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मसूरी पहुंची राष्ट्रीय मिशन की निदेशक, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और कूड़ा डंपिंग स्टेशन की किया निरीक्षण

मसूरी में संयुक्त सचिव एवं राष्ट्रीय मिशन निदेशक द्वारा कूड़ा कलेक्टींग सेंटर का निरीक्षण किया गया. उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा गड्डी खाने को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किए जाने को लेकर योजना बनाई जा रही है. जिसको लेकर क्षेत्र को ऐतिहासिक रूप से विकसित किए जाने का कार्य किया जा रहा है. मसूरी में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए शहरी विकास लगातार काम कर रहा है.

डंपिंग स्टेशन का किया गया निरीक्षण
डंपिंग स्टेशन का किया गया निरीक्षण
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Published : Apr 26, 2023, 2:45 PM IST

सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और कूड़ा डंपिंग स्टेशन की किया निरीक्षण

मसूरी: स्वच्छ भारत मिशन की संयुक्त सचिव एवं राष्ट्रीय मिशन निदेशक रूपा मिश्रा द्वारा मसूरी आईडीएच में कूड़ा कलेक्टींग सेंटर का निरीक्षण किया गया. इसके साथ ही स्वच्छ भारत मिशन, आवास और शहरी कार्य मंत्रालय, मसूरी के गड्डी खाने, एमआरएफ सेंटर, क्यू आर कोड सिस्टम और साउथ रोड स्थित एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) का भी निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान उनके द्वारा मसूरी स्थित अपशिष्ट प्रबंधन सुविधा सीवर ट्रीटमेंट प्लांट, विकेन्द्रीकृत अपशिष्ट प्रबंधन, आदि कार्यों का स्थलीय निरीक्षण तथा स्वच्छ भारत मिशन के कार्यों की समीक्षा की गई. उनके द्वारा देहरादून के शिशम बाड़ा का भी निरीक्षण किया जायेगा.

लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक किया जा रहा: संयुक्त सचिव एवं राष्ट्रीय मिशन निदेशक रूपा मिश्रा ने कहा कि मंत्रालय द्वारा समय-समय पर देश के सभी राज्यों में जाकर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर चल रहे कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर समीक्षा की जाती है. उन्होंने कहा कि मंत्रालय के तीन मुख्य बिंदु पर लगातार काम किया जा रहा है जिसमें शहर में रोज एकत्रित होने वाले कूड़े का निस्तारण, व पूराने कूड़े से पटे क्षेत्र को कूडा मुक्त करना व लोगों को स्वच्छता, कूड़े प्रबंधन और सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर जागरूक कर उनकी सहभागिता सुनिश्चित किया जाना शामिल हैं.

कूड़े का ट्रीटमेंट कर पौधा रोपण किया गया: उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा नगर पालिका निगम और नगर पंचायतों को दिये जाने वाले पैसों की समय-समय पर मॉनिटरिंग की जाती है. उन्होंने कहा कि सभी परियोजनाओं के लिए मॉडल टेंपलेट बनाए जाते हैं. उत्तराखंड शहरी विकास के अपर निदेशक अरविंद पांडे ने बताया कि संयुक्त सचिव एवं राष्ट्रीय मिशन निदेशक, स्वच्छ भारत मिशन, आवास और शहरी कार्य मंत्रालय, मसूरी के विभिन्न क्षेत्रों के कूडे़ प्रबंधन और एसटीपी की जानकारी ली. उन्होंने बताया कि पहले काफी भारी संख्या में पूरे शहर का कूड़ा एकत्रित किया जाता था. जिससे गंदगी और बदबू से पूरे क्षेत्र का हाल बेहाल था अब पालिका प्रशासन द्वारा गड़ी खाने से कूडे के ढेर को हटा लिया गया है व जमे हुए कूडे का ट्रीटमेंट कर पौधा रोपण किया गया है.
यह भी पढ़ें: लोगों को पार्किंग की समस्या से मिलेगी निजात, यह APP बचाएगा आपका समय

स्वच्छ भारत मिशन के तहत मंत्रालय का प्रयास है कि वह शहरों के विकास और लोगों को सुविधाएं दिए जाने के लिए काम करें. उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन और पालिकाओं के लिये कूडा प्रबंधन कर लोगों को स्वच्छता ओर सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग किये जाने पर रोक लगाया जाना चुनौतियां हैं. परन्तु सभी के सामने 2026 का लक्ष्य है कि पूराने कूड़े का निस्तारण करना और 100 प्रतिशत कूडे को प्रोसेसिंग किया जाना है. उन्होंने कहा कि देश के सभी राज्यों में सभी शहर स्वच्छ भारत मिशन में शामिल हैं.

सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और कूड़ा डंपिंग स्टेशन की किया निरीक्षण

मसूरी: स्वच्छ भारत मिशन की संयुक्त सचिव एवं राष्ट्रीय मिशन निदेशक रूपा मिश्रा द्वारा मसूरी आईडीएच में कूड़ा कलेक्टींग सेंटर का निरीक्षण किया गया. इसके साथ ही स्वच्छ भारत मिशन, आवास और शहरी कार्य मंत्रालय, मसूरी के गड्डी खाने, एमआरएफ सेंटर, क्यू आर कोड सिस्टम और साउथ रोड स्थित एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) का भी निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान उनके द्वारा मसूरी स्थित अपशिष्ट प्रबंधन सुविधा सीवर ट्रीटमेंट प्लांट, विकेन्द्रीकृत अपशिष्ट प्रबंधन, आदि कार्यों का स्थलीय निरीक्षण तथा स्वच्छ भारत मिशन के कार्यों की समीक्षा की गई. उनके द्वारा देहरादून के शिशम बाड़ा का भी निरीक्षण किया जायेगा.

लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक किया जा रहा: संयुक्त सचिव एवं राष्ट्रीय मिशन निदेशक रूपा मिश्रा ने कहा कि मंत्रालय द्वारा समय-समय पर देश के सभी राज्यों में जाकर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर चल रहे कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर समीक्षा की जाती है. उन्होंने कहा कि मंत्रालय के तीन मुख्य बिंदु पर लगातार काम किया जा रहा है जिसमें शहर में रोज एकत्रित होने वाले कूड़े का निस्तारण, व पूराने कूड़े से पटे क्षेत्र को कूडा मुक्त करना व लोगों को स्वच्छता, कूड़े प्रबंधन और सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर जागरूक कर उनकी सहभागिता सुनिश्चित किया जाना शामिल हैं.

कूड़े का ट्रीटमेंट कर पौधा रोपण किया गया: उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा नगर पालिका निगम और नगर पंचायतों को दिये जाने वाले पैसों की समय-समय पर मॉनिटरिंग की जाती है. उन्होंने कहा कि सभी परियोजनाओं के लिए मॉडल टेंपलेट बनाए जाते हैं. उत्तराखंड शहरी विकास के अपर निदेशक अरविंद पांडे ने बताया कि संयुक्त सचिव एवं राष्ट्रीय मिशन निदेशक, स्वच्छ भारत मिशन, आवास और शहरी कार्य मंत्रालय, मसूरी के विभिन्न क्षेत्रों के कूडे़ प्रबंधन और एसटीपी की जानकारी ली. उन्होंने बताया कि पहले काफी भारी संख्या में पूरे शहर का कूड़ा एकत्रित किया जाता था. जिससे गंदगी और बदबू से पूरे क्षेत्र का हाल बेहाल था अब पालिका प्रशासन द्वारा गड़ी खाने से कूडे के ढेर को हटा लिया गया है व जमे हुए कूडे का ट्रीटमेंट कर पौधा रोपण किया गया है.
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स्वच्छ भारत मिशन के तहत मंत्रालय का प्रयास है कि वह शहरों के विकास और लोगों को सुविधाएं दिए जाने के लिए काम करें. उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन और पालिकाओं के लिये कूडा प्रबंधन कर लोगों को स्वच्छता ओर सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग किये जाने पर रोक लगाया जाना चुनौतियां हैं. परन्तु सभी के सामने 2026 का लक्ष्य है कि पूराने कूड़े का निस्तारण करना और 100 प्रतिशत कूडे को प्रोसेसिंग किया जाना है. उन्होंने कहा कि देश के सभी राज्यों में सभी शहर स्वच्छ भारत मिशन में शामिल हैं.

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