्वाइन में निवेश कराया गया है.

इस काम के लिये अब्दुल शकूर ने पहले एक कोर ग्रुप बनाया, जिसमें रिहाब, आसिफ, अरशद और मुनीफ थे. इस कोर ग्रुप ने भी अलग-अलग टीमें बनाई थीं, जिसमें आशिक ने भी अपने करीबी साथियों आफताब, आसिफ, फरासी, सोहेल और अरविंद के साथ एक टीम बनाई जिन्होंने केरल के कई लोगों से बिटकॉइन में इन्वेस्टमेंट करा कर करोड़ों की धनराशि गबन करने की साजिश रची.

इतना ही नहीं, सभी कोर ग्रुप के सदस्यों द्वारा पैसा इकट्ठा कर इस साजिश के मास्टरमाइंड अब्दुल शकूर के पास आता था. जब शकूर को बिटक्वाइन में घाटा हो गया तो वह अपनी कंपनी के चार साथियों- आशिक, अरशद, मुनि और रिहाब के साथ केरल से फरार होकर देहरादून पहुंच गया.

पढ़ें- देहरादून में दंपति पर ताबड़तोड़ फायरिंग, पत्नी की मौत

बिटक्वाइन पासवर्ड हासिल करने के चलते हत्या
हत्या के खुलासे के दौरान पुलिस के गिरफ्त में आए युवकों से पूछताछ के दौरान पता चला कि बिटक्वाइन कारोबार का मास्टरमाइंड अब्दुल शकूर अपने निकट साथी आशिक को यह कहकर गुमराह कर रहा था कि उसका बिटक्वाइन अकाउंट हैक हो गया है और वो अपनी ही क्रिप्टो करेंसी लांच कर रहा है, जिसमें फायदा होने पर वह केरल निवेशकों का पैसा वापस कर देगा.

हालांकि, आशिक को शकूर की बातों पर भरोसा नहीं हुआ. उसे पता था कि भले ही शकूर को बिटक्वाइन के कारोबार में घाटा हुआ है पर उसके पास अभी भी कई सौ करोड़ के बिटक्वाइन्स हैं. ऐसे में आशिक ने अपने एजेंटों- आफताब, आसिफ, फरासी, सुहेल और अरविंद को साथ मिलाकर बिटक्वाइन पासवर्ड हासिल करने की योजना बनाई.

इसी योजना को पूरा करने के लिये सभी ने फैसला किया कि शकूर को किसी ऐसे एकांत क्षेत्र में ले जाया जाए जहां उसे आसानी से प्रताड़ना देकर बिटक्वाइन का पासवर्ड हासिल किया जा सके.

सुनसान भवन में बिटक्वाइन मास्टरमांइड को दी गई यातनाएं
प्लान के मुताबिक, 12 अगस्त 2019 को योजना बनाई गई. 20 अगस्त को आशिक द्वारा अपने अन्य साथियों संग अब्दुल शकूर को प्रेम नगर क्षेत्र के अंतर्गत सुद्दोवाला स्थित पंकज उनियाल के भवन में लाया गया. योजना के मुताबिक, सभी ने शकूर पर बिटक्वाइन से संबंधित पासवर्ड देने के लिए उसे तरह-तरह की शारीरिक यातनाएं देना शुरू किया. अत्यधिक शारीरिक यातनाओं से शकूर की मौत हो गई लेकिन मामला कई सौ करोड़ रुपए का था लिहाजा शकूर की मौत होते ही सबके होश फाख्ता हो गए.

आरोपियों ने किसी चमत्कार की अपेक्षा करते हुए शकूर को क्रेटा कार के जरिये पहले देहरादून के सिनर्जी अस्पताल पहुंचाया. वहां बात न बनने पर उसको राजपुर रोड स्थित मैक्स अस्पताल में उपचार के पहुंचाया गया. मैक्स अस्पताल में डॉक्टरों की जांच पड़ताल में शकूर को मृत घोषित कर दिया गया, ऐसे में सभी लोग शकूर का शव छोड़कर वहां से भाग निकले.

पढ़ें- फिर शर्मसार हुई देवभूमि, 10 साल की मासूम से दुष्कर्म, आरोपी फरार

5 को किया गिरफ्तार चार की तलाश जारी

देहरादून एसएसपी के मुताबिक, अभियुक्तों से पूछताछ में पता चला कि गुरुवार की रात मैक्स हॉस्पिटल में शकूर का शव छोड़ जाने के बाद सभी लोग डर के मारे शहर छोड़ने की फिराक में रेलवे स्टेशन के पास पहुंचे, जहां से वो किसी तरह से अंधेरा खत्म होने से पहले सहारनपुर के रास्ते दिल्ली भागने की फिराक में थे.

