देहरादून: चीन में कोरोना वायरस से अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना वायरस को लेकर भारत में भी अलर्ट जारी किया गया है, लेकिन बात अगर उत्तराखंड की करें तो प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल दून मेडिकल कॉलेज कोरोना वायरस से लड़ने की स्थिति में नहीं है. जिसकी मुख्य वजह बजट की कमी है, हालांकि, दून प्रशासन ने शासन और जिलाधिकारी को पत्र लिखकर जल्द बजट देने की मांग की है.
भारत में कोरोना वायरस की दस्तक से हड़कंप मच गया है. जिसके बाद अब उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड में आ गया है. दून मेडिकल अस्पताल प्रशासन ने भी अति आपात स्थिति को छोड़कर सभी डॉक्टरों और अन्य स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी हैं. हालांकि, अस्पताल में 10 आइसोलेशन बेड आरक्षित कर लिए गए हैं साथ ही दो हजार मास्क भी मंगा लिए गए हैं. अस्पताल के पांचों आईसीयू में कार्य करने वाले कर्मचारियों के लिए 10 पर्सनल प्रोटेक्शन एग्जामिनेशन किट की व्यवस्था की गई है और सौ अतिरिक्त किट की मांग की गई है.
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दून मेडिकल कॉलेज के एमएस केके टम्टा ने कहा कि उनके पास बजट का अभाव है और बजट के अभाव को देखते हुए 29 आइसोलेशन वार्ड बनाए गये है, लेकिन अस्पताल में कम से कम 100 आइसोलेशन वार्ड होने चाहिए. बजट के अभाव के कारण आइसोलेशन वार्डों को नहीं बढ़ाया जा सकता है. शासन से जल्द ही बजट जारी करने के लिए हमने शासन और डीएम दोनों को पत्र लिखा है. बजट जारी होने के बाद ही अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बढ़ाए जा सकेंगे.