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इस बार नहीं होगा ऐतिहासिक खलंगा मेले का आयोजन, यह है वजह - बलभद्र खलंगा विकास समिति

उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर बलभद्र खलंगा विकास समिति ने इस साल ऐतिहासिक खलंगा मेले का आयोजन नहीं करने का फैसला लिया है.

देहरादून
ऐतिहासिक खलंगा मेले का आयोजन
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Published : Nov 25, 2020, 5:45 PM IST

Updated : Nov 26, 2020, 2:38 PM IST

देहरादून: राजधानी के सागरताल नालापानी में खलंगा युद्ध की स्मृति में बीते 45 सालों से लगने वाला प्रसिद्ध खलंगा मेले का आयोजन इस साल नहीं किया जाएगा. दरअसल, प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए बलभद्र खलंगा विकास समिति ने यह फैसला लिया है .

बलभद्र खलंगा विकास समिति अध्‍यक्ष कर्नल डीएस खड़काजी ने बताया कि इस साल कोरोना की वजह से खलंगा मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है. लेकिन समिति की ओर से 1814 में हुए खलंगा युद्ध के वीर-वीरांगनाओं के अद्म्य साहस को याद करते हुए आगामी 29 नवंबर को खलंगा युद्ध स्मारक में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाएगी. साथ ही नालापानी के चंद्रयानी मंदिर में सीमित के लोगों की उपस्थिति में एक पूजा भी आयोजित की जाएगी.

ये भी पढ़ें: कुमाऊंनी और गढ़वाली मांगलिक गीत गाकर सोशल मीडिया पर धूम मचा रही मैथली ठाकुर

बता दें कि खलंगा युद्ध एंग्लो गोरखा युद्ध 1814-16 का प्रतीक है. जिसमें गोरखा, उत्तर भारत के गढ़वाली और कुमाऊंनी योद्धाओं ने सेनापति बलभद्र थापा के साथ मिलकर अंग्रेजी सेना के साथ युद्ध किया था और उन्हें धूल चटाई थी. इस युद्ध में अंग्रेजी सेना के सेनापति जनरल जिलेस्पी की मृत्यु हो गई थी.

देहरादून: राजधानी के सागरताल नालापानी में खलंगा युद्ध की स्मृति में बीते 45 सालों से लगने वाला प्रसिद्ध खलंगा मेले का आयोजन इस साल नहीं किया जाएगा. दरअसल, प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए बलभद्र खलंगा विकास समिति ने यह फैसला लिया है .

बलभद्र खलंगा विकास समिति अध्‍यक्ष कर्नल डीएस खड़काजी ने बताया कि इस साल कोरोना की वजह से खलंगा मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है. लेकिन समिति की ओर से 1814 में हुए खलंगा युद्ध के वीर-वीरांगनाओं के अद्म्य साहस को याद करते हुए आगामी 29 नवंबर को खलंगा युद्ध स्मारक में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाएगी. साथ ही नालापानी के चंद्रयानी मंदिर में सीमित के लोगों की उपस्थिति में एक पूजा भी आयोजित की जाएगी.

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बता दें कि खलंगा युद्ध एंग्लो गोरखा युद्ध 1814-16 का प्रतीक है. जिसमें गोरखा, उत्तर भारत के गढ़वाली और कुमाऊंनी योद्धाओं ने सेनापति बलभद्र थापा के साथ मिलकर अंग्रेजी सेना के साथ युद्ध किया था और उन्हें धूल चटाई थी. इस युद्ध में अंग्रेजी सेना के सेनापति जनरल जिलेस्पी की मृत्यु हो गई थी.

Last Updated : Nov 26, 2020, 2:38 PM IST
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