देहरादून: उत्तराखंड के सबसे बड़े राजकीय दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के परिसर में आज 20 सितंबर को जन औषधि केंद्र खोला गया, जिसका शुभारंभ सूबे के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने किया. इससे पहले जन औषधि केंद्र मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के ओपीडी भवन के ग्राउंड फ्लोर पर अस्थाई रूप से संचालित किया जा रहा था. आज से अस्पताल के फुट ओवर ब्रिज के निकट जन औषधि केंद्र विधिवत रूप से संचालित हो गया.
औषधि केंद्र के उद्घाटन अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के अलावा देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा, देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय जैन समेत अस्पताल प्रशासन के तमाम अधिकारी मौजूद रहे. इस मौके पर मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि अभी जन औषधि केंद्र में 2,500 दवाइयां उपलब्ध हैं, लेकिन आने वाले समय में करीब 800 दवाइयों का मरीज सस्ती दर पर लाभ उठा पाएंगे.
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उन्होंने कहा कि अभी तक रेडक्रॉस सोसाइटी की तरफ से चार जन औषधि केंद्र विभिन्न अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज में संचालित किए जा रहे हैं. आने वाले समय में प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे और इससे मरीजों को 25% से 80% तक जेनेरिक दवाइयां सस्ती दर पर उपलब्ध हो पाएंगी.
उन्होंने बताया कि प्रदेश के अस्पतालों में मरीजों के लिए 270 विभिन्न प्रकार की जांचें और कई बीमारियों से संबंधित दवाइयां और इलाज फ्री है. जो दवाइयां मरीजों को अस्पताल से नहीं मिल पाती हैं, उन दवाइयों को मरीज सस्ती कीमत पर जन औषधि केंद्र से ले सकते हैं, ताकि उन्हें बाजार से महंगे दामों पर दवाइयां खरीदने के लिए मजबूर ना होना पड़े.
दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर आशुतोष सयाना का कहना है कि अस्पताल में विधिवत रूप से जन औषधि केंद्र संचालित होने से मरीजों को सस्ती कीमतों पर दवाइयां मिल पाएंगी. औषधि केंद्र से मिलने वाली दवाइयां की कीमतें ब्रांडेड दवाइयों की तुलना में करीब 20% से लेकर 80% तक कम हैं. उन्होंने बताया कि केंद्रीय औषधि मंत्रालय पीपीपीआई के मानकों के तहत औषधि केंद्र में दवाइयों की रेंज रखी गई हैं.