मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में इन दिनों विंटरलाइन कार्निवाल की धूम है. मसूरी विंटरलाइन कार्निवाल के तीसरे दिन माल रोड स्थित कस्मंडा की पहाड़ी पर आईटीबीपी के जवानों ने चट्टान आरोहण का शानदार प्रदर्शन किया. जवानों ने हैरतअंगेज प्रदर्शन कर पर्यटकों के साथ ही स्थानीय लोगों को हैरत में डाला. इस दौरान बल के जवानों ने पहाड़ से उतरने व चढ़ने का रोमांचक प्रदर्शन किया. दुर्घटना के समय किस तरह से घायलों को बचाया जाता है इसका प्रदर्शन भी जवानों ने किया.
आईटीबीपी के इंस्ट्रक्टर स्वरूप सिंह रठौर ने बताया विंटरलाइन कार्निवाल में आईटीबीपी के 15 जवानों ने चट्टान आरोहण के साथ ही रेस्क्यू करने की तकनीक का प्रदर्शन किया. उन्होंने बताया प्रशिक्षण काल में इन प्रशिक्षणार्थियों को कठोर शारीरिक प्रशिक्षण के अलावा ड्रिल, वेपन, हैंडलिंग, फील्ड क्राफ्ट, बैटल क्राफ्ट, मैप रीडिंग, परंपरागत एवं गैर परंपरागत युद्ध कौशल, काउंटर इंटरजेंसी, आतंकी सुरक्षा, प्रशिक्षणार्थियों को शारीरिक प्रशिक्षण, फायरिंग ,जूडो कराटे आदि का प्रशिक्षण दिया जाता है. इसके अतिरिक्त बल की आधुनिक आवश्यकताओं के मद्देनजर कंप्यूटर आधारित प्रशिक्षण तथा मॉडल टेक्नोलॉजी जैसे जीआईएस आधारित वैज्ञानिक भू-आकलन स्टार आधारित, आसूचना सिस्टम तथा इन्फोटेनमेंट टेक्नोलॉजी आदि का भी प्रशिक्षण दिया जाता है.
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उन्होंने बताया पर्यटकों में बल के जवानों के द्वारा रॉक क्लाइंबिंग किया गया. जिससे लोगों को बल के बारे में पता चले व उनके शौर्य के बारे में जानकारी मिल सके. इस मौके पर अकादमी के निदेशक पीएस डंगवाल के पीआरओ धर्मेंद्र भंडारी ने बताया आईटीबीपी पहाड़ों पर दुर्गम क्षेत्र में तैनात रहती है. जिसके कारण बल के जवानों को पहाडों व दुर्गम स्थानों पर जाने का प्रशिक्षण दिया जाता है. पहाड़ों पर होने वाली दुर्घटनाओं में जानमाल को बचाने का कार्य बल काम करता है.इसमें बल को महारथ हासिल है.