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जन संघर्ष मोर्चा ने उत्तराखंड को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की उठाई मांग - जन संघर्ष मोर्चा की मांग

जन संघर्ष मोर्चा ने उत्तराखंड को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने की मांग की है. जन संघर्ष मोर्चा के रघुनाथ सिंह नेगी का कहना है कि प्रदेश की अवधारणा तार-तार होने एवं प्रदेश के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए ये मांग की है.

उत्तराखंड को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग.
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Published : Nov 18, 2019, 3:27 PM IST

विकासनगर : जन संघर्ष मोर्चा ने उत्तराखंड को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने की मांग की है. जन संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने तहसील का घेराव कर तहसीलदार के माध्यम से भारत के प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा है. ज्ञापन में मांग की है कि जल्द ही उत्तराखंड को केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाये.

उत्तराखंड को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग.

जन संघर्ष मोर्चा के रघुनाथ सिंह नेगी का कहना है कि प्रदेश की अवधारणा तार-तार होने एवं प्रदेश के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए उन्होंने यह मांग की है. उन्होंने कहा कि राज्य गठन का उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, सुशासन, सुलभ न्याय जैसे तमाम मुद्दों को लेकर हुआ था, लेकिन जनता को न्याय मिलना तो दूर सिर्फ ठोकर ही मिली है. मोर्चा का आरोप है कि प्रदेश की जनता को न्याय पाने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ता है.

यह भी पढ़ें-रिवर्स पलायन के लिए शुरू की गई योजना, युवाओं को मिलेगा रोजगार

जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष एवं गढ़वाल मंडल विकास निगम के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी कहां की प्रदेश हजारों करोड़ के कर्ज में डूब गया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में माफिया, लुटेरों, बलात्कारियों और जालसाजों का राज स्थापित हो गया है. स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में इतनी गिरावट आई है कि हजारों स्कूल और अस्पताल बंद हो गए हैं. सरकारी अस्पताल भी भगवान भरोसे चल रहे हैं.

विकासनगर : जन संघर्ष मोर्चा ने उत्तराखंड को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने की मांग की है. जन संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने तहसील का घेराव कर तहसीलदार के माध्यम से भारत के प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा है. ज्ञापन में मांग की है कि जल्द ही उत्तराखंड को केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाये.

उत्तराखंड को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग.

जन संघर्ष मोर्चा के रघुनाथ सिंह नेगी का कहना है कि प्रदेश की अवधारणा तार-तार होने एवं प्रदेश के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए उन्होंने यह मांग की है. उन्होंने कहा कि राज्य गठन का उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, सुशासन, सुलभ न्याय जैसे तमाम मुद्दों को लेकर हुआ था, लेकिन जनता को न्याय मिलना तो दूर सिर्फ ठोकर ही मिली है. मोर्चा का आरोप है कि प्रदेश की जनता को न्याय पाने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ता है.

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जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष एवं गढ़वाल मंडल विकास निगम के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी कहां की प्रदेश हजारों करोड़ के कर्ज में डूब गया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में माफिया, लुटेरों, बलात्कारियों और जालसाजों का राज स्थापित हो गया है. स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में इतनी गिरावट आई है कि हजारों स्कूल और अस्पताल बंद हो गए हैं. सरकारी अस्पताल भी भगवान भरोसे चल रहे हैं.

Intro:विकासनगर जन संघर्ष मोर्चा ने तहसील घेराव कर तहसीलदार के माध्यम से भारत के प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर मांग की है शीघ्र उत्तराखंड को केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाए जन संघर्ष मोर्चा ने उत्तराखंड प्रदेश की अवधारणा तार-तार होने एवं प्रदेश के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने की मांग की है


Body:उत्तराखंड राज्य गठन के 19 वर्षों के कार्यकाल में वर्तमान और पूर्व की सरकारों ने राज्य गठन के अवधारणा को तार-तार करने का काम किया है राज्य गठन का उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ शिक्षा रोजगार स्वास्थ्य सुशासन लायन सुलभ न्याय आदि तमाम मुद्दों को लेकर हुआ था लेकिन जनता को न्याय मिलना तो दूर सिर्फ ठोकर ही मिली है मोर्चा का आरोप है कि प्रदेश की जनता को छोटे-मोटे न्याय पानी के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती है तथा उनको माननीय उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटा पड़ता है वर्तमान में त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल में 19614 याचिकाएं योजित की गई तथा पूर्ववर्ती सरकारों के समय भी हजारों की तादात में याचिका योजित की गई


Conclusion:जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष एवं पूर्व उपाध्यक्ष गढ़वाल मंडल विकास निगम के रघुनाथ सिंह नेगी कहां की प्रदेश हजारों करोड़ के कर्ज में डूब गया है तथा लगभग ढाई ₹3000 प्रति वर्ष कर्ज का ब्याज चुकाने में खर्च हो रहा है राज्य गठन की सारी अवधारणा चूर चूर होकर रह गई है तथा प्रदेश में माफियाओं लुटेरों बलात्कारियों जालसाजों का राज स्थापित हो गया स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में इतनी गिरावट आएगी हजारों स्कूल अस्पताल बंद हो गए सरकारी अस्पताल भी भगवान भरोसे चल रहे हैं युवाओं को रोजगार मिलना एक दिव्य सपना हो गया है तथा सुविधाओं के अभाव में बहुत तेजी से पलायन हो रहा है आलम यह है कि प्रदेश में माफिया राज स्थापित होने के कारण रेत बजरी 20 से 25 हजार रुपए प्रति ट्रक बिक रहे हैं नेगी ने ज्ञापन के माध्यम से प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि उत्तराखंड वासियों की भावनाओं पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर प्रदेश को केंद्र शासित प्रदेश करने की दिशा में कार्रवाई की जाए .
बाइट_ रघुनाथ सिंह नेगी_ अध्यक्ष जन संघर्ष मोर्चा एवं पूर्व उपाध्यक्ष _गढ़वाल मंडल विकास निगम
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