घटना की जानकारी सभी थाना चौकी में पास होने के बाद घेराबंदी की गई, जिसके बाद आईएसबीटी बस अड्डे के पास से सभी को गिरफ्तार किया गया. फिलहाल, बिटक्वाइन मास्टरमाइंड मृतक अब्दुल शकूर के हत्या के आरोप में पांच युवक गिरफ्तार किए गए हैं जबकि 4 लोग फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.

गिरफ्तार सभी आरोपी केरल के रहने वाले हैं, जिनकी उम्र 20 से 25 वर्ष की है. इनमें से एक युवक प्रेम नगर क्षेत्र के एक शिक्षण संस्थान में एडमिशन लेकर पढ़ाई करने जा रहा था.

गिरफ्तार हत्यारोपी

  1. फारिस ममनून पुत्र अब्दुला ,निवासी- सबना मंजिल, करूवबरन,जिला मंजिरी ,केरल
  2. अरविंद सी पुत्र रविंद्र सिंह निवासी, मल्लापुरम केरल
  3. आसिफ पुत्र शौकत अली पी,निवासी-पलाई, मंजिरी करुवबरम,केरल
  4. सुहेल मुख्तार, पुत्र मोहम्मद अली,निवासी -पुथईकलम,पलपत्ता, केरल
  5. आफताब मोहम्मद, पुत्र सादिक पी,निवासी-मंजिरी करूवनबरम,केरल

फरार अभियुक्त

  1. आशिक निवासी दिल्ली पुरम मंजूरी मलप्पुरम केरल
  2. यासीन निवासी मल्लापुरम मंजिरी केरल
  3. रिहाब निवासी रंगारा मलप्पुरम केरल
  4. अरशद,निवासी,वेंगरा मलप्पुरम केरल


क्या है बिटक्वाइन का कारोबार जानिए-
दरअसल, बिटक्वाइन एक तरह की वर्चुअल करेंसी है जो पूर्ण रूप से डिजिटल मनी है. इसका चलन फरवरी 2009 से शुरू किया गया था. भारतीय रुपए की बात की जाए तो वर्तमान में एक बिटक्वाइन की कीमत 6 लाख 84 हजार से ज्यादा होती है. यह रकम बदलती रहती है. इस तरह की करेंसी का कोई अस्तित्व नहीं है लेकिन इस लोग इसे आम तौर पर उपयोग होने वाले पैसे की तरह ही उपयोग कर सकते हैं.

यह करेंसी पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत में भी लोकप्रिय हो रही है और लोग बिटक्वाइन को खरीद कर ज्यादा कीमत पर बेचने का कारोबार में लगे हैं. साथ ही शॉर्ट तरीके से अमीर बनने वाले लोग भी इसी कारोबार से जुड़ते जा रहे हैं.

Intro:pls नोट डेस्क- अभी इस खबर पर पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस होनी है उसके बाद पूरी खबर की डिटेल विजुअल वाइट भेजी जाएगी फिलहाल प्रारंभिक जानकारियों के साथ खबर भेजी गई है।

summary-केरल व्यापारी हत्याकांड में छह लोग गिरफ्तार, सभी आरोपी केरल राज्य के रहने वाले, रुपयों के लेनदेन के चलते घटना को दिया गया अंजाम, आरोपियों ने टॉर्चर कर ली व्यापारी की जान।


देहरादून के थाना प्रेम नगर क्षेत्र के अंतर्गत मांडू वाला स्थित एक फ्लैट में केरल में व्यापारी की हत्याकांड में देहरादून पुलिस ने छह अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है यह सभी लोग केरल राज्य के रहने वाले हैं। सभी अभियुक्त एक साथ मृतक शकूर के साथ मांडू वाला केक फ्लैट में रहते थे। पुलिस जांच पड़ताल में जानकारी सामने रुपयों के लेनदेन के चलते केरल व्यापारी की निर्मम तरीके से टॉर्चर कर हत्या की घटना को अंजाम दिया गया।


Body:प्रारंभिक पूछताछ और जांच पड़ताल में जानकारी सामने आई कि केरल के सभी आरोपी और मृतक प्रेम नगर मांडू वाला स्थित एक फ्लैट में रहकर विटकोइन शेयर होल्डर हवाला के जरिए व्यापार करते थे इसी कारोबार में मृतक के साथ छह अन्य अभियुक्तों का काफी लेनदेन चल रहा था जिसके चलते सभी ने आक्रोश में आकर पहले जमकर मांडू वाला स्थित फ्लैट में मृतक को बुरी कदर प्रताड़ित कर मारपीट की जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ते देख उसे देहरादून के राजपुर रोड स्थित मैक्स होटल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां उसकी देर रात मौत हो गई। मृतक के शव को छोड़कर सभी आरोपी मौके से फरार हो गए जिसके बाद पुलिस ने घटना के संबंध में जानकारी उठाते हुए नाकेबंदी कर सभी को गिरफ्तार कर लिया हैं।


Conclusion:
Last Updated : Aug 30, 2019, 7:16 PM IST
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