देहरादून: उत्तराखंड के मशहूर बॉलीवुड गायक जुबिन नौटियाल ने उत्तराखंड की आवाम से आगामी लोकसभा चुनाव में योग्य उम्मीदवार को चुनने की अपील की है. उन्होंने ईटीवी भारत के माध्यम से देवभूमि के मतदाताओं को संदेश देते हुए कहा कि उसी उम्मीदवार को वोट करें जो आपके क्षेत्र का विकास कर सके. अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए जुबिन ने कहा कि बीते 18 सालों में जो राज्य में होना चाहिए था वह अभी तक नहीं हो पाया है.
ईटीवी भारत से मुखातिब होते हुए बॉलीवुड गायक जुबिन नौटियाल ने कहा कि मतदाताओं को उसी उम्मीदवार को वोट देना चाहिए जिसे वह व्यक्तिगत रूप से जानते हों. पार्टी और बैनर को दूसरे नबंर पर रखे. क्योंकि जब आप किसी योग्य उम्मीदवार को चुनकर संसद भेजेंगे तभी गांव से लेकर शहर का विकास हो पाएगा. क्योंकि 5 साल बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. 5 सालों में क्या कुछ नहीं हो सकता. इसलिए हमें आगामी पांच सालों के विकास को ध्यान में रखकर इस बार सोच समझकर वोट करना चाहिए.
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जुबिन ने कहा कि जनता को अपने नेताओं से सवाल करने चाहिए. जो भी नेता इस बार आपके घर की चौखट पर वोट मांगने आ रहे हैं उनसे एक बार जरूर पूछना चाहिए कि आखिर क्यों उन्हें वोट दिया जाए. जुबिन में उत्तराखंड के विकास को लेकर अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि जो काम 18 सालों में प्रदेश के लिए होना चाहिए था. वह यहां के नेताओं ने नहीं किया. पहाड़ों तक सड़कें जरूर पहुंची और अच्छे काम हुए, लेकिन जिस तेजी से पहाड़ों से पलायन हो रहा है. इसे हम नजरअंदाज नहीं कर सकते.
ईटीवी भारत से बातचीत में जुबिन ने कहा कि उत्तराखंड को कुदरत ने बहुत नेमत बख्शी है. यहां कि खूबसूरत वादियों विदेशों को फेल करती हैं. लेकिन दुर्भाग्य है कि हमारे नेता और अफसरान खूबसूरत वादियों को छोड़कर अब देहरादून, ऋषिकेश हरिद्वार और तराई के इलाकों में बस गए हैं. अगर नीति नियंता ही तराई की ओर जाएंगे तो पहाड़ों का खाली होना लाजमी है. पलायन रोकने के लिए सरकार को कोई कारगर कदम उठाने चाहिए.
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जुबिन ने कहा कि हमारे नेताओं को पहाड़ों में विदेशी मेहमानों के लिए सुविधाएं जुटानी चाहिए. ताकि वह यहां से अच्छे अनुभव लेकर जाएं और दूसरे लोगों को भी यहां आने के लिए कहें. अगर सरकार टूरिस्ट और टूरिज्म को लेकर एक अच्छा प्लान बनाती है तो निश्चित रूप से एक दिन उत्तराखंड में पलायन जरूर रुक जाएगा. जुबिन ने कहा कि वह भले देश के तमाम कोनों में घूम चुके हैं लेकिन, रुहानी सुकून उन्हें उत्तराखंड में आकर ही मिलती है.
किसानों को लेकर चिंता जाहिर करते हुए जुबिन कहते हैं कि आज किसान का बेटा किसान नहीं बनना चाहता. क्योंकि किसानों को उनकी मेहनत का लाभ नहीं मिल रहा है. ऐसे में उनकी स्थिति आज सबसे दयनीय बनी हुई है. अगर देश में किसान ही अन्न उगाना बंद कर देगा तो आम आदमी जो खाना खाता है वह कहां से आएगा. लिहाजा सरकार को किसानों के बारे में सोचने के अलावा उनकी आर्थिकी बढ़ाने के लिए भी कोई कारगर कदम उठाने चाहिए.
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वहीं, भविष्य में राजनीति में उतरने के सवाल पर जुबिन ने कहा कि राजनीति के बारे में उन्होंने आज तक नहीं सोचा है. हां इतना जरूर है कि वह एक कलाकार हैं और बतौर कलाकार वह उत्तराखंड के लिए सोचते हैं. जुबिन ने कहा कि वह उत्तराखंड के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं. लेकिन वह कभी भी किसी पार्टी के साथ नहीं जुड़ेंगे और न ही कोई नेतागिरी करने का उनका मन है. उन्होंने कहा कि वह एक कलाकार के रूप में ही लोगों के लिए काम करना चाहते हैं.
ईटीवी भारत से अपने आगामी प्रोजेक्ट पर बात करते हुए जुबिन ने कहा कि उनकी अभी तक की जर्नी का सबसे खूबसूरत गाना 'ओ साथी' है, जो हिंदी में है. लेकिन जौनसारी भाषा के लहजे में गाया गया है. जिसे आज पूरे वर्ल्ड में सुना जा रहा है. जुबिन ने बताया कि वह आगे जिस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं वह भी उत्तराखंड की लोक संस्कृति से जुड़ा है. जिसमें वह देश-दुनिया के लोगों को उत्तराखंड की संस्कृति के साथ यहां की मनमोहक वादियों से रूबरू करवाने जा रहे हैं.