देहरादून: कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले 20 हजार के इनामी आरोपी को कोतवाली नगर और एसओजी टीम ने रांची, झारखण्ड से गिरफ्तार किया है. टीम ने आरोपी को 26 जुलाई को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद आरोपी को रांची न्यायालय में पेश कर देहरादून कोर्ट में पेश करने के लिए 3 दिन का ट्रांजिट रिमांड मांगी गई. आरोपी रांची में नाम बदलकर अध्यापक का कार्य कर रहा था. वहीं, एक और मामले में कोतवाली नेहरू कॉलोनी पुलिस ने सेनेटरी की दुकान में हुई चोरी का 48 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है. साथ ही घटना में शामिल सात आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है. जिसमें 3 महिला व 4 पुरुष शामिल हैं.
पहला मामला: बता दें 21 जनवरी 2021 को राहुल सेतिया निवासी राजपुर रोड ने शिकायत दर्ज कराई थी कि राहुल अग्रवाल निवासी डालनवाला और विकास सिंह निवासी मुजफ्फरनगर जो कि पीड़ित के साथ पहले एक कम्पनी में काम करते थे. दोनों ने एक नई र्स्टाटअप कम्पनी मैसर्स बेसिक फर्स्ट नाम से शुरू करने की बात कही. बताया कि उसका कार्य स्थान देहरादून में रहेगा. इस कम्पनी के माध्यम से स्कूल व इंस्टीट्यूट में टैबलेट सप्लाई का काम किया जायेगा. जिसमें निवेश करने पर लाभ का 05 प्रतिशत पीड़ित को दिया जायेगा.
वहीं, इस आधार पर पीड़ित और कम्पनी के बीच एक एग्रीमेंन्ट किया. जिसमें कम्पनी शुरू करने के लिए पीड़ित ने पांच लाख बयानवे हजार रुपए दिये. उसके बाद कम्पनी शुरू नहीं हो पायी, न ही पीड़ित के पैसे वापस मिले. जिस सम्बन्ध में कम्पनी के मालिक रणधीर कुमार प्रियदर्शी से सम्पर्क करने की कोशिश की. बार-बार पैसे वापस देने का आग्रह करने पर भी उसके पैसे वापस नहीं मिले. इस सम्बन्ध में जानकारी करने पता चला कि कम्पनी के मालिक ने उत्तर प्रदेश, पंजाब व अन्य जगहों पर लगभग 60 से 70 डिस्ट्रीब्यूटर बनाये हैं, जो लोगों से पैसा लेकर धोखाधड़ी से उनका पैसा हड़प लेते हैं. जिसपर कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज किया गया.
पढ़ें- भारी बारिश के चलते बदरीनाथ नेशनल हाईवे बाधित, उफान पर लामबगड़ और खचरा नाला
मामले में एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने बताया की रणधीर कुमार प्रियदर्शी लगभग 01 साल से फरार चल रहा था.आरोपी के लगातार फरार होने के कारण एसएसपी ने उस पर साल 2022 में 20,000 रुपये का ईनाम घोषित किया. पुलिस द्वारा सर्विलांस व मुखबिर के माध्यम से आरोपी के सम्बन्ध में लगातार जानकारी की जा रही थी. इसी बीच पुलिस टीम को मुखबिर के माध्यम आरोपी के अलग-अलग स्थानों पर अपना नाम और मोबाईल नम्बर बदलकर रहने और कुछ समय पहले आरोपी के बिहार और झारखंड राज्य में होने की जानकारी प्राप्त हुई.
जिस पर टीम ने बिहार और झारखंड में संभावित जगहों पर दबिश दी, लेकिन रणधीर कुमार प्रियदर्शी वहां से भी फरार हो गया. उसके बाद भी टीम ने आरोपी की गिरफ्तारी में लगी रही. दोबारा मुखबिर की सूचना के आधार पर आरोपी के रांची झारखण्ड राज्य में रहने की सूचना प्राप्त हुई. यह भी जानकारी प्राप्त हुई की वहां वह बंसी पटेल नगर रांची क्षेत्र में नाम बदलकर अध्यापक का कार्य कर रहा है. सूचना के आधार पर एसओजी और नगर कोतवाली नगर पुलिस ने 26 जुलाई को फरार रणधीर कुमार प्रियदर्शी को वंसी पटेल नगर सत्य अपार्टमेंट रांची झारखंड से गिरफ्तार किया.
पढ़ें- 2025 तक उत्तराखंड को बनाएंगे ड्रग्स फ्री स्टेट, दो सरकारी नशामुक्ति केंद्र बनेंगे
दूसरा मामला: नेहरू कॉलोनी पुलिस ने सेनेटरी की दुकान में हुई चोरी का 48 घंटे के अंदर खुलासा किया है. आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त टेंपो व चोरी किये गये सेनेटरी का लगभग 3 लाख से अधिक रुपए का माल भी बरामद हुआ है. सातों आरोपी बिहार के रहने वाले हैं. इन पर पहले भी चोरी के कई मामले दर्ज हैं. 26 जुलाई को विपिन नेगी निवासी इंद्रप्रस्थ कॉलोनी ने शिकायत दर्ज कराई कि सेनेटरी की दुकान में अज्ञात चोरों ने चोरी कर ली. चोरी होने के संबंध में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमों को गठन किया गया.
पुलिस टीम द्वारा को जानकारियां मिली और मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम द्वारा कुछ संदिग्ध लोगों को मोथरोवाला पुल के पास से गिरफ्तार किया. जिनसे पूछताछ के आधार पर घटना में शामिल अन्य आरोपियों को पुलिस टीम द्वारा मोथरोवाला के पास से ही सेनेटरी का सामान बेचते हुए और कुछ आरोपियों को एक ब्लू कलर के टेंपो संख्या में सेनेटरी के सामान के साथ गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने आरोपी मोहम्मद शाकिर, मुकेश उर्फ पप्पू साहनी, अभिषेक, सोनू, ममता, सुनीता देवी और जानकी देवी को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा.