देहरादून: कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर अलर्ट मोड पर है. वहीं उत्तराखंड विधानसभा चुनाव की तिथियां घोषित हो चुकी हैं. ऐसे में शासन के साथ प्रशासन की जिम्मेदारी काफी बढ़ गई है. कोविड की तीसरी लहर से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की इलेक्शन में ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी.
दरअसल, प्रशासन ने चुनाव को लेकर स्वास्थ विभाग से कर्मचारियों की सूची मांगी थी. लेकिन, कोरोना के मामलों को देखते हुए विभाग ने पत्र लिखकर जिला प्रशासन से कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य महकमे के कर्मचारियों को इलेक्शन ड्यूटी से मुक्त रखें जाने का आग्रह किया गया था, जो स्वीकार हो गया है.
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हालांकि चुनाव में कोरोना गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित करने के लिए आयुष विभाग की तरफ से जिला आयुर्वेदिक और यूनानी अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं. देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज उप्रेती का कहना है कि चुनाव संपन्न कराने की प्रक्रिया चल रही है. इसको देखते हुए प्रशासन ने कुछ दिनों पूर्व स्वास्थ विभाग से इलेक्शन ड्यूटी के लिए कार्मिकों की सूची मांगी थी.
ऐसे में विभाग ने संक्रमण के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य कर्मियों को इलेक्शन ड्यूटी से मुक्त रखने का आग्रह किया था और बताया गया था कि जिस तरह से कोरोना वायरस फैल रहा है. उसे देखते हुए विभाग को अपने कार्मिकों की आवश्यकता पड़ेगी.
उन्होंने बताया कि फिलहाल विभागीय कर्मियों की ड्यूटी चुनाव में नहीं लगाई गई है, लेकिन आयुष विभाग से विधानसभा वार आयुर्वेदिक और यूनानी अधिकारियों को कोविड नोडल अधिकारी बनाया गया है, ये सभी अधिकारी चुनाव में कोविड संबंधी मैनेजमेंट देखेंगे.
विधानसभा चुनाव में कोरोना गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित हो इसके लिए आयुष विभाग के डॉक्टरों को कोविड से संबंधित जो भी आवश्यक सामग्री होती है, दिए जाएंगे. नियमों का पालन कराने के लिए जिला आयुर्वेदिक अधिकारी के अधीन 10 डॉक्टर्स होंगे, जो विधानसभा वार नजर बनाकर रखेंगे.