देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना की दूसरी लहर शुरू होते ही डेथ रेट में भी तेजी से इजाफा हुआ है. राज्य में मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है. ऐसे में कोविड-19 संक्रमित मरीजों के लिए बनाए गए शवदाह गृहों में डेडबॉडी को डिस्पोज करने की उचित व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए गए हैं.
प्रदेश में सभी जिलों में एक तरफ कोविड-19 को लेकर विशेष गाइडलाइन जारी की गई है. दूसरी तरफ शवदाह गृहों में भी शवों की बढ़ती संख्या के कारण अतिरिक्त व्यवस्था किए जाने की जरूरत महसूस की जा रही है. आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण की पहली लहर में शवदाह गृहों में कई व्यवस्थाएं देखने को मिली थी. ऐसे में इस बार उन परिस्थितियों से बचने के लिए न केवल यहां पर अतिरिक्त एहतियात बरती जा रही है, बल्कि व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए जरूरी साजो-समान भी पहले से ही जुटाने के निर्देश दिए गए हैं.
आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले एक हफ्ते में मरने वालों की संख्या में अचानक से बढ़ोत्तरी हुई है. शुक्रवार को प्रदेश में 17 मरीजों की मौत हुई है. खास बात यह है कि मरने वालों में अधिकतर 50 साल से अधिक के व्यक्ति शामिल हैं.
आंकड़ों पर गौर किया जाए तो अधिकतर लोग ऐसे हैं, जो 50 साल से अधिक उम्र के हैं. जिनकी कोरोना संक्रमण के दौरान मौत हो रही है. देहरादून में कोविड-19 के लिए बनाए गए शवदाह गृह में हर दिन शव लाए जा रहे हैं. यहां पर करीब 16 से 20 कुंतल लकड़ी हर दिन प्रयोग की जा रही है. हालांकि, आंकड़े बढ़ने के बाद शवदाह गृहों में इसके लिए अतिरिक्त व्यवस्था की गई है. साथ ही पीपीई किट या दूसरे इस्तेमाल होने वाले सामान के लिए भी डिस्पोज करने की अलग से व्यवस्था की गई है.
पिछले एक हफ्ते में मरने वालों की संख्या में इजाफा
प्रदेश में अबतक 1819 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें 50 फीसदी से ज्यादा मौतें अकेले राजधानी देहरादून में ही हुई हैं. देहरादून में कुल 1044 कोरोना संक्रमित मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं. शवदाह गृहों में ड्यूटी दे रहे लोग कैमरे में आने से बचते रहे. इसके पीछे उन्होंने वजह बताई कि लोग कोरोना को लेकर डरे हुए हैं. यदि उनकी आईडेंटिटी सार्वजनिक होती है तो उन्हें अपने क्षेत्र में दिक्कतें आ सकती हैं.
आने वाले दिनों में डेथ रेट कम होने की उम्मीद- सुबोध उनियाल
सरकार से जुड़े लोग हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने की बात कह रहे हैं. शासकीय प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले दिनों में डेथ रेट कम होगा. हालांकि, सरकार इन परिस्थितियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है और सभी तरह की अतिरिक्त व्यवस्थाएं सरकार की तरफ से की गई हैं.