देहरादून: देशभर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को लेकर जमातियों के खिलाफ आक्रोश देखने को मिल रहा था. आरोप लगा कि इन लोगों ने तब्लीगी जमात में शामिल होने की खबर प्रशासन से छिपाई थी. जिसके चलते देश के कई हिस्सों में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल गया. वहीं देहरादून से जो खबर आ रही है, वह बिल्कुल इससे विपरीत है.
देहरादून में जमातियों के लिए योगसाधना बीमारी से जल्द मुक्ति पाने का जरिया बना हुआ है. दून मेडिकल कॉलेज में जमाती पूरे सहयोग से न केवल चिकित्सीय परामर्श को मान रहे हैं, बल्कि योग के जरिये जमाती कोरोना को हराने में जुटे हैं.
देश में कट्टरपंथी सोच से जुड़ी जमातियों की कई ऑडियो वायरल हुई तो हर किसी ने इसपर तीखी प्रतिक्रिया दी थी, लेकिन देहरादून में संक्रमित जमातियों की स्थिति इससे अलग दिखाई दे रही दी है. दरअसल, जमाती अस्पताल में न केवल अपने व्यवहार और सोच को सुधार कर डॉक्टर्स की सलाह मान रहे हैं, बल्कि बाकी मरीजों की तरह ही महामारी से बचने के लिए योगासन कर रहे हैं.
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खास बात ये हैं कि डॉक्टरों द्वारा योग के सुझाव को जमातियों ने मानकर योगासन शुरू कर दिया है. ईटीवी भारत ने डॉक्टरों की उस टीम से बात की जिसने उत्तराखंड में अब तक सबसे ज्यादा कोरोना मरीजों को को ठीक किया है.
खुशी की बात ये है कि जमाती अब अपना व्यवहार बदल रहे हैं और योग से जल्द ठीक भी हो रहे हैं. टीम को लीड कर रहे मेडिकल कॉलेज के डिप्टी सीएमएस एनएस खत्री और डॉक्टर अनुराग की टीम ने कहा कि हमारी टीम ने उत्तराखंड में सबसे ज्यादा करोना मरीजों का इलाज किया है और सबसे ज्यादा मरीज भी यहीं ठीक हुए हैं.