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चालान के डर से बढ़ी हेलमेट की डिमांड, 10 दिन में इतनी हो गई खपत

मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन के बाद एक तरफ जहां लोग हेलमेट खरीदने के लिए बाजारों का रुख कर रहे हैं वहीं, हेलमेट की कमी से लोगों को निराश लौटना पड़ रहा है.

बाजारों में हेलमेट की डिमांड बढ़ी
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Published : Sep 10, 2019, 7:20 PM IST

Updated : Sep 10, 2019, 8:53 PM IST

देहरादून: भारत सरकार के1 सितंबर से मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के संशोधन के बाद पुलिस टीम ने सड़क पर भारी भरकम जुर्माना वसूलना शुरू कर दिया है. ऐसे में इससे बचने के लिए जहां एक तरफ लोग अपने वाहनों की प्रदूषण जांच, बीमा इत्यादि कराने में जुटे हैं. वहीं दूसरी तरफ इन दिनों बाजारों में हेलमेट की मांग भी काफी बढ़ गई है.

बाजारों में हेलमेट की डिमांड बढ़ी

मोटर व्हीकल एक्ट में किए गए संशोधन के तहत अब हेलमेट न पहनने पर 100 रुपए की जगह 1000 तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया है. इसके अलावा अन्य जुर्माने में भी बढ़ोत्तरी की गई है. अब वे लोग भी हेलमेट खरीदने दुकानों का रुख कर रहे हैं, जो अब तक हेलमेट को बोझ समझते थे.

पढ़ेंः मोटर व्हीकल एक्ट के विरोध में कल थमेंगे कमर्शियल वाहनों के पहिये, सुबह से शाम तक न करें सफर

हेलमेट की डिमांड को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने राजधानी देहरादून के कुछ स्थानीय व्यापारियों से बात की. उन्होंने बताया कि बीते 10 दिनों में हेलमेट की डिमांड में लगभग 20 से 30 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. ज्यादातर लोग आईएसआई प्रमाणित हेलमेट खरीद रहे हैं. जिसकी कीमत बाजार में 400 रुपए से शुरू होकर 5 से 6 हजार रुपए तक है. वहीं कुछ 10 प्रतिशत ऐसे लोग भी हैं, जो चंद पैसे बचाने के लालच में लोकल कंपनी द्वारा निर्मित हेलमेट खरीद रहे हैं. उन्हें इससे मतलब नहीं कि हेलमेट ISI प्रमाणित है या नहीं. इनकी कीमत 150 रुपए से शुरू होकर 400 रुपए तक है.

पढ़ेंः गड्ढे दे रहे हादसों को दावत, कुम्भकरणी नींद में सोया PWD महकमा

अचानक हेलमेट की मांग बढ़ने से बाजारों में हेलमेट की कमी भी देखने को मिल रही है. स्थानीय व्यापारियों के मुताबिक कंपनियों में डिमांड देने के बावजूद हेलमेट 15 से 20 दिन देरी से पहुंच रहे हैं. ऐसे में कई बार लोगों को मजबूरन लोकल कंपनियों द्वारा निर्मित हेलमेट खरीदना पड़ रहा है.

पढ़ेंः Etv भारत की खबर का बड़ा असर, स्कूली बसों के खिलाफ चला अभियान

बहरहाल, नए मोटर व्हीकल एक्ट में बढ़ाई गई जुर्माने की राशि को देखते हुए लोगों ने हेलमेट खरीदने की शुरुआत तो कर दी है. लेकिन यहां गौर करने वाली बात ये है कि अभी भी कई लोग महज औपचारिकता पूरी करने या पुलिस अधिकारियों के खौफ से हेलमेट खरीद रहे हैं. जबकि आंकड़ों पर गौर करें तो हर साल देश में होने वाले सड़क हादसों में से 70 फीसदी लोग हेलमेट न पहनने की वजह से अकाल मृत्यु का शिकार हो जाते हैं.

