देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पिथौरागढ़ दौरा खत्म होने के बाद अब राज्य सरकार का अगला लक्ष्य ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट है. जिसके लिए पहले से ही राज्य सरकार की तरफ से कार्यक्रम तय किए गए हैं. साथ ही सरकार ने अपने ढाई लाख करोड़ के लक्ष्य को लेकर नया लक्ष्य भी तय कर लिया है. जिसके तहत इस आयोजन से पहले ही 25000 करोड़ के निवेश को धरातल पर उतारने की योजना है.
उत्तराखंड में दूसरी बार हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट: उत्तराखंड में ये दूसरा मौका है, जब राज्य सरकार उद्योगों को प्रदेश में आकर्षित करने के लिए इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर रही है, लेकिन इस बार इन्वेस्टर्स समिट ज्यादा प्रेक्टिकल दिखाई दे रही है. इसकी बड़ी वजह ये है कि राज्य सरकार केवल MOU तक सीमित ना रहकर निवेशकों को राज्य में निवेश करने के लिए फूल प्रूफ काम कर रही है. दरअसल राज्य सरकार के सामने इस बार की इन्वेस्टर्स समिट को लेकर पुराने अनुभव भी हैं. जिसके आधार पर आगामी रणनीति को आगे बढ़ाया जा रहा है.
धरातल पर उतरेंगे 25000 करोड़ के निवेश: बड़ी बात यह है कि धामी सरकार ना केवल देश बल्कि विदेशी निवेशकों से भी सीधे संवाद कर रही है और इसके लिए विदेश जाकर निवेशकों से मुलाकात कर राज्य में औद्योगिक माहौल की जानकारी दे रही है. राज्य सरकार ने यह तय कर लिया है कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के इस महा आयोजन से पहले ही सरकार प्रदेश में 25000 करोड़ के निवेश को धरातल पर उतारेगी.
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दुबई का दौरा करेंगे अधिकारी: हाल ही में मुख्यमंत्री के नेतृव में लंदन का दौरा हो चुका है, जबकि अब अगले चरण में मुख्यमंत्री समेत दूसरे अधिकारी दुबई का दौरा करने वाले हैं. राज्य स्तर पर अभी निवेशकों को रिझाने के लिए अलग-अलग कार्यक्रम भी आयोजित होंगे. कुल मिलाकर ढाई लाख करोड़ रुपए के निवेश के लिए प्रयास किया जा रहा है. पहाड़ों पर टूरिज्म हेल्थ और एजुकेशन सेक्टर को आकर्षित करने के लिए भी कोशिश की जा रही है. हालांकि अब तक कोई खास सफलता नहीं मिल पाई है. ऐसे में राज्य सरकार कृषि और उद्यान के क्षेत्र में किसी बड़े निवेश को लाने का प्रयास कर रही है.
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