देहरादून: ड्रोन टेक्नोलॉजी का विकास और इस क्षेत्र में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रदेश में इंडिया ड्रोन फेस्टिवल की शुरुआत की गई. इसी के साथ उत्तराखंड एक ऐसा पहला राज्य बन गया है, जिसने ड्रोन टेक्नोलॉजी में इस तरह के महोत्सव की शुरुआत की है. वहीं, प्रदेश में दूसरी बार इस महोत्सव का आयोजन हो रहा है.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इंडिया ड्रोन फेस्टिवल 2.0 का शुभारंभ किया. दो दिवसीय ड्रोन फेस्टिवल में न केवल प्रदेश बल्कि देश भर के ड्रोन टेक्नोलॉजी से जुड़े लोग हिस्सा ले रहे हैं. इसके अलावा ड्रोन टेक्नोलॉजी को लेकर युवाओं का भी रुझान दिखाई दे रहा है. दौड़ फेस्टिवल में मुख्य सचिव उत्पल कुमार, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अनिल रतूड़ी भी शामिल हुए. ड्रोन फेस्टिवल का मकसद ड्रोन टेक्नोलॉजी का महत्व लोगों को बताना और इसके विकास को आगे बढ़ाना है. साथ ही युवाओं को इस टेक्नोलॉजी के प्रति जागरूक करना भी है.
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बता दें कि ड्रोन टेक्नोलॉजी के जरिए न केवल आपदा के दौरान बल्कि स्वास्थ्य सुविधाओं, सर्वे के कामों, नदियों की देखरेख, फोटोग्राफी समेत कई क्षेत्रों में इसका उपयोग किया जा सकेगा. इस दौरान मुख्यमंत्री ने ड्रोन मैपिंग सॉफ्टवेयर का भी उद्घाटन किया. दरअसल, ड्रोन के जरिए युवाओं को रोजगार देने की भी कोशिश की जा रही है. आपको बता दें कि साल 2019 में पहली बार जून फेस्टिवल का शुभारंभ किया गया था. इस बार करीब 130 देशभर के प्रतिनिधि इस फेस्टिवल में हिस्सा लेने जा रहे हैं.