पढ़ेंः जानिए क्या है निशंक का एक छात्र-एक पेड़ मुहिम, 23 दिन में कैसे किया गया 230 करोड़ लीटर पानी का संरक्षण


अगर आपको नए मोटर व्हीकल एक्ट के जुर्माने की दरें मालूम नहीं हैं, तो यहां देख लीजिए-
जुर्माना- पुरानी दर- नई दर

  • बिना हेलमेट- 100 - 1000
  • बिना ड्राइविंग लाइसेंस- 500- 10000
  • कार का इंश्योरेंस न होना- 500- 2000
  • प्रदूषण जांच के कागजात न होना- 100- 10000
  • बिना सीट बेल्ट- 300- 1000
  • नाबालिक द्वारा कार चलाना- 500- 25000
  • गलत पार्किंग- 100- 500
  • ड्राइविंग के समय फोन पर बात करना- 1000- 1000

देहरादून: भारत सरकार के1 सितंबर से मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के संशोधन के बाद पुलिस टीम ने सड़क पर भारी भरकम जुर्माना वसूलना शुरू कर दिया है. ऐसे में इससे बचने के लिए जहां एक तरफ लोग अपने वाहनों की प्रदूषण जांच, बीमा इत्यादि कराने में जुटे हैं. वहीं दूसरी तरफ इन दिनों बाजारों में हेलमेट की मांग भी काफी बढ़ गई है.

बाजारों में हेलमेट की डिमांड बढ़ी

मोटर व्हीकल एक्ट में किए गए संशोधन के तहत अब हेलमेट न पहनने पर 100 रुपए की जगह 1000 तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया है. इसके अलावा अन्य जुर्माने में भी बढ़ोत्तरी की गई है. अब वे लोग भी हेलमेट खरीदने दुकानों का रुख कर रहे हैं, जो अब तक हेलमेट को बोझ समझते थे.

पढ़ेंः मोटर व्हीकल एक्ट के विरोध में कल थमेंगे कमर्शियल वाहनों के पहिये, सुबह से शाम तक न करें सफर

हेलमेट की डिमांड को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने राजधानी देहरादून के कुछ स्थानीय व्यापारियों से बात की. उन्होंने बताया कि बीते 10 दिनों में हेलमेट की डिमांड में लगभग 20 से 30 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. ज्यादातर लोग आईएसआई प्रमाणित हेलमेट खरीद रहे हैं. जिसकी कीमत बाजार में 400 रुपए से शुरू होकर 5 से 6 हजार रुपए तक है. वहीं कुछ 10 प्रतिशत ऐसे लोग भी हैं, जो चंद पैसे बचाने के लालच में लोकल कंपनी द्वारा निर्मित हेलमेट खरीद रहे हैं. उन्हें इससे मतलब नहीं कि हेलमेट ISI प्रमाणित है या नहीं. इनकी कीमत 150 रुपए से शुरू होकर 400 रुपए तक है.

पढ़ेंः गड्ढे दे रहे हादसों को दावत, कुम्भकरणी नींद में सोया PWD महकमा

अचानक हेलमेट की मांग बढ़ने से बाजारों में हेलमेट की कमी भी देखने को मिल रही है. स्थानीय व्यापारियों के मुताबिक कंपनियों में डिमांड देने के बावजूद हेलमेट 15 से 20 दिन देरी से पहुंच रहे हैं. ऐसे में कई बार लोगों को मजबूरन लोकल कंपनियों द्वारा निर्मित हेलमेट खरीदना पड़ रहा है.

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बहरहाल, नए मोटर व्हीकल एक्ट में बढ़ाई गई जुर्माने की राशि को देखते हुए लोगों ने हेलमेट खरीदने की शुरुआत तो कर दी है. लेकिन यहां गौर करने वाली बात ये है कि अभी भी कई लोग महज औपचारिकता पूरी करने या पुलिस अधिकारियों के खौफ से हेलमेट खरीद रहे हैं. जबकि आंकड़ों पर गौर करें तो हर साल देश में होने वाले सड़क हादसों में से 70 फीसदी लोग हेलमेट न पहनने की वजह से अकाल मृत्यु का शिकार हो जाते हैं.

पढ़ेंः जानिए क्या है निशंक का एक छात्र-एक पेड़ मुहिम, 23 दिन में कैसे किया गया 230 करोड़ लीटर पानी का संरक्षण


अगर आपको नए मोटर व्हीकल एक्ट के जुर्माने की दरें मालूम नहीं हैं, तो यहां देख लीजिए-
जुर्माना- पुरानी दर- नई दर

  • बिना हेलमेट- 100 - 1000
  • बिना ड्राइविंग लाइसेंस- 500- 10000
  • कार का इंश्योरेंस न होना- 500- 2000
  • प्रदूषण जांच के कागजात न होना- 100- 10000
  • बिना सीट बेल्ट- 300- 1000
  • नाबालिक द्वारा कार चलाना- 500- 25000
  • गलत पार्किंग- 100- 500
  • ड्राइविंग के समय फोन पर बात करना- 1000- 1000
Intro:देहरादून- भारत सरकार ने 1 सितंबर से मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के कई प्रावधानों में संशोधन कर दिया है । ऐसे में भारी भरकम जुर्माने से बचने के लिए एक तरफ लोग अपने वाहनों की प्रदूषण जांच, बीमा इत्यादि कराने में जुटे हुए है । वहीं दूसरी तरफ इन दिनों बाजारों में हेलमेट की मांग भी काफी बढ़ चुकी है।

गौरतलब है कि मोटर व्हीकल एक्ट में किए गए संशोधन के तहत अब हेलमेट न पहनने पर 100 रुपए की जगह 1000 तक के जुर्माने का प्रावधान कर दिया गया है । ऐसे में अब वह लोग भी हेलमेट खरीदने पहुँच रहे है जो अब तक हेलमेट को अपनी सुरक्षा के जगह बोझ समझते थे ।




Body:हेलमेट की डिमांड को लेकर जब ईटीवी भारत ने राजधानी देहरादून के कुछ स्थानीय व्यापारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि बीते 10 दिनों में हेलमेट की डिमांड में लगभग 20- 30% का इजाफा हो गया है । जहां कई लोग आईएसआई प्रमाणित हेलमेट खरीद रहे हैं । जिसकी कीमत रुपए 400 से शुरू होकर 5 से 6 हज़ार तक है ।

वही कुछ 10% लोग ऐसे भी हैं जो चंद पैसे बचाने के लालच में लोकल कंपनी द्वारा निर्मित हेलमेट खरीद रहे है। क्योंकि यह हेलमेट ISI प्रमाणित नहीं होते इसलिए इनकी कीमत 150 रुपए से शुरू होकर 400 रुपए तक है

बाइट- स्थानीय व्यापारी

वहीं अचानक हेलमेट की मांग बढ़ने की वजह से अब बाजारों में हेलमेट की कमी भी होने लगी है । स्थानीय व्यापारियों के मुताबिक स्थिति कुछ यह है की हेलमेट निर्माता कंपनियों में डिमांड देने के बावजूद हेलमेट 15 से 20 दिन देरी से पहुंच रहे हैं। ऐसे में कई बार लोगों को मजबूरन लोकल कंपनियों द्वारा निर्मित हेलमेट खरीदने पड़ते हैं।





Conclusion:बहरहाल नए मोटर व्हीकल एक्ट में बढ़ाई गई जुर्माने की राशि को देखते हुए लोगों ने हेलमेट खरीदने की शुरुआत तो कर दी है। लेकिन यहां गौर करने वाली बात यह है की अभी भी कई लोग महज औपचारिकता पूरी करने या पुलिस महकमे के खौफ से ही हेलमेट खरीद रहे हैं । जबकि आंकड़ों पर गौर करें तो हर साल देश में 1.48 लाख सड़क हादसे होते हैं । जिसमें 70 फ़ीसदी लोग हेलमेट न पहनने की वजह से अकाल मृत्यु का शिकार हो जाते हैं।

मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन के बाद यह है जुर्माने की बढ़ी हुई दरें

जुर्म पुरानी दर नई दर

बिना हेलमेट। 100 1000

बिना ड्राइविंग लाइसेंस। 500 10000

बिना सीट बेल्ट 300 1000

नाबालिक द्वारा कार चलाना 500 25000

गलत पार्किंग 100 500

ड्राइविंग के समय फोन पर बात 1000 1000
Last Updated : Sep 10, 2019, 8:53 PM IST
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