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कांजी हाउस को चकराता रोड किया जाएगा शिफ्ट, पूर्व सीएम मामले से बेखबर

सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कांजी हाउस मामले के जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही बताया कि कांजी हाउस को चकराता रोड शिफ्ट किया जाएगा. तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को इस मामले की जानकारी नहीं है.

देहरादून कांजी हाउस केस, kanji house.
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Published : Aug 5, 2019, 3:01 PM IST

देहरादून: ईटीवी भारत की खबर के बाद अब देहरादून के कांजी हाउस की कायापलट की कवायद शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कांजी हाउस मामले में जांच के आदेश दिए हैं. जिससे जल्द ही गोवंशों के मौत के कारण स्पष्ट हो जाएंगे. साथ ही इसे शिफ्ट करने के लिए भी जगह की तलाश की जा रही है. तो वहीं दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है.

देहरादून नगर निगम के कांजी हॉउस की सच्चाई जब ईटीवी भारत ने सबके सामने रखी तो नीचे से ऊपर तक सिस्टम हिल गया. इस मामले में जहां शुरुआती दौर में देहरादून नगर निगम द्वारा लीपा-पोती कर मामले को झुठलाने की कोशिश की गई, लेकिन मामला गम्भीर होने के चलते खुद मुख्यमंत्री ने इस पर संज्ञान लिया और निगम को तलब करते हुए फटकार लगाई. साथ ही मुख्यमंत्री ने इस मामले पर जांच के आदेश दिए हैं.

कांजी हाउस मामले के जांच के आदेश

रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि देहरादून के कांजी हाउस में लगातार मर रहे गोवंशों का मामला गम्भीर है और जल्द ही जांच में सब साफ हो जाएगा. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कांजी हाउस में अक्सर वो गोवंश लाये जाते हैं जो बीमार या फिर चोटिल होते हैं.

पढ़ें- ETV भारत की खबर को लोगों ने सराहा, कहा- कांजी हाउस में बच गई सैकड़ों गोवंशों की जान

इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि कांजी हाउस को शिफ्ट करने को लेकर भी विचार किया जा रहा है. सीएम ने कहा कि चकराता रोड़ पर मौजूद पर्याप्त भूमि पर कांजी हॉउस को शिफ्ट किया जाएगा. तो वहीं संक्रमण के खतरे को देखते हुए बीमार और चोटिल मवेशियों के लिए अलग से व्यवस्था की जानी है. जिसके लिए शहर में जगह की तलाश की जा रही है.

वहीं, दूसरी तरफ विपक्ष की बात करें तो हमेशा की तरह इस बार भी विपक्ष इतने गंभीर मुद्दे से बेखबर है. खुद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि उन्हें इस मामले में जानकारी नहीं है.

देहरादून: ईटीवी भारत की खबर के बाद अब देहरादून के कांजी हाउस की कायापलट की कवायद शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कांजी हाउस मामले में जांच के आदेश दिए हैं. जिससे जल्द ही गोवंशों के मौत के कारण स्पष्ट हो जाएंगे. साथ ही इसे शिफ्ट करने के लिए भी जगह की तलाश की जा रही है. तो वहीं दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है.

देहरादून नगर निगम के कांजी हॉउस की सच्चाई जब ईटीवी भारत ने सबके सामने रखी तो नीचे से ऊपर तक सिस्टम हिल गया. इस मामले में जहां शुरुआती दौर में देहरादून नगर निगम द्वारा लीपा-पोती कर मामले को झुठलाने की कोशिश की गई, लेकिन मामला गम्भीर होने के चलते खुद मुख्यमंत्री ने इस पर संज्ञान लिया और निगम को तलब करते हुए फटकार लगाई. साथ ही मुख्यमंत्री ने इस मामले पर जांच के आदेश दिए हैं.

कांजी हाउस मामले के जांच के आदेश

रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि देहरादून के कांजी हाउस में लगातार मर रहे गोवंशों का मामला गम्भीर है और जल्द ही जांच में सब साफ हो जाएगा. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कांजी हाउस में अक्सर वो गोवंश लाये जाते हैं जो बीमार या फिर चोटिल होते हैं.

पढ़ें- ETV भारत की खबर को लोगों ने सराहा, कहा- कांजी हाउस में बच गई सैकड़ों गोवंशों की जान

इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि कांजी हाउस को शिफ्ट करने को लेकर भी विचार किया जा रहा है. सीएम ने कहा कि चकराता रोड़ पर मौजूद पर्याप्त भूमि पर कांजी हॉउस को शिफ्ट किया जाएगा. तो वहीं संक्रमण के खतरे को देखते हुए बीमार और चोटिल मवेशियों के लिए अलग से व्यवस्था की जानी है. जिसके लिए शहर में जगह की तलाश की जा रही है.

वहीं, दूसरी तरफ विपक्ष की बात करें तो हमेशा की तरह इस बार भी विपक्ष इतने गंभीर मुद्दे से बेखबर है. खुद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि उन्हें इस मामले में जानकारी नहीं है.

Intro:summary- कांजी हॉउस मामले पर वर्तमान और पूर्व मुख्यमंत्री का बयान।

एंकर- etv भारत की ख़बर के बाद अब देहरादून के कांजी हाउस की कायापलट की कवायत शुरू हो चुकी है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने कहा कि कांजी हाउस के जांच के आदेश दिए गए हैं जिस से जल्द ही गौवंश के मौत के कारण स्पष्ट हो जाएंगे तो वहीं इसे शिफ्ट करने के लिए भी जगह तलाशी जा रही है। लेकिन दूसरी तरफ विपक्ष प्रदेश के मुद्दों से बेख़बर है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा मुझे नही मामले की जानकारी


Body:वीओ- देहरादून नगर निगम के कांजी हॉउस का जब मीडिया में सच सबके सामने लाया तो नीचे से ऊपर तक सिस्टम हिल गया और तब जाकर सबकी नींद खुली ओर लगातार मर रहे मवेशियों की मीडिया रिपोर्ट्स के बाद सुध ली गयी। इस मामले पर जंहा शुरुवाती दौरे में देहरादून नगर निगम द्वारा लीपा-पोती कर मामले को जुठलाने की कोशिश की गई लेकिन मामला गम्भीर होने के चलते खुद मुख्यमंत्री ने इस पर संज्ञान लिया और निगम को तलब करते हुए फटकार लगाई। साथ ही साथ मुख्यमंत्री ने इस मामले पर जांच के भी आदेश दिए हैं।

रविवार को मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून के कांजी हाउस में लगतार मर रहे मवेशियों के मामला गम्भीर है और जल्द ही जांच में सब साफ हो जाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कांजी हाउस में अक्सर वो गौवंश लाये जाते हैं जो बीमार या फिर चोटिल होते हैं।

इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि कांजी हाउस को शिफ्ट करने को एकर भी विचार किया जा रहा है। सीएम ने कहा कि चकरोता रोड़ पर मोजूद पर्याप्त भूमि पर कांजी हॉउस को शिफ्ट किया जाएगा तो वही संक्रमण के खतरे को देखते हुए बीमार और चोटिल मवेशियों के लिए अलग से व्यवस्था की जानी है जिसके लिए शहर में जगह की तलाश की जा रही है।

बाइट- त्रिवेन्द्र रावत, मुख्यमंत्री

वहीं दूसरी तरफ विपक्ष की बात करें तो हमेशा की तरह इस बार भी विपक्ष इतने गंभीर मुद्दे से बेखबर है। खुद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा की उन्हें इस मामले में जानकारी नही है।

बाइट- हरीश रावत, पूर्व मुख्यमंत्री


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