देहरादून: डॉ. शक्ति प्रसाद सेमल्टी की लिखी पुस्तक 'मध्य हिमालय के संस्कृत अभिलेखों में गढ़वाली भाषा का स्वरूप' का राजधानी देहरादून के प्रेस क्लब सभागार में लोकार्पण किया गया. इस कार्यक्रम में निदेशक माध्यमिक एवं प्रारंभिक शिक्षा आरके कुंवर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे.
कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं ने पुस्तक को मध्य हिमालय के ऐतिहासिक दस्तावेजों की खोज में एक जरूरी दस्तावेज बताया. इस मौके पर मुख्य अतिथि निदेशक माध्यमिक एवं प्रारंभिक शिक्षा आरके कुंवर ने कहा कि शिक्षा विभाग के हमारे साथी डॉक्टर शक्ति प्रसाद सेमल्टी ने अभिलेखों का अध्ययन कर एक महत्वपूर्ण कार्य किया है.
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वहीं, डॉ. शक्ति प्रसाद सेमल्टी का कहना है कि पुस्तक में गढ़वाल के सभी जिलों के संस्कृत अभिलेखों का अध्ययन किया गया है, उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अन्य हिमालई क्षेत्रों के अभिलेखों का भी अध्ययन किया जाएगा. पुस्तक के लेखक का कहना है कि हिमालय के अकूत पारंपरिक ऐतिहासिक ज्ञान को अभी विस्तार से खोजने और जानने की आवश्यकता है.
इस पुस्तक लोकार्पण कार्यक्रम के अवसर पर इतिहासकार, डॉ योगेश धस्माना अपर निदेशक एससीईआरटी अजय कुमार नौटियाल , आरपी चमोली और पद्मश्री कल्याण सिंह रावत मैती , साहित्यकार डॉ. उमेश चमोला ने भी संबोधित किया.