देहरादून: चारधाम यात्रा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा गंगोत्री जा रहे है. गंगोत्री में करण माहरा स्थानीय लोगों से मुलाकात करेंगे और यात्रा की तैयारियों की जानकारी लेगे. इसके बाद देहरादून वापस आकर मीडिया से रुबरु होगे. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया पर 22 अप्रैल को खुल रहे है.
करण माहरा का कहना है कि चारधाम यात्रा को उत्तराखंड के चेहरे के रूप में जाना जाता है,और इस यात्रा से अच्छे और बुरे प्रभाव भी लोगों में जाते हैं. पिछले साल हुई केदारनाथ यात्रा में उन्होंने कुछ संकाय जताई थी, लेकिन सरकार ने मजाक उड़ाया. फिर बाद में सब चीजें सच साबित हुई.
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उन्होंने कहा कि यात्रा मार्गों में कई दुर्घटनाएं हुई थी, जिसके बारे में उन्होंने सरकार को समय रहते चेताया था, लेकिन सरकार ने उस पर ध्यान नहीं दिया, जिसका नतीजा था कि स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में चारधाम में कई श्रद्धालु ऑक्सीजन की कमी से तो कुछ की हार्ट अटैक से मौत हुई. कांग्रेस चाहती है कि इस बार ऐसा न हो और सरकार चारधाम की समुचित व्यवस्था करे.
माहरा ने कहा कि पिछले साल वह केदारनाथ और बदरीनाथ की व्यवस्थाओं का जायजा लेने गए थे और इस बार उन्होंने यात्रा की तैयारियों को लेकर गंगोत्री जाने का निर्णय लिया है. इस बार भी पंडे पुरोहित नाराज चल रहे हैं. क्योंकि उनका मानना है कि इस बार कोई लिस्ट और कैटेगरी नहीं होनी चाहिए और सबको यात्रा में आने की सुविधा होनी चाहिए.
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उन्होंने सरकार की ओर से की गई चारधाम यात्रा की तैयारियों को आधी अधूरी बताया है. साथ ही कहा है कि होटल व्यवसायी भी यात्रियों की सीमित संख्या को लेकर सरकार से नाराज चल रहे हैं. सरकार को होटल व्यवसायियों और पंडे पुरोहितों की नाराजगी को दूर करना चाहिए.
बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि चारधाम यात्रा को लेकर राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं की सुविधा को दृष्टिगत सभी तैयारी कर ली है, तो वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने यात्रा की तैयारियों को आधी अधूरी बताया है.