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जौनसार बावर संग्रहालय वस्तु केंद्र का उद्घाटन, सहेजी जाएंगी सांस्कृतिक विरासत

अनिल तोमर ने अपने पैतृक गांव समाल्टा में एक जनजाति संग्रहालय वस्तु केंद्र की स्थापना की है. संग्रहालय में विलुप्त होती वस्तुओं को संग्रहित करके रखा जाएगा.

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जौनसार बावर संग्रहालय वस्तु केंद्र
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Published : Feb 23, 2020, 9:01 PM IST

विकाशनगर: एसएमआर डिग्री कॉलेज के चेयरमैन अनिल तोमर ने अपने पैतृक गांव समाल्टा में एक जनजाति संग्रहालय वस्तु केंद्र की स्थापना की है. जिसका उद्घाटन रविवार को विधि-विधान के साथ किया गया. इस संग्रहालय मेंं जौनसार बावर जनजाति द्वारा दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाली विलुप्त होती वस्तुओं को संग्रहित करके रखा जाएगा. बता दें कि जौनसार बावर जनजातीय देश-दुनिया में अपनी संस्कृति की अलग पहचान के लिए जाना जाता है.

हनोल मंदिर समिति के पुरोहित सचिव मोहनलाल सेमवाल ने बताया कि जौनसार बावर जनजाति की वस्तुएं धीरे-धीरे विलुप्ति की कगार पर हैं. ऐसे में जनजाति संग्रह वस्तु केंद्र का होना आवश्यक है. जिसमें वस्तुएं संग्रहित की जाएंगी. जिनका वर्तमान में दैनिक जीवन में इस्तेमाल नहीं हो रहा है.

जौनसार बावर संग्रहालय वस्तु केंद्र

ये भी पढ़े: 'विवाद से विश्वास' योजना का लाभ लेने की अंतिम तिथि 31 मार्च, टैक्सपेयर्स को मिलेगा ये बड़ा फायदा

लोक पंचायत के संयोजक चंद शर्मा ने बताया कि संग्रहालय अपने आप में एक बड़ा शब्द है. कोई भी संग्रहालय विश्व की धरोहर होता है. जौनसार के छात्रों और शोधार्थियों के लिए यह एक बड़ा विषय है. हमें गर्व है कि पहला जनजाति संग्रहालय वस्तु केंद्र साहिया के समाल्टा गांव में खोला गया है.

वहीं सूचना अधिकारी बारू चौहान ने बताया कि यहां आने वाले लोगों और जौनसार के युवाओं को हमारे पूर्वजों के आभूषण, रीति रिवाज के बारे में पता चल सकेगा. जौनसार बावर पुरातत्व धरोहर, वस्तु, संस्कृति, संवर्धन, प्रचार-प्रसार का केंद्र साबित होगा.

विकाशनगर: एसएमआर डिग्री कॉलेज के चेयरमैन अनिल तोमर ने अपने पैतृक गांव समाल्टा में एक जनजाति संग्रहालय वस्तु केंद्र की स्थापना की है. जिसका उद्घाटन रविवार को विधि-विधान के साथ किया गया. इस संग्रहालय मेंं जौनसार बावर जनजाति द्वारा दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाली विलुप्त होती वस्तुओं को संग्रहित करके रखा जाएगा. बता दें कि जौनसार बावर जनजातीय देश-दुनिया में अपनी संस्कृति की अलग पहचान के लिए जाना जाता है.

हनोल मंदिर समिति के पुरोहित सचिव मोहनलाल सेमवाल ने बताया कि जौनसार बावर जनजाति की वस्तुएं धीरे-धीरे विलुप्ति की कगार पर हैं. ऐसे में जनजाति संग्रह वस्तु केंद्र का होना आवश्यक है. जिसमें वस्तुएं संग्रहित की जाएंगी. जिनका वर्तमान में दैनिक जीवन में इस्तेमाल नहीं हो रहा है.

जौनसार बावर संग्रहालय वस्तु केंद्र

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लोक पंचायत के संयोजक चंद शर्मा ने बताया कि संग्रहालय अपने आप में एक बड़ा शब्द है. कोई भी संग्रहालय विश्व की धरोहर होता है. जौनसार के छात्रों और शोधार्थियों के लिए यह एक बड़ा विषय है. हमें गर्व है कि पहला जनजाति संग्रहालय वस्तु केंद्र साहिया के समाल्टा गांव में खोला गया है.

वहीं सूचना अधिकारी बारू चौहान ने बताया कि यहां आने वाले लोगों और जौनसार के युवाओं को हमारे पूर्वजों के आभूषण, रीति रिवाज के बारे में पता चल सकेगा. जौनसार बावर पुरातत्व धरोहर, वस्तु, संस्कृति, संवर्धन, प्रचार-प्रसार का केंद्र साबित होगा.

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