देहरादून: गैरसैंण विधानसभा बजट सत्र के पांचवें दिन सदन के भीतर सत्ता पक्ष के ज्यादातर विधायक नदारद नजर आए. वहीं, सदन में विपक्ष के सभी विधायक समेत निर्दलीय विधायक मौजूद रहे. ईटीवी भारत से बातचीत में विधायक दल के उपनेता करन माहरा ने बताया कि सरकार से मांग की गई थी कि सदन की कार्यवाही छोड़ सारे मंत्री चले गए हैं और बजट की जो समरी दी जानी चाहिए, वो पेनड्राइव में दी गई है जो चल नहीं रही है. साथ ही सरकार से मांग की गई कि इस बजट को 25 मार्च को चर्चा करके पास किया जाए.
करन माहरा ने कहा कि सदन के भीतर विपक्ष के विधायकों ने भूमि सर्किल रेट, आवारा पशुओं, कृषि भूमि समेत अन्य मामलों को लेकर सवाल उठाए तो उन्हें सदन के भीतर रोक दिया गया. साथ ही बताया कि भराड़ीसैंण का मौसम बेहद खराब है और बर्फबारी हो रही है. बावजूद इसके विधानसभा परिसर की सुरक्षा में तैनात जवानों के लिए किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं की गई, जो उनके प्रति अमानवीय व्यवहार है.
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उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने सत्ता पक्ष पर हमला करते हुए बताया कि जनता ने पार्टी को भारी बहुमतों से जिताया है, इसलिए सरकार अहंकार में आ गई है. वो किसी भी चीज को सीरियस नहीं ले रहे हैं. जब बजट की समरी विधायकों को नहीं दी गई तो हम बजट पर चर्चा कैसे करेंगे. प्रदेश के विकास के लिए जिन-जिन आंकड़ों की जरूरत है वो आंकड़े विधायकों के पास उपलब्ध नहीं हैं. ऐसे में बजट पर चर्चा करना बेईमानी जैसा